दिल्ली में जैसे-जैसे कोरोना का प्रकोप काबू हो रहा है महामारी के कारण लगाई गई पाबंदियों को हटाने की मांग जोर पकड़ रही है। इसी क्रम में सदर बाजार के बाद अब चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) से जुड़े व्यापारियों ने सम-विषम व सप्ताहांत कर्फ्यू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसके विरोध में व्यापारियों ने तीन दिवसीय सम-विषम हटाओ, दिल्ली का व्यापार बचाव कैंपेन शुरू किया गया। सीटीआई ने निर्णय लिया है कि 100 बाजार के व्यापारी इस मुहिम का हिस्सा बनेंगे और डीडीएमए पर दबाव बनाएंगे कि इस निर्णय को वापस ले। डीडीएमए की बैठक आज होने वाली है।
व्यापारियों ने व्यापार पर जारी पाबंदियों के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। सीटीआई ने मंगलवार को कश्मीरी गेट मार्केट में अपने मुहिम के तहत विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा कि अगले 3 दिन तक 100 के व्यापारी विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे। कई तख्तियां भी तैयार की गई हैं। ऑड-ईवन एवं वीकेंड कर्फ्यू हटाओ, दिल्ली का व्यापार बचाओ। कोरोना से नहीं आर्थिक तंगी, भूख से मर जाएंगे व्यापारी।
अब ट्रेडर्स चाहते हैं कि ऑड-ईवन और वीकेंड कर्फ्यू तुरंत खत्म हो। 27 जनवरी को डीडीएमए की बैठक होनी है। बैठक में सम-विषम व सप्तहांत कर्फ्यू नहीं हटाया गया तो व्यापारी अपना प्रदर्शन तेज करेंगे। प्रदर्शन में सचिन शर्मा, दीपक गर्ग, विनय नारंग, राकेश गुप्ता, सुधीर फोगाट, मालविका साहनी, साक्षी जैन समेत कई व्यापारी नेता शामिल हुए।
उधर, फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के वाइस चेयमैन परमजीत सिंह पम्मा ने कहा है कि डीडीएमए की बैठक में व्यापारियों की बात नहीं मानी गई तो अब पूरा व्यापार जगत आंदोलन के मूड में है। सभी एसोसिएशन व्यापार प्रदर्शन करेंगे। क्योंकि आर्थिक तंगी अब व्यापारियों को बर्दाश्त नहीं हो रहा।
दिल्ली सरकार रख सकती है स्कूल खोलने का प्रस्ताव
कोरोना के कम होते मामलों और छात्रों का सौ फीसदी वैक्सीनेशन होने के क्रम में दिल्ली सरकार दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के सामने स्कूलों की बड़ी कक्षाएं खोलने का प्रस्ताव इस बैठक में रख सकती है। संभव है कि सभी जिलों में एक साथ स्कूल न खोले जाएं। प्राथमिकता उनको दी जाए, जहां कोरोना के मामले कम होने के साथ वैक्सीनेशन भी 100 फीसदी हो गया हो।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का मानना है कि पात्र 15-18 आयु वर्ग छात्रों का पूर्ण वैक्सीनेशन स्कूलों को ऑनलाइन से फिजिकल मोड में शिफ्ट करने में मददगार साबित होगा। दिलचस्प यह कि सरकारी स्कूलों में करीब तीन हफ्ते में 85 फीसद छात्रों को वैक्सीन लग गई है। शिक्षा निदेशालय का 30 जनवरी तक 100 फीसदी वैक्सीनेशन करवाने का लक्ष्य है। हालांकि, निजी और ऐडेड स्कूलों में वैक्सीनेशन की गति धीमी है।
विस्तार
दिल्ली में जैसे-जैसे कोरोना का प्रकोप काबू हो रहा है महामारी के कारण लगाई गई पाबंदियों को हटाने की मांग जोर पकड़ रही है। इसी क्रम में सदर बाजार के बाद अब चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) से जुड़े व्यापारियों ने सम-विषम व सप्ताहांत कर्फ्यू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसके विरोध में व्यापारियों ने तीन दिवसीय सम-विषम हटाओ, दिल्ली का व्यापार बचाव कैंपेन शुरू किया गया। सीटीआई ने निर्णय लिया है कि 100 बाजार के व्यापारी इस मुहिम का हिस्सा बनेंगे और डीडीएमए पर दबाव बनाएंगे कि इस निर्णय को वापस ले। डीडीएमए की बैठक आज होने वाली है।
व्यापारियों ने व्यापार पर जारी पाबंदियों के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। सीटीआई ने मंगलवार को कश्मीरी गेट मार्केट में अपने मुहिम के तहत विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा कि अगले 3 दिन तक 100 के व्यापारी विरोध-प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे। कई तख्तियां भी तैयार की गई हैं। ऑड-ईवन एवं वीकेंड कर्फ्यू हटाओ, दिल्ली का व्यापार बचाओ। कोरोना से नहीं आर्थिक तंगी, भूख से मर जाएंगे व्यापारी।
अब ट्रेडर्स चाहते हैं कि ऑड-ईवन और वीकेंड कर्फ्यू तुरंत खत्म हो। 27 जनवरी को डीडीएमए की बैठक होनी है। बैठक में सम-विषम व सप्तहांत कर्फ्यू नहीं हटाया गया तो व्यापारी अपना प्रदर्शन तेज करेंगे। प्रदर्शन में सचिन शर्मा, दीपक गर्ग, विनय नारंग, राकेश गुप्ता, सुधीर फोगाट, मालविका साहनी, साक्षी जैन समेत कई व्यापारी नेता शामिल हुए।
उधर, फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के वाइस चेयमैन परमजीत सिंह पम्मा ने कहा है कि डीडीएमए की बैठक में व्यापारियों की बात नहीं मानी गई तो अब पूरा व्यापार जगत आंदोलन के मूड में है। सभी एसोसिएशन व्यापार प्रदर्शन करेंगे। क्योंकि आर्थिक तंगी अब व्यापारियों को बर्दाश्त नहीं हो रहा।
दिल्ली सरकार रख सकती है स्कूल खोलने का प्रस्ताव
कोरोना के कम होते मामलों और छात्रों का सौ फीसदी वैक्सीनेशन होने के क्रम में दिल्ली सरकार दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के सामने स्कूलों की बड़ी कक्षाएं खोलने का प्रस्ताव इस बैठक में रख सकती है। संभव है कि सभी जिलों में एक साथ स्कूल न खोले जाएं। प्राथमिकता उनको दी जाए, जहां कोरोना के मामले कम होने के साथ वैक्सीनेशन भी 100 फीसदी हो गया हो।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का मानना है कि पात्र 15-18 आयु वर्ग छात्रों का पूर्ण वैक्सीनेशन स्कूलों को ऑनलाइन से फिजिकल मोड में शिफ्ट करने में मददगार साबित होगा। दिलचस्प यह कि सरकारी स्कूलों में करीब तीन हफ्ते में 85 फीसद छात्रों को वैक्सीन लग गई है। शिक्षा निदेशालय का 30 जनवरी तक 100 फीसदी वैक्सीनेशन करवाने का लक्ष्य है। हालांकि, निजी और ऐडेड स्कूलों में वैक्सीनेशन की गति धीमी है।