गुरुग्राम। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए विदेश से आने हर पॉजिटिव केस की जीनोम सेक्वेंसिंग की जाएगी। जीनोम ट्रेसिंग के लिए नमूने महीने में एक बार पीजीआईएमएस रोहतक को भेजे जाएंगे। साथ ही लैब संचालकों को कोरोना के संदिग्ध की जांच करते वक्त सैंपल पर नाम-पते के साथ मोबाइल नंबर लिखने से पहले उसे क्रास चैक करना होगा।
सिविल सर्जन कार्यालय में आयोजित बैठक में कोरोना के नए वैरिएंट के खतरे को देखते हुए सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव ने निजी अस्पताल और लैब संचालकों के साथ ओमिक्रॉन से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही उन्हें दुरुस्त करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि शहर में विदेशों से आने वालों पर अधिक फोकस किया जा रहा है। उनकी ट्रेसिंग के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी से शहर में हर आने वाला ब्यौरा एकत्रित किया जा रहा है। सिविल सर्जन ने कहा कि हर नागरिक की जांच के बाद ही शहर में प्रदेश की अनुमति दी जा रही है। पहले सरकार के निर्देशानुसार उसकी एयरपोर्ट पर ही हर प्रकार की जांच की जा रही है। विदेश से आने वाले हर व्यक्ति को 14 दिन के सेल्फ होम आइसोलेशन के निर्देश दिए गए हैं। अस्पतालों से सप्ताह में दो बार अंतरराष्ट्रीय यात्री की पूरी जानकारी साझा करने को कहा गया है। इस दौरान स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए निजी अस्पतालों को जरूरी दिशानिर्देश भी दिए। बैठक में शहर के लगभग सभी निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों और लैब संचालकों ने भागीदारी की।
निगरानी कमेटी बनाई
निजी अस्पतालों की गतिविधियों की निगरानी के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक निगरानी कमेटी भी बनाई गई है। विभाग के निगरानी अधिकारी डॉ. जेपी राजलीवाल उप सिविल सर्जन एवं शिकायत शाखा के प्रभारी अनुज गर्ग इसमें सहयोग करेंगे। सिविल सर्जन वीरेंद्र यादव कमेटी को लीड करेंगे।
विभाग ने निजी अस्पतालों और लैब संचालकों के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। कोविड की तैयारियों को देखने के लिए निजी अस्पताल प्रबंधन के साथ बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया गया है। सभी को पूरी तरह सतर्क रहने को कहा गया है। अगर कोई अंतरराष्ट्रीय यात्री पॉजिटिव आता है तो जीनोम सेक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजा जाएगा। मामलों के क्लस्टरिंग का कोई असामान्य पैटर्न ध्यान में आने पर रिपोर्ट करें। - डॉ. वीरेंद्र यादव, सिविल सर्जन
गुरुग्राम। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए विदेश से आने हर पॉजिटिव केस की जीनोम सेक्वेंसिंग की जाएगी। जीनोम ट्रेसिंग के लिए नमूने महीने में एक बार पीजीआईएमएस रोहतक को भेजे जाएंगे। साथ ही लैब संचालकों को कोरोना के संदिग्ध की जांच करते वक्त सैंपल पर नाम-पते के साथ मोबाइल नंबर लिखने से पहले उसे क्रास चैक करना होगा।
सिविल सर्जन कार्यालय में आयोजित बैठक में कोरोना के नए वैरिएंट के खतरे को देखते हुए सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र यादव ने निजी अस्पताल और लैब संचालकों के साथ ओमिक्रॉन से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही उन्हें दुरुस्त करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि शहर में विदेशों से आने वालों पर अधिक फोकस किया जा रहा है। उनकी ट्रेसिंग के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी से शहर में हर आने वाला ब्यौरा एकत्रित किया जा रहा है। सिविल सर्जन ने कहा कि हर नागरिक की जांच के बाद ही शहर में प्रदेश की अनुमति दी जा रही है। पहले सरकार के निर्देशानुसार उसकी एयरपोर्ट पर ही हर प्रकार की जांच की जा रही है। विदेश से आने वाले हर व्यक्ति को 14 दिन के सेल्फ होम आइसोलेशन के निर्देश दिए गए हैं। अस्पतालों से सप्ताह में दो बार अंतरराष्ट्रीय यात्री की पूरी जानकारी साझा करने को कहा गया है। इस दौरान स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए निजी अस्पतालों को जरूरी दिशानिर्देश भी दिए। बैठक में शहर के लगभग सभी निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों और लैब संचालकों ने भागीदारी की।
निगरानी कमेटी बनाई
निजी अस्पतालों की गतिविधियों की निगरानी के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक निगरानी कमेटी भी बनाई गई है। विभाग के निगरानी अधिकारी डॉ. जेपी राजलीवाल उप सिविल सर्जन एवं शिकायत शाखा के प्रभारी अनुज गर्ग इसमें सहयोग करेंगे। सिविल सर्जन वीरेंद्र यादव कमेटी को लीड करेंगे।
विभाग ने निजी अस्पतालों और लैब संचालकों के लिए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। कोविड की तैयारियों को देखने के लिए निजी अस्पताल प्रबंधन के साथ बैठक कर तैयारियों का जायजा लिया गया है। सभी को पूरी तरह सतर्क रहने को कहा गया है। अगर कोई अंतरराष्ट्रीय यात्री पॉजिटिव आता है तो जीनोम सेक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजा जाएगा। मामलों के क्लस्टरिंग का कोई असामान्य पैटर्न ध्यान में आने पर रिपोर्ट करें। - डॉ. वीरेंद्र यादव, सिविल सर्जन