पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
उत्तराखंड के चमोली जिले के सीमांत गांवों में भी अब मोबाइल की घंटी बजेगी। बुधवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नीति घाटी के जुमा में स्थापित जियो टावर का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया। जियो का एक टावर सुकी में भी स्थापित किया गया है। इससे स्थानीय ग्रामीण उपभोक्ताओं को फोर जी इंटरनेट कनेक्टिविटी भी मिलेगी। मुख्यमंत्री ने चमोली के सीमांत गांवों के लोगों को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि इस सेवा से प्रदेश के सीमांत क्षेत्रों के लोगों को फायदा होगा। इससे सीमांत क्षेत्रों में व्यापार, उत्पाद एवं आनलाइन मैपिंग में भी लोगों को सुविधा होगी। सीमांत क्षेत्रों में लोगों को ऑनलाइन आवेदन और विभिन्न कार्यों के लिए सुविधा होगी।
सरकार की ओर से ई-गवर्नेंस की दिशा में किए जा रहे कार्यों का भी सीमांत क्षेत्रों के लोगों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर समिट के दौरान मुंबई में मुकेश अंबानी से जियो की सेवा के लिए बात हुई थी। उन्होंने कहा था कि उत्तराखंड में जो भी जियो की सेवा दी जाएगी, उसमें लाभ या कामर्शियल के हिसाब से नहीं सोचा जाएगा।
देश के सीमांत क्षेत्रों तक सेवा पहुंचे, इसको ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्रों में जियो की कनेक्टिविटी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने मुकेश अंबानी का भी आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से सांसद तीरथ सिंह रावत, बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र भट्ट, चमोली के भाजपा जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, मुख्यमंत्री आईटी सलाहकार रवीन्द्र दत्त, जियो के स्टेट हेड विशाल अग्रवाल, अमरनाथ ठाकुर, योगेंद्र सिंह एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
इन गांवों को मिलेगा फायदा
नीति घाटी में लगे जियो के इन मोबाईल टावरों से जुमा, जेलम, काजा, गरपत, लौंग, टमक, बकरांसु, फागती, तोलमा, सुरई, सूकी मल्लागांव एवं लाटा गांव के लोगों को मोबाइल कनेक्टिविटी मिलेगी।
मार्च तक सीमांत गांवों में 25 मोबाइल टावर
15 दिसंबर 2020 तक 10 एवं मार्च 2021 तक सीमांत क्षेत्रों में जियो के 25 मोबाईल टावर लगाए जाएंगे। मार्च 2021 तक चमोली जनपद के अधिकांश सीमांत गांव जियो की 4-जी कनेक्टिविटी से जुड़ जाएंगे।
उत्तराखंड के चमोली जिले के सीमांत गांवों में भी अब मोबाइल की घंटी बजेगी। बुधवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नीति घाटी के जुमा में स्थापित जियो टावर का वर्चुअल माध्यम से शुभारंभ किया। जियो का एक टावर सुकी में भी स्थापित किया गया है। इससे स्थानीय ग्रामीण उपभोक्ताओं को फोर जी इंटरनेट कनेक्टिविटी भी मिलेगी। मुख्यमंत्री ने चमोली के सीमांत गांवों के लोगों को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि इस सेवा से प्रदेश के सीमांत क्षेत्रों के लोगों को फायदा होगा। इससे सीमांत क्षेत्रों में व्यापार, उत्पाद एवं आनलाइन मैपिंग में भी लोगों को सुविधा होगी। सीमांत क्षेत्रों में लोगों को ऑनलाइन आवेदन और विभिन्न कार्यों के लिए सुविधा होगी।
सरकार की ओर से ई-गवर्नेंस की दिशा में किए जा रहे कार्यों का भी सीमांत क्षेत्रों के लोगों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर समिट के दौरान मुंबई में मुकेश अंबानी से जियो की सेवा के लिए बात हुई थी। उन्होंने कहा था कि उत्तराखंड में जो भी जियो की सेवा दी जाएगी, उसमें लाभ या कामर्शियल के हिसाब से नहीं सोचा जाएगा।
देश के सीमांत क्षेत्रों तक सेवा पहुंचे, इसको ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्रों में जियो की कनेक्टिविटी दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने मुकेश अंबानी का भी आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से सांसद तीरथ सिंह रावत, बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र भट्ट, चमोली के भाजपा जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, मुख्यमंत्री आईटी सलाहकार रवीन्द्र दत्त, जियो के स्टेट हेड विशाल अग्रवाल, अमरनाथ ठाकुर, योगेंद्र सिंह एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
इन गांवों को मिलेगा फायदा
नीति घाटी में लगे जियो के इन मोबाईल टावरों से जुमा, जेलम, काजा, गरपत, लौंग, टमक, बकरांसु, फागती, तोलमा, सुरई, सूकी मल्लागांव एवं लाटा गांव के लोगों को मोबाइल कनेक्टिविटी मिलेगी।
मार्च तक सीमांत गांवों में 25 मोबाइल टावर
15 दिसंबर 2020 तक 10 एवं मार्च 2021 तक सीमांत क्षेत्रों में जियो के 25 मोबाईल टावर लगाए जाएंगे। मार्च 2021 तक चमोली जनपद के अधिकांश सीमांत गांव जियो की 4-जी कनेक्टिविटी से जुड़ जाएंगे।