कोरोना वायरस का टीका केवल छह माह तक ही असरदार रह सकता है। इसलिए टीका का इस्तेमाल छह माह की अवधि तक करना होगा। डोज दिल्ली पहुंच चुकी हैं। यह दोनों ही टीके छह-छह माह के लिए बनाए गए हैं। इनके वायल पर एक्सपायरी डेट भी लिखी हुई है। चूंकि कोविशील्ड टीका अक्तूबर से नवंबर माह के बीच तैयार कर लिया गया इसलिए कोवैक्सीन की तुलना में इसे सबसे पहले खत्म करना जरूरी होगा।
अभी तक कोरोना वायरस के टीके को लेकर एक्सपायरी डेट से जुड़ी जानकारी सामने नहीं आई थी। टीका मिलने के बाद जब इनके वॉयल को खोला गया तो उस पर एक्सपायरी डेट भी लिखी हुई है। उधर बुधवार को राजीव गांधी अस्पताल से जिलों में टीका की डोज भेजना शुरू कर दिया गया है लेकिन हर जिले को एक समान टीका नहीं मिला है।
जानकारी के अनुसार राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल से सबसे पहले दिल्ली के दक्षिणी जिले के लिए करीब 4500 डोज भेजी गई हैं। सभी जिलों को अलग अलग मात्रा में डोज भेजी जा रही हैं। सबसे ज्यादा डोज दक्षिण पूर्वी और मध्य जिले में भेजी गईं।इन जिलों के लिए करीब 7 हजार डोज उपलब्ध कराई गई हैं।
अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां तक बताया कि सभी केंद्रों को केवल सात दिन के हिसाब से टीका उपलब्ध कराया जा रहा है। आइस बॉक्स के साथ टीका रखकर सभी जिला केंद्रों पर भेजने का काम शुरू हो चुका है। चूंकि सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका उपलब्ध कराना है और जिला केंद्रों पर तापमान की समस्या भी आ सकती है इसलिए सात दिन के औसतन हिसाब से जिलों को टीके उपलब्ध कराए गए हैं।
टीका केंद्रों पर आज अंतिम बार पूर्वाभ्यास
बृहस्पतिवार को दिल्ली के सभी टीका केंद्रों पर एक बार फिर से पूर्वाभ्यास किया जाएगा। यह अंतिम बार टीकाकरण का अभ्यास है जिसे हर केंद्र पर किया जाना है। इसके लिए बुधवार रात तक सभी 75 केंद्रों ने तैयारी भी पूरी कर ली है। लोकनायक अस्पताल में टीकाकरण के लिए सबसे ज्यादा तीन बूथ बनाए हैं। हर बूथ पर 100 लोगों को एक दिन में टीका दिया जाएगा। अस्पताल के सभी स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। वहीं शेख सराय स्थित पुष्पवती सिंघानिया रिसर्च इंस्टीट्यूट (पीएसारआई) में टीकाकरण के लिए मुख्य द्वार और अंदर साइन बोर्ड लगाए हैं। टीका लगने के बाद प्रतिकूल घटनाओं के चलते कई अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। मैक्स अस्पताल को भी गंभीर मामलों के लिए अलर्ट पर रहने की आदेश दिया गया है।
मई तक चलेगा स्वदेशी टीका
जानकारी के अनुसार दिल्ली पहुंचे भारत बायोटेक के कोवैक्सीन टीका पर उत्पादन दिनांक दिसंबर 2020 लिखी है। चूंकि यह छह माह तक ही असरदार रह सकती है। इसलिए मई 2021 से पहले इन डोज को खत्म करना जरूरी होगा। वहीं दिल्ली पहुंची कोविशील्ड टीका पर नवंबर 2020 की उत्पादन दिनांक हैं। यह डोज अप्रैल 2021 तक खत्म करना जरूरी होगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि छह माह की अवधि तक ही सीमित होने के चलते उतनी ही डोज दी जा रही हैं जितना कि एक से दो सप्ताह में इस्तेमाल कर लिया जाए।
