गुरुग्राम। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के बैनर तले प्रदेश भर के सरकारी चिकित्सक पांच दिसंबर को करनाल में मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान एसोसिएशन की ओर से मुख्यमंत्री को मांगों से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा जाएगा। मांगे मनवाने के लिए यह एसोसिएशन का अंतिम प्रयास होगा। इसके बाद भी अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो प्रदेश भर की स्वास्थ्य सेवाएं ठप कर दी जाएंगी। इसी बाबत एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मंडल सोहना के विधायक संजय सिंह से मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपा।
एसोसिएशन की ओर से जिला के चारों विधायकों और उच्चाधिकारियों को ज्ञापन दिया जा चुका है। एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ. एमपी सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं ठप करने के लिए अलावा कोई चारा ही नहीं बचा। पांच तारीख को मुख्यमंत्री से सीधा संवाद कर उनसे मांगों के बारे में खुलकर बात की जाएगी, अगर सकारात्मक आश्वासन नहीं मिला तो रूपरेखा बनाकर प्रदेश भर में अनिश्चित काल के लिए सेवाएं ठप कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी तक केवल झूठे आश्वासन मिल रहे हैं। 10 से 12 नवंबर तक डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर मरीजों का इलाज किया। 12 नवंबर को दो घंटे की सांकेतिक हड़ताल भी की थी बावजूद इसके सरकार के कान पर कोई जूं नहीं रेंगी।
एसोसिएशन के प्रधान डा. केशव शर्मा के अनुसार सरकार लगातार मांगे मानने का आश्वासन दे रही है, लेकिन अभी कोई मांग पूरी नहीं हुई। स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत करीब 350 विशेषज्ञ अपनी पदोन्नति का इंतजार कर रहे हैं। प्रदेश में विशेषज्ञ डाक्टरों के लिए स्पेशल कैडर बनाने की मांग भी बहुत पहले से की जा रही है। ज्ञापन सौंपने के दौरान जिला महासचिव डॉ. अरुण सैनी, डॉ. रमन कपिल भी उपस्थित थे।
गुरुग्राम। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के बैनर तले प्रदेश भर के सरकारी चिकित्सक पांच दिसंबर को करनाल में मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान एसोसिएशन की ओर से मुख्यमंत्री को मांगों से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा जाएगा। मांगे मनवाने के लिए यह एसोसिएशन का अंतिम प्रयास होगा। इसके बाद भी अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो प्रदेश भर की स्वास्थ्य सेवाएं ठप कर दी जाएंगी। इसी बाबत एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मंडल सोहना के विधायक संजय सिंह से मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपा।
एसोसिएशन की ओर से जिला के चारों विधायकों और उच्चाधिकारियों को ज्ञापन दिया जा चुका है। एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ. एमपी सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं ठप करने के लिए अलावा कोई चारा ही नहीं बचा। पांच तारीख को मुख्यमंत्री से सीधा संवाद कर उनसे मांगों के बारे में खुलकर बात की जाएगी, अगर सकारात्मक आश्वासन नहीं मिला तो रूपरेखा बनाकर प्रदेश भर में अनिश्चित काल के लिए सेवाएं ठप कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी तक केवल झूठे आश्वासन मिल रहे हैं। 10 से 12 नवंबर तक डॉक्टरों ने काली पट्टी बांधकर मरीजों का इलाज किया। 12 नवंबर को दो घंटे की सांकेतिक हड़ताल भी की थी बावजूद इसके सरकार के कान पर कोई जूं नहीं रेंगी।
एसोसिएशन के प्रधान डा. केशव शर्मा के अनुसार सरकार लगातार मांगे मानने का आश्वासन दे रही है, लेकिन अभी कोई मांग पूरी नहीं हुई। स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत करीब 350 विशेषज्ञ अपनी पदोन्नति का इंतजार कर रहे हैं। प्रदेश में विशेषज्ञ डाक्टरों के लिए स्पेशल कैडर बनाने की मांग भी बहुत पहले से की जा रही है। ज्ञापन सौंपने के दौरान जिला महासचिव डॉ. अरुण सैनी, डॉ. रमन कपिल भी उपस्थित थे।