साढ़े 12 करोड़ से पांच कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन बनाएगा निगम
शहर के एक जोन का कचरा अब दूसरे जोन में नहीं जाएगा। नगर निगम साढ़े 12 करोड़ रुपये खर्च कर पांचों जोन में पांच कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन बनाएगा।
कालोनियों में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन कर कचरा सीधे इन ट्रांसफर स्टेशन पर ले जाया जाएगा। यहां से कचरे को रात के वक्त गालंद में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट तक पहुंचाया जाएगा। अवस्थापना फंड की बैठक में मंडलायुक्त ने ट्रांसफर स्टेशन बनाए जाने की मंजूरी दे दी है।
इन पांचों ट्रांसफर स्टेशन के लिए जगह तलाशी जा रही है। महापौर अशु वर्मा ने मंगलवार को नगर निगम मुख्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि ट्रांसफर स्टेशन पूरी तरह कवर्ड होंगे और बाहर से न तो कचरा दिखाई देगा और न ही बदबू आएगी।
यहां कचरे से प्लास्टिक, पत्थर, कांच, लोहे इत्यादि को अलग-अलग किया जाएगा। बाकी बचे बायोडिग्रेबल कचरे को मशीनों से कांपेक्ट करके गालंद में भेजा जाएगा। रात के वक्त कचरे को गालंद में लगने वाले वेस्ट टू एनर्जी प्लांट तक पहुंचाया जाएगा ताकि ट्रैफिक में वाहन न फंसे और लोगों को भी कचरा न दिखाई दे।
उन्होंने बताया कि छह महीने में इस योजना पर काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए प्रत्येक जोन में एक एकड़ जमीन ट्रांसफर स्टेशन के लिए चिह्नित की जाएगी।
नगर निगम डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए 80 छोटे वाहन (छोटा हाथी) खरीदेगा। यह वाहन छोटी गलियों में भी आसानी से पहुंच जाएंगे। इनके अलावा 20 कवर्ड टिपर 8.5 क्यूबिक मीटर क्षमता के, 10 रिफ्यूज कांपेक्टर वाहन खरीदे जाएंगे।
इन पर निगम 7.5 करोड़ रुपये खर्च करेगा। यह वाहन कूड़े को कांपेक्टर कर एक समय में ज्यादा कचरा ढोने में सक्षम होंगे। निगम ढाई करोड़ रुपये की चार रोड स्वीपिंग मशीनें खरीदेगा। पुराने 10 टिपर को कवर्ड कराने पर नगर निगम 86 लाख रुपये खर्च करेगा।
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अन्य महत्वपूर्ण कार्य
घरों में बांटने के लिए 78 लाख के बजट से दो लाख डस्टबिन खरीदेगा निगम
वार्डों में कर्मचारियों की हाजिरी लगाने के लिए 12 लाख की 100 बायोमीट्रिक मशीनें खरीदेगा
पैचवर्क के लिए मिक्साल मशीन और रोड रोलर खरीदने पर 27 लाख रुपये खर्च होंगे
तालाबों की खुदाई के लिए पांच करोड़ रुपये स्वीकृत
80 वार्डों में 64 लाख की लागत से सफाई कर्मचारियों के लिए हाजिरी स्थल बनाए जाएंगे
श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क के सौंदर्यीकरण पर खर्च होंगे एक करोड़ रुपये
क्रांतिकारी स्मृति स्थल के विकास पर खर्च होंगे 5 करोड़ रुपये
24 लाख से खरीदे जाएंगे दो ट्रैक्टर
32 लाख की लागत से 40 लॉन मूवर मशीनें खरीदी जाएंगी
26 लाख की लागत से 26 बुश कटर खरीदेगा
6 लाख के दो लॉन मूवर ट्रैक्टर, 36 लाख के दो वाटर टैंकर खरीदे जाएंगे
6 लाख का एक छोटा टैंपों भी खरीदा जाएगा
28.25 लाख से 20 एचपी क्षमता के 25 मोटरें खरीदी जाएंगी
27.53 लाख की लागत से 10 एचपी क्षमता के 40 मोटरें खरीदेगा निगम
अवस्थापना निधि 65.14 करोड़ रुपये यहां होंगे खर्च
45.84 करोड़ निर्माण कार्यों पर होंगे खर्च
12.50 करोड़ सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट पर खर्च होंगे
6.80 करोड़ रुपये अन्य कार्यों पर खर्च होंगे
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14वें वित्त के 84.41 करोड़ रुपये ऐसे होंगे खर्च
निर्माण विभाग 38.79 करोड़
सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट 18.38 करोड़
उद्यान विभाग 1.22 करोड़
जलकल विभाग 18.53 करोड़
पथ प्रकाश 1.94 करोड़
अन्य कार्य 5.54 करोड़