विज्ञापन
Hindi News ›   Delhi ›   Delhi NCR News ›   crores of thugs by sending message of power cut to people five arrested by delhi police

नेटवर्क का खुलासा: 1.33 लाख से अधिक लोगों को बिजली काटने का संदेश भेज करोड़ों ठगे, शातिर ऐसे बनाते थे शिकार

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: Vikas Kumar Updated Tue, 06 Jun 2023 10:49 PM IST
सार

जांच में पता चला कि सिराज अंसारी 10वीं पास है और पांच साल से ठगी कर रहा है। सनाउल मियां अनपढ़ है और पांच साल से ही जालसाजी कर रहा है। 

crores of thugs by sending message of power cut to people five arrested by delhi police
बिजली के बिल के नाम पर ठगी - फोटो : अमर उजाला

विस्तार
Follow Us

मोबाइल पर बिजली कनेक्शन काटने का संदेश आए तो सावधान हो जाएं। जालसाज इसके जरिये देशभर में सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये ठग चुके हैं। बाहरी उत्तरी जिला साइबर सेल ने मामले की जांच करते हुए पश्चिम बंगाल और झारखंड से चल रहे इस नेटवर्क का खुलासा करते हुए छह ठगों को गिरफ्तार किया है। 

आरोपी संदेश मिलने के बाद संपर्क करने वालों से एप डाउनलोड करवाते थे और फिर फोन की सारी जानकारी लेकर बैंक खाते में सेंध लगा देते थे। गिरोह अब तक 1.33 लाख लोगों के मोबाइल पर संदेश भेज चुका है। इनके कब्जे से पुलिस ने सात स्मार्टफोन, तीन बेसिक फोन, चार डेबिट कार्ड और एक सिम कार्ड बरामद किया है। पुलिस पांच बैंक खातों की जांच कर रही है। आरोपियों की पहचान देवघर झारखंड निवासी सिराज अंसारी, सनाउल मियां व जाहिद अंसारी और दुर्गापुर पश्चिम बंगाल निवासी दीपांकर अंकुरे, अनिकेश दास व अर्घ्य के रूप में हुई है।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीआईएसएफ में कार्यरत रोहिणी निवासी सचिन निकम ने बाहरी उत्तरी जिला साइबर सेल में ठगी की शिकायत की। उन्होंने बताया कि 20 फरवरी को बिजली बिल का भुगतान न करने और कनेक्शन काटने की चेतावनी वाला एक संदेश मिला। संदेश में दिए हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करने पर उन्हें एप डाउनलोड करने के लिए कहा गया। एप डाउनलोड करते ही उनके खो से 2.05 लाख रुपये निकल गए। इसके बाद निरीक्षक रमन कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने जांच शुरू की। 

कॉल डिटेल रिकॉर्ड की जांच में पता चला कि नंबर दुर्गापुर, पश्चिम बंगाल निवासी दीपांकर के नाम से पंजीकृत है। सीडीआर रिकॉर्ड से पता चला कि इससे पूरे भारत में 1.33 लाख बिलों का भुगतान न करने और कनेक्शन काटने वाले संदेश भेजे गए हैं। जांच में शामिल नहीं होने पर पुलिस ने दीपांकर व सहयोगी अनिकेश दास को गिरफ्तार कर लिया। 

इन्हें पोस्टपेड सिम कार्ड और खाते मुहैया करवाने वाले अर्घ्य से पूछताछ में पता चला कि जामताड़ा और देवघर से साइबर मामले में अर्घ्य पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। यह भी पता चला कि अर्घ्य के तार झारखंड और पश्चिम बंगाल के साइबर अपराधियों से जुड़े हैं। तीनों बिजली बिल का भुगतान न करने वाला मैसेज देकर ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य हैं।

जांच के दौरान पुलिस को हावड़ा पश्चिम बंगाल के दो बैंक खातों का पता चला जिससे पैसा निकाला गया था। तकनीकी निगरानी और बैंकों के एटीएम बूथ के सीसीटीवी के जरिये पुलिस ने गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश शुरू की। इस दौरान पुलिस को पता चला कि झारखंड के रहने वाले सिराज अंसारी, सनाउल मियां और जाहिद अंसारी हावड़ा के एसी मार्केट के एटीएम बूथ के पास लॉज लेकर रहते हैं और संदिग्ध बैंक खातों से पैसे निकालते हैं। इसके बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

पांच साल से दे रहे वारदात अंजाम
जांच में पता चला कि सिराज अंसारी 10वीं पास है और पांच साल से ठगी कर रहा है। सनाउल मियां अनपढ़ है और पांच साल से ही जालसाजी कर रहा है। जाहिद अंसारी आठवीं पास है और तीन साल से ठगी कर रहा है। दीपांकर, अर्घ्य और अनिकेश दास 12वीं पास हैं। तीनों जालसाजों को सिम मुहैया करवा रहे थे।
विज्ञापन
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Independence day

अतिरिक्त ₹50 छूट सालाना सब्सक्रिप्शन पर

Next Article

फॉन्ट साइज चुनने की सुविधा केवल
एप पर उपलब्ध है

app Star

ऐड-लाइट अनुभव के लिए अमर उजाला
एप डाउनलोड करें

बेहतर अनुभव के लिए
4.3
ब्राउज़र में ही
X
Jobs

सभी नौकरियों के बारे में जानने के लिए अभी डाउनलोड करें अमर उजाला ऐप

Download App Now

अपना शहर चुनें और लगातार ताजा
खबरों से जुडे रहें

एप में पढ़ें

क्षमा करें यह सर्विस उपलब्ध नहीं है कृपया किसी और माध्यम से लॉगिन करने की कोशिश करें

Followed

Reactions (0)

अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं

अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें