राजधानी के रोहिणी स्थित आंबेडकर अस्पताल में 50 घंटे बीते जाने के बाद भी पूरी तरह बिजली बहाल नहीं हो सकी। इस वजह से रविवार के दिन भी किसी मरीज को अस्पताल में दाखिल नहीं किया गया। वहीं, वार्ड में भर्ती मरीजों का गर्मी से बुरा हाल रहा। सोमवार को भी ओपीडी सेवाएं प्रभावित होने की संभावना है। ऐसे में अगले 24 घंटे में मरीजों की परेशानी बढ़ सकती है।
आंबेडकर अस्पताल प्रशासन की ओर से एक दिन पहले अधिसूचना जारी करते हुए रविवार शाम तक बिजली सेवा बहाल होने की बात कही गई थी, लेकिन रविवार शाम तक भी अस्पताल के कुछ हिस्सों में पूरी तरह से बिजली बहाल नहीं हो सकी।
प्रशासन की ओर से आपातकालीन विभाग से लेकर अन्य इलाकों में अस्थायी रूप से बिजली की व्यवस्था की गई। अस्पताल में शुक्रवार की शाम करीब साढ़े चार बजे सब-स्टेशन में शॉट सर्किट होने की वजह से अस्पताल की पूरी बिजली चली गई थी। इस वजह से अस्पताल ने किसी भी नए मरीज को भर्ती करने से इनकार कर दिया था। एक दिन पहले ही आंबेडकर अस्पताल प्रशासन ने आस-पास के अस्पतालों को पत्र लिखकर किसी भी मरीज को आंबेडकर अस्पताल न भेजने का अनुरोध किया था। साथ ही यहां से भेजे गए मरीजों का इलाज करने के लिए कहा था।
रविवार को बिजली आपूर्ति को लेकर जब चिकित्सा निदेशक डॉ. नवनीत गोयल को कई बार संपर्क करने का प्रयास किया तो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
बिजली के साथ-साथ पानी ने बढ़ाई समस्या
अस्पताल में बिजली के साथ-साथ पीने के पानी ने मरीजों व तीमारदारों की परेशानी को बढ़ाया। पानी आपूर्ति प्रभावित होने के कारण तीमारदारों को बाहर से पानी खरीदकर पीना पड़ा। वहीं, अन्य उपयोग में आना वाला पानी की आपूर्ति भी प्रभावित रही। इस वजह से मरीजों व उनके तीमारदारों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा।
केबल अधिक जलने की वजह से प्रभावित हो रही बिजली
अस्पताल के सब-स्टेशन के केबल अधिक जलने की वजह से बिजली आपूर्ति सामान्य होने में समय लग रहा है। प्रशासन ने तार के कुछ हिस्से को बदल दिया है, लेकिन अभी भी इसे पूरी तरह से बदलना बाकी है। वहीं, सब-स्टेशन में भी शॉट सर्किट होने की वजह से अधिक नुकसान हुआ है। स्टेशन को भी प्रशासन ठीक कर रहा है।
विस्तार
राजधानी के रोहिणी स्थित आंबेडकर अस्पताल में 50 घंटे बीते जाने के बाद भी पूरी तरह बिजली बहाल नहीं हो सकी। इस वजह से रविवार के दिन भी किसी मरीज को अस्पताल में दाखिल नहीं किया गया। वहीं, वार्ड में भर्ती मरीजों का गर्मी से बुरा हाल रहा। सोमवार को भी ओपीडी सेवाएं प्रभावित होने की संभावना है। ऐसे में अगले 24 घंटे में मरीजों की परेशानी बढ़ सकती है।
आंबेडकर अस्पताल प्रशासन की ओर से एक दिन पहले अधिसूचना जारी करते हुए रविवार शाम तक बिजली सेवा बहाल होने की बात कही गई थी, लेकिन रविवार शाम तक भी अस्पताल के कुछ हिस्सों में पूरी तरह से बिजली बहाल नहीं हो सकी।
प्रशासन की ओर से आपातकालीन विभाग से लेकर अन्य इलाकों में अस्थायी रूप से बिजली की व्यवस्था की गई। अस्पताल में शुक्रवार की शाम करीब साढ़े चार बजे सब-स्टेशन में शॉट सर्किट होने की वजह से अस्पताल की पूरी बिजली चली गई थी। इस वजह से अस्पताल ने किसी भी नए मरीज को भर्ती करने से इनकार कर दिया था। एक दिन पहले ही आंबेडकर अस्पताल प्रशासन ने आस-पास के अस्पतालों को पत्र लिखकर किसी भी मरीज को आंबेडकर अस्पताल न भेजने का अनुरोध किया था। साथ ही यहां से भेजे गए मरीजों का इलाज करने के लिए कहा था।
रविवार को बिजली आपूर्ति को लेकर जब चिकित्सा निदेशक डॉ. नवनीत गोयल को कई बार संपर्क करने का प्रयास किया तो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
बिजली के साथ-साथ पानी ने बढ़ाई समस्या
अस्पताल में बिजली के साथ-साथ पीने के पानी ने मरीजों व तीमारदारों की परेशानी को बढ़ाया। पानी आपूर्ति प्रभावित होने के कारण तीमारदारों को बाहर से पानी खरीदकर पीना पड़ा। वहीं, अन्य उपयोग में आना वाला पानी की आपूर्ति भी प्रभावित रही। इस वजह से मरीजों व उनके तीमारदारों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा।
केबल अधिक जलने की वजह से प्रभावित हो रही बिजली
अस्पताल के सब-स्टेशन के केबल अधिक जलने की वजह से बिजली आपूर्ति सामान्य होने में समय लग रहा है। प्रशासन ने तार के कुछ हिस्से को बदल दिया है, लेकिन अभी भी इसे पूरी तरह से बदलना बाकी है। वहीं, सब-स्टेशन में भी शॉट सर्किट होने की वजह से अधिक नुकसान हुआ है। स्टेशन को भी प्रशासन ठीक कर रहा है।