साहिबाबाद। सूरत के एक कोचिंग सेंटर में हुए अग्रिकांड के बाद शहर में दमकल विभाग ने कार्रवाई करने की सुध ली। शनिवार को सीएफओ के नेतृत्व में दमकल विभाग की टीम ने शहर भर में चल रहे कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण किया। आवासीय क्षेत्र में चलने वाले कोचिंग सेंटरों की लिस्ट तैयार कर प्रशासन को भेजी जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
शहर भर में शॉपिंग कांप्लेक्स और रिहायशी इलाकों में कोचिंग सेंटर, इंस्टीट्यूट और अन्य क्लास चल रहे हैं। इनमें आग बुझाने के कोई प्रबंध नहीं है। जबकि आए दिन यहां हजारों की संख्या में स्टूडेंट्स पढ़ने के लिए आते हेैं। यहां पर ना ही फायर फाइटिंग सिस्टम है और न ही कॉम्पलैक्स में कोई फायर सिलेंडर लगे हैं। सीएफओ सुनील सिंह ने बताया कि शनिवार को शहर भर में टीम के साथ कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण कर जांच की गई है। आवासीय क्षेत्र में चल रहे कोचिंग सेंटरों की सूची तैयार कर प्रशासन को भेजी जाएगी। रजिस्ट्रेशन नहीं होने और अनुमति नहीं होने पर प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाएगी। साथ ही दमकल विभाग की ओर से मानक पूरे नहीं होने पर नोटिस जारी करने की कार्रवाई की जाएगी।
सोसायटियों और कांप्लेक्स में नहीं हैं आग बुझाने के उपकरण
हादसे के बाद दमकल विभाग और प्रशासन को कार्रवाई की याद आती है। जबकि सोसायटियों और कांप्लेक्स में आग बुझाने के उपकरण तक नहीं है। जबकि इसकी जानकारी होने के बाद दमकल विभाग की ओर से कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जाती है। दमकल विभाग गर्मीयों में आग लगने का हवाला देकर कार्रवाई बाद में करने की बात कहकर टालमटोल कर देते हैं।
टीएचए में यहां चल रहे हैं कोचिंग सेंटर
- वसुंधरा सेक्टर 4, 9, 10, 12, 11, 15
- वैशाली सेक्टर 4,5
- अहिंसाखंड, ज्ञानखंड, शक्तिखंड, अभयखंड
- राजेंद्रनगर, शालीमार गार्डन, लाजपतनगर, ब्रिजविहार, कौशांबी
आग लगने से हुए नुक्सान
वर्ष -अग्निकांड- नुकसान
2019 -389
2018 -1264- 28.76 करोड़ रुपये
2017 -1071- 32.37 करोड़ रुपये
2016 -907 -51.49 करोड़ रुपये
(नोट-वर्ष 2019 के आंकड़े 15 मई तक के हैं)
--
अग्निशमन विभाग के संसाधन
पद जरुरत उपलब्धता
एफएसओ -4- 4
लीडिंग फायरमैन- 18- 18
चालक- 22 -25
फायरमैन- 112- 78
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फायर टेेंडर बड़ा 7
फायर टेंडर छोटा 4
वाटर मिस्ट हाइप्रेशर 3
हाइड्रोलिक प्लेटफार्म 1 14 मंजिल
एडवांस रेसक्यू टेंडर 1
बाइक दस्ता 1
साहिबाबाद। सूरत के एक कोचिंग सेंटर में हुए अग्रिकांड के बाद शहर में दमकल विभाग ने कार्रवाई करने की सुध ली। शनिवार को सीएफओ के नेतृत्व में दमकल विभाग की टीम ने शहर भर में चल रहे कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण किया। आवासीय क्षेत्र में चलने वाले कोचिंग सेंटरों की लिस्ट तैयार कर प्रशासन को भेजी जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
शहर भर में शॉपिंग कांप्लेक्स और रिहायशी इलाकों में कोचिंग सेंटर, इंस्टीट्यूट और अन्य क्लास चल रहे हैं। इनमें आग बुझाने के कोई प्रबंध नहीं है। जबकि आए दिन यहां हजारों की संख्या में स्टूडेंट्स पढ़ने के लिए आते हेैं। यहां पर ना ही फायर फाइटिंग सिस्टम है और न ही कॉम्पलैक्स में कोई फायर सिलेंडर लगे हैं। सीएफओ सुनील सिंह ने बताया कि शनिवार को शहर भर में टीम के साथ कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण कर जांच की गई है। आवासीय क्षेत्र में चल रहे कोचिंग सेंटरों की सूची तैयार कर प्रशासन को भेजी जाएगी। रजिस्ट्रेशन नहीं होने और अनुमति नहीं होने पर प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाएगी। साथ ही दमकल विभाग की ओर से मानक पूरे नहीं होने पर नोटिस जारी करने की कार्रवाई की जाएगी।
सोसायटियों और कांप्लेक्स में नहीं हैं आग बुझाने के उपकरण
हादसे के बाद दमकल विभाग और प्रशासन को कार्रवाई की याद आती है। जबकि सोसायटियों और कांप्लेक्स में आग बुझाने के उपकरण तक नहीं है। जबकि इसकी जानकारी होने के बाद दमकल विभाग की ओर से कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई जाती है। दमकल विभाग गर्मीयों में आग लगने का हवाला देकर कार्रवाई बाद में करने की बात कहकर टालमटोल कर देते हैं।
टीएचए में यहां चल रहे हैं कोचिंग सेंटर
- वसुंधरा सेक्टर 4, 9, 10, 12, 11, 15
- वैशाली सेक्टर 4,5
- अहिंसाखंड, ज्ञानखंड, शक्तिखंड, अभयखंड
- राजेंद्रनगर, शालीमार गार्डन, लाजपतनगर, ब्रिजविहार, कौशांबी
आग लगने से हुए नुक्सान
वर्ष -अग्निकांड- नुकसान
2019 -389
2018 -1264- 28.76 करोड़ रुपये
2017 -1071- 32.37 करोड़ रुपये
2016 -907 -51.49 करोड़ रुपये
(नोट-वर्ष 2019 के आंकड़े 15 मई तक के हैं)
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अग्निशमन विभाग के संसाधन
पद जरुरत उपलब्धता
एफएसओ -4- 4
लीडिंग फायरमैन- 18- 18
चालक- 22 -25
फायरमैन- 112- 78
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फायर टेेंडर बड़ा 7
फायर टेंडर छोटा 4
वाटर मिस्ट हाइप्रेशर 3
हाइड्रोलिक प्लेटफार्म 1 14 मंजिल
एडवांस रेसक्यू टेंडर 1
बाइक दस्ता 1