प्रदेश के एक भी राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में मानक के अनुरूप शिक्षक नहीं हैं। स्कूलों में शासन की ओर से प्रतिनियुक्ति पर शिक्षकों की तैनाती का शासनादेश हुआ, लेकिन सीबीएसई बोर्ड से संचालित इन स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती नहीं हो सकी। ऐसे में सीबीएसई बोर्ड छात्र अनुपात में शिक्षक न होने पर स्कूलों में छात्र-छात्राओं के प्रवेश पत्र जारी करने पर रोक लगा सकता है।
सीबीएसