उत्तराखंड में कोविड की वजह से पिछले डेढ़ साल से अधिक समय से बंद चल रहे कक्षा एक से पांचवीं तक के स्कूल मंगलवार से खुल गए। स्कूल खुलने पर छात्र-छात्राओं में खासा उत्साह दिखा। पहले दिन करीब 55 फीसदी छात्र स्कूल पहुंचे। रुद्रप्रयाग जिले में सबसे अधिक 79 फीसदी और हरिद्वार जिले में सबसे कम 40 फीसदी छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंचे।
उत्तराखंड में कोरोना: सोमवार को मिले 11 नए संक्रमित, एक भी मरीज की मौत नहीं
शिक्षा सचिव राधिका झा के मुताबिक स्कूल खुलने पर कोविड-19 की एसओपी का पालन किया जा रहा है। प्रदेश के 11 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में तीन लाख 74 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं। डेढ़ साल बाद स्कूल खुलने पर पहले दिन 208911 छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंचे। देहरादून जिले में 51 फीसदी और ऊधमसिंह नगर में 49 फीसदी छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंचे। इसके अलावा अल्मोड़ा में 75, बागेश्वर में 49, चमोली में 74, नैनीताल में 56, पौड़ी में 74, पिथौरागढ़ में 43, टिहरी में 59 और उत्तरकाशी में 77 फीसदी छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंचे।
शिक्षकों की उपस्थिति 89 फीसदी रही। 25 शिक्षक बिना सूचना के अनुपस्थित रहे। इसके अलावा 642 शिक्षक आकस्मिक अवकाश पर रहे। प्रदेश में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मार्च 2020 में प्राथमिक स्कूलों को बंद कर दिया गया था। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक स्थिति कुछ सामान्य होने के बाद स्कूलों को खोला गया है। स्कूलों में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनो माध्यमों से पढ़ाई जारी रहेगी।
बागेश्वर में कोरोना पॉजिटिव निकला आठवीं का छात्र
राजकीय जूनियर हाईस्कूल बिलौना में एक छात्र के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद विद्यालय को तीन दिन के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं जिले में कोरोना का एक संक्रमित मिलने के बाद सक्रिय मरीजों की संख्या छह हो गई है।
मंगलवार को राजूहा बिलौना में कक्षा आठ का एक छात्र कोरोना पॉजिटिव निकला। प्रधानाचार्य नूर अफजल ने बताया कि छात्र को जुकाम-बुखार होने की सूचना के बाद परिजनों ने उसकी जांच कराई थी। सुबह छात्र विद्यालय पहुंचा था, जिसके बाद उसके कोरोना पॉजटिव होने की रिपोर्ट मिली। जानकारी होते ही तत्काल खंड शिक्षाधिकारी और मुख्य शिक्षाधिकारी को सूचना दी गई। उनके निर्देश के बाद विद्यालय को तीन दिन के लिए बंद कर दिया गया है। प्रशासन को विद्यालय को सेनेटाइज कराने के लिए लिखा गया है। इधर, मुख्य शिक्षाधिकारी पदमेंद्र सकलानी ने बताया कि छात्र की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद एहतियातन विद्यालय तीन दिन के लिए बंद कर दिया है। सेनेटाइजेशन के बाद विद्यालय को पुन: खोला जाएगा।
इधर, जिले में संक्रमित पांच मरीजों में से एक का उपचार कोविड अस्पताल में चल रहा है, जबकि बाकी मरीजों को होम आइसालेशन में रखा गया है। सीएमओ डॉ. सुनीता टम्टा ने बताया कि मंगलवार को जांच के लिए 290 लोगों के सैंपल भेजे गए हैं। अब तक जिले से 1,22,490 लोगों के सैंपल जांच को भेजे जा चुके हैं। जिले में कोरोना के 6121 संक्रमित मिले, जिनमें से 6059 ने कोरोना को मात दी है। महामारी से 56 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय-11653
राजकीय सहायता प्राप्त विद्यालय-11
अन्य सरकारी विद्यालय -53
निजी प्राथमिक विद्यालय-2290
एक से पांचवीं तक 7 लाख से अधिक हैं छात्र-छात्राएं
प्रदेश के सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में लगभग तीन लाख 63 हजार और निजी स्कूलों में चार लाख से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं।