कोरोना वायरस का टीका केवल छह माह तक ही असरदार रह सकता है। इसलिए टीका का इस्तेमाल छह माह की अवधि तक करना होगा। डोज दिल्ली पहुंच चुकी हैं। यह दोनों ही टीके छह-छह माह के लिए बनाए गए हैं। इनके वायल पर एक्सपायरी डेट भी लिखी हुई है। चूंकि कोविशील्ड टीका अक्तूबर से नवंबर माह के बीच तैयार कर लिया गया इसलिए कोवैक्सीन की तुलना में इसे सबसे पहले खत्म करना जरूरी होगा।
अभी तक कोरोना वायरस के टीके को लेकर एक्सपायरी डेट से जुड़ी जानकारी सामने नहीं आई थी। टीका मिलने के बाद जब इनके वॉयल को खोला गया तो उस पर एक्सपायरी डेट भी लिखी हुई है। उधर बुधवार को राजीव गांधी अस्पताल से जिलों में टीका की डोज भेजना शुरू कर दिया गया है लेकिन हर जिले को एक समान टीका नहीं मिला है।
जानकारी के अनुसार राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल से सबसे पहले दिल्ली के दक्षिणी जिले के लिए करीब 4500 डोज भेजी गई हैं। सभी जिलों को अलग अलग मात्रा में डोज भेजी जा रही हैं। सबसे ज्यादा डोज दक्षिण पूर्वी और मध्य जिले में भेजी गईं।इन जिलों के लिए करीब 7 हजार डोज उपलब्ध कराई गई हैं।
अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां तक बताया कि सभी केंद्रों को केवल सात दिन के हिसाब से टीका उपलब्ध कराया जा रहा है। आइस बॉक्स के साथ टीका रखकर सभी जिला केंद्रों पर भेजने का काम शुरू हो चुका है। चूंकि सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका उपलब्ध कराना है और जिला केंद्रों पर तापमान की समस्या भी आ सकती है इसलिए सात दिन के औसतन हिसाब से जिलों को टीके उपलब्ध कराए गए हैं।
टीका केंद्रों पर आज अंतिम बार पूर्वाभ्यास
बृहस्पतिवार को दिल्ली के सभी टीका केंद्रों पर एक बार फिर से पूर्वाभ्यास किया जाएगा। यह अंतिम बार टीकाकरण का अभ्यास है जिसे हर केंद्र पर किया जाना है। इसके लिए बुधवार रात तक सभी 75 केंद्रों ने तैयारी भी पूरी कर ली है। लोकनायक अस्पताल में टीकाकरण के लिए सबसे ज्यादा तीन बूथ बनाए हैं। हर बूथ पर 100 लोगों को एक दिन में टीका दिया जाएगा। अस्पताल के सभी स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। वहीं शेख सराय स्थित पुष्पवती सिंघानिया रिसर्च इंस्टीट्यूट (पीएसारआई) में टीकाकरण के लिए मुख्य द्वार और अंदर साइन बोर्ड लगाए हैं। टीका लगने के बाद प्रतिकूल घटनाओं के चलते कई अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। मैक्स अस्पताल को भी गंभीर मामलों के लिए अलर्ट पर रहने की आदेश दिया गया है।
मई तक चलेगा स्वदेशी टीका
जानकारी के अनुसार दिल्ली पहुंचे भारत बायोटेक के कोवैक्सीन टीका पर उत्पादन दिनांक दिसंबर 2020 लिखी है। चूंकि यह छह माह तक ही असरदार रह सकती है। इसलिए मई 2021 से पहले इन डोज को खत्म करना जरूरी होगा। वहीं दिल्ली पहुंची कोविशील्ड टीका पर नवंबर 2020 की उत्पादन दिनांक हैं। यह डोज अप्रैल 2021 तक खत्म करना जरूरी होगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि छह माह की अवधि तक ही सीमित होने के चलते उतनी ही डोज दी जा रही हैं जितना कि एक से दो सप्ताह में इस्तेमाल कर लिया जाए।