डीडीए ने अनाधिकृत कालोनियों के मालिकाना हक की प्रक्रिया के तहत सीमांकन सर्वे का काम तेज कर दिया है। डीडीए अब कॉलोनियों के डिजिटल नक्शों को अपलोड करने में जुटा है। इसी कड़ी में दस्तावेज अपलोड करने और लोगों की सुविधा के लिए सोमवार को 25 हेल्पडेस्क भी शुरु किये गए।
डीडीए के अनुसार 1731 अनाधिकृत कॉलोनियों के 40 लाख लोगों को मालिकाना हक के लिए पोर्टल पर अपने दावे के संबंध में दस्तावेज अपलोड करने होंगे। इसमें किसी तरह की दिक्कत पेश न आए, इसे ध्यान में रखते हुए वसंत कुंज, कालकाजी, नेहरू प्लेस व द्वारका सहित नई दिल्ली में 13, आजादपुर, पीतमपुरा में कुल तीन, लॉरेंस रोड पर एक, रोहिणी में दो, पूर्वी दिल्ली में चार, बाहरी दिल्ली क्षेत्र में दो हेल्प डेस्क बनाए गए हैं।
सेटेलाइट इमेज पर आरडब्ल्यूए से मिलने वाले सुझाव के आधार पर नियमितिकरण की कार्रवाई को अमल में लाया जाएगा। फिलहाल डीडीए ने अब तक करीब 415 नक्शों को अपलोड कर दिया है।
डीडीए ने अनाधिकृत कालोनियों के मालिकाना हक की प्रक्रिया के तहत सीमांकन सर्वे का काम तेज कर दिया है। डीडीए अब कॉलोनियों के डिजिटल नक्शों को अपलोड करने में जुटा है। इसी कड़ी में दस्तावेज अपलोड करने और लोगों की सुविधा के लिए सोमवार को 25 हेल्पडेस्क भी शुरु किये गए।
डीडीए के अनुसार 1731 अनाधिकृत कॉलोनियों के 40 लाख लोगों को मालिकाना हक के लिए पोर्टल पर अपने दावे के संबंध में दस्तावेज अपलोड करने होंगे। इसमें किसी तरह की दिक्कत पेश न आए, इसे ध्यान में रखते हुए वसंत कुंज, कालकाजी, नेहरू प्लेस व द्वारका सहित नई दिल्ली में 13, आजादपुर, पीतमपुरा में कुल तीन, लॉरेंस रोड पर एक, रोहिणी में दो, पूर्वी दिल्ली में चार, बाहरी दिल्ली क्षेत्र में दो हेल्प डेस्क बनाए गए हैं।
सेटेलाइट इमेज पर आरडब्ल्यूए से मिलने वाले सुझाव के आधार पर नियमितिकरण की कार्रवाई को अमल में लाया जाएगा। फिलहाल डीडीए ने अब तक करीब 415 नक्शों को अपलोड कर दिया है।