निवेशकों को स्वयं खरीदनी होगी जमीन
गाजियाबाद। लखनऊ में 10 से 12 फरवरी के बीच होने वाले इंवेस्टर्स समिट में जीडीए ने 98 हजार करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव तैयार किया है, लेकिन निवेशकों को जमीन उपलब्ध कराने के लिए कोई योजना नहीं है। निवेशक स्वयं किसानों से जमीन की खरीददारी करेंगे। जीडीए सिर्फ निवेशकों की खरीदी गई जमीन का भू-उपयोग बदलने, नक्शा और ले आउट पास कराने में मदद करेगा।
नगर नियोजक राजीव रतन शाह का कहना है कि निवेशकों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए उनको यह जानकारी मुहैया कराई जा रही है कि किस स्थान पर निवेश के लिए गाजियाबाद में जमीन उपलब्ध है, वह किसानों से सीधे वार्ता कर जमीन की खरीद कर सकते हैं। रैपिड रेल, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और फरीदाबाद-नोएडा गाजियाबाद (एफएनजी) के आसपास विकास के नए आयाम बन रहे हैं। ऐसे में निवेशकों को प्रस्ताव दिया गया है कि वह किसानों से स्वयं जमीन खरीदेंगे। योजना शुरू करने के लिए जो भी आवश्यक शर्ते होंगी, उन्हें पूरा करने के लिए प्रशासन से एकल विंडो व्यवस्था शुरू की जाएगी।
जीडीए उपाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने बताया कि अब तक 89310 करोड़ रुपये के निवेश को लेकर 2688 निवेशकों ने सहमति दी है, इनमें से 69323 करोड़ रुपये के निवेश को लेकर 2615 निवेशकों के साथ एमओयू भी तैयार हो चुके हैं। उपाध्यक्ष ने बताया कि जिले में निवेश के लिए आठ हजार करोड़ रुपये का लक्ष्य शासन से मिला था, लेकिन 98 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के प्रस्ताव आ चुके हैं।
प्रदेश सरकार ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट का आयोजन कर रही है। इसमें निवेशकों के एमओयू साइन होंगे। इसमें ग्रुप हाउसिंग, व्यवसायिक मल्टीप्लेक्स, शिक्षण संस्थान, अस्पताल और नर्सिंग होम, होटल, औद्योगिक क्षेत्र, लेआउट और विकास के क्षेत्र में निवेश के लिए निवेशकों को आमंत्रित करते हुए 25 जनवरी को कौशांबी के एक होटल में कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
इन क्षेत्रों में होगा निवेश
सेक्टर इनवेस्ट करोड़
ग्रुप हाउसिंग 1193
संस्थान 120
हास्पिटल 325
होटल 460
औद्योगिक क्षेत्र 100
जीडीए का निवेश
मधूबन बापूधाम 1477.37
इंद्रप्रस्थ योजना 22.00
इन दोनों में जीडीए पहले से ही निवेश कर चुका है।