स्कूलों को विभाग से बच्चों के मास्क एवं सैनिटाइजर के लिए कोई बजट उपलब्ध नहीं हुआ है। इसके बावजूद सभी शिक्षकों को कहा गया है कि अपने प्रयास से इसकी व्यवस्था करें।
- दिग्विजय चौहान, प्रदेश अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ
विस्तार
उत्तराखंड में कोविड की वजह से पिछले डेढ़ साल से अधिक समय से बंद चल रहे कक्षा एक से पांचवीं तक के स्कूल मंगलवार से खुल गए। स्कूल खुलने पर छात्र-छात्राओं में खासा उत्साह दिखा। पहले दिन करीब 55 फीसदी छात्र स्कूल पहुंचे। रुद्रप्रयाग जिले में सबसे अधिक 79 फीसदी और हरिद्वार जिले में सबसे कम 40 फीसदी छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंचे।
उत्तराखंड में कोरोना: सोमवार को मिले 11 नए संक्रमित, एक भी मरीज की मौत नहीं
शिक्षा सचिव राधिका झा के मुताबिक स्कूल खुलने पर कोविड-19 की एसओपी का पालन किया जा रहा है। प्रदेश के 11 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में तीन लाख 74 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं पढ़ रहे हैं। डेढ़ साल बाद स्कूल खुलने पर पहले दिन 208911 छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंचे। देहरादून जिले में 51 फीसदी और ऊधमसिंह नगर में 49 फीसदी छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंचे। इसके अलावा अल्मोड़ा में 75, बागेश्वर में 49, चमोली में 74, नैनीताल में 56, पौड़ी में 74, पिथौरागढ़ में 43, टिहरी में 59 और उत्तरकाशी में 77 फीसदी छात्र-छात्राएं स्कूल पहुंचे।
शिक्षकों की उपस्थिति 89 फीसदी रही। 25 शिक्षक बिना सूचना के अनुपस्थित रहे। इसके अलावा 642 शिक्षक आकस्मिक अवकाश पर रहे। प्रदेश में कोविड संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मार्च 2020 में प्राथमिक स्कूलों को बंद कर दिया गया था। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक स्थिति कुछ सामान्य होने के बाद स्कूलों को खोला गया है। स्कूलों में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनो माध्यमों से पढ़ाई जारी रहेगी।
बागेश्वर में कोरोना पॉजिटिव निकला आठवीं का छात्र
राजकीय जूनियर हाईस्कूल बिलौना में एक छात्र के कोरोना पॉजिटिव निकलने के बाद विद्यालय को तीन दिन के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं जिले में कोरोना का एक संक्रमित मिलने के बाद सक्रिय मरीजों की संख्या छह हो गई है।
मंगलवार को राजूहा बिलौना में कक्षा आठ का एक छात्र कोरोना पॉजिटिव निकला। प्रधानाचार्य नूर अफजल ने बताया कि छात्र को जुकाम-बुखार होने की सूचना के बाद परिजनों ने उसकी जांच कराई थी। सुबह छात्र विद्यालय पहुंचा था, जिसके बाद उसके कोरोना पॉजटिव होने की रिपोर्ट मिली। जानकारी होते ही तत्काल खंड शिक्षाधिकारी और मुख्य शिक्षाधिकारी को सूचना दी गई। उनके निर्देश के बाद विद्यालय को तीन दिन के लिए बंद कर दिया गया है। प्रशासन को विद्यालय को सेनेटाइज कराने के लिए लिखा गया है। इधर, मुख्य शिक्षाधिकारी पदमेंद्र सकलानी ने बताया कि छात्र की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद एहतियातन विद्यालय तीन दिन के लिए बंद कर दिया है। सेनेटाइजेशन के बाद विद्यालय को पुन: खोला जाएगा।
इधर, जिले में संक्रमित पांच मरीजों में से एक का उपचार कोविड अस्पताल में चल रहा है, जबकि बाकी मरीजों को होम आइसालेशन में रखा गया है। सीएमओ डॉ. सुनीता टम्टा ने बताया कि मंगलवार को जांच के लिए 290 लोगों के सैंपल भेजे गए हैं। अब तक जिले से 1,22,490 लोगों के सैंपल जांच को भेजे जा चुके हैं। जिले में कोरोना के 6121 संक्रमित मिले, जिनमें से 6059 ने कोरोना को मात दी है। महामारी से 56 लोगों की मौत भी हो चुकी है।