दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कई गिरोहों के साथ मिलकर दिल्ली, एनसीआर, यूपी व हरियाणा में फायरिंग कर उगाही करने वाले गोगी गिरोह के सरगना जितेंद्र मान उर्फ गोगी पर शिकंजा कस दिया है। स्पेशल सेल ने गोगी व उसके साथी रोहित उर्फ मोई को मकोका में गिरफ्तार किया है।
दोनों को 15-15 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। पुलिस इनके आर्थिक साम्राज्य को खंगालने में लगी हुई है। पुलिस का अनुमान है कि गोगी गिरोह ने अन्य गिरोह के साथ मिलकर करोड़ों रुपये की चल-अचल प्रॉपर्टी बना ली है।
स्पेशल सेल के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्पेशल सेल की लोदी कॉलोनी यूनिट में गोगी गिरोह के खिलाफ मकोका का केस दर्ज किया था। स्पेशल सेल ने अभी तक गोगी गिरोह के 10 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। अब मंडोली जेल में बंद जितेंद्र मान उर्फ गोगी और तिहाड़ जेल में बंद मोहित मोई को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर मकोका में छह अप्रैल को गिरफ्तार किया है।
मकोका में अब गोगी गिरोह के 12 बदमाश गिरफ्तार हो चुके हैं। इस गिरोह का एक बदमाश कुलदीप मान उर्फ फज्जा कुछ दिन पहले रोहिणी इलाके में हुई मुठभेड़ में ढेर हो गया था। कुलदीप मान फिल्मी स्टाइल में जीटीबी अस्पताल से फरार हो गया था।
अलीपुर गांव, दिल्ली के रहने वाले जितेन्द्र गोगी की टिल्लू ताजपुरिया गिरोह से गैंगवार चलती रही है। ये दोनों पहले दोस्त हुआ करते थे। दिल्ली विश्वविद्यालय के श्रद्धानंद कॉलेज में हुए चुनावों को लेकर इनमें मनमुटाव पैदा हो गया। इसके बाद टिल्लू ताजपुरिया व उसके साथी राजू ने अपनी गाड़ी पर लिखवा लिया था कि टिल्लू व राजू गोगी के जीजा हैं। इसके बाद गाड़ी को गांव व कॉलेज में घुमा दिया था। यहां से गोगी व राजू की रंजिश शुरू हो गई थी। गोगी ने राजू की हत्या कर दी थी। इसके बाद दोनों ही गिरोह में गैंगवार शुरू हो गई थी।
छह लाख का इनामी गोगी गुरुग्राम से गिरफ्तार हुआ था
स्पेशल सेल ने दिल्ली के मोस्टवांटेड गैंगेस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी को उसके तीन साथियों कुलदीप, रोहित उर्फ मोई और कपिल के साथ वर्ष 2018 में गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था। गोगी पर दिल्ली से 4 लाख और हरियाणा में 2 लाख का इनाम घोषित था। हरियाणा पुलिस ने यह इनाम रागिनी गायिका हर्षिया दहिया मर्डर केस में रखा था। नरेला में आम आदमी पार्टी के नेता वीरेंद्र मान को गोगी गैंग के लोगों ने ही 26 गोलियां मारी थीं। 2018 में दिल्ली के बुराड़ी में टिल्लू गैंग से गैंगवार हुई थी, जिसमें 3 लोगों की हत्या हुई और 5 लोग घायल हुए थे।
गैंगवार में मारे जा चुके हैं कई बदमाश
सुनील उर्फ टिल्लू और गोगी गैंग के बीच पुरानी दुश्मनी है। दोनों गैंग के कई बदमाश गैंगवार में मारे जा चुके हैं। ताजपुरिया गांव का टिल्लू और अलीपुर गांव का गोगी कभी दोस्त हुआ करते थे, लेकिन अब दोनों के अलग-अलग गैंग है। गोगी गैंग का दक्षिणी पश्चिमी, द्वारका, बाहरी, रोहिणी, उत्तरी और दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली में जितनी बड़ी गैंगवार हुई हैं, उनमें हाथ है।
कई गिरोहों ने हाथ मिलाया
दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली, एनसीआर, गुरुग्राम, फरीदाबाद व सोनीपत आदि के कई गिरोह एक हो गए हैं। फरीदाबाद के कौशल गिरोह, सोनीपत के काला जठेड़ी, सोनीपत के राजू बसोदी, सोनीपत के अक्षय, पंजाब के लारेंस विश्वनोई, हरियाणा के संपत और दिल्ली के जितेंद्र गोगी ने हाथ मिला लिया है। बताया जा रहा है कि कौशल इस समय थाईलैंड में है। सभी गिरोह ने मिलकर कोरोना महामारी के दौरान दिल्ली, हरियाणा व यूपी में ताबड़तोड़ फायरिंग कर उगाही की मांग की। इन्होंने दिल्ली में हरी नगर स्थित ओउम स्वीट्स, वसंत कुंज, नजफगढ़ में दो जगह और नांगलोई में ताबड़तोड़ फायरिंग कर चिट्ठी छोड़कर रंगदारी मांगी थी। दिल्ली पुलिस ने सभी गिरोह का शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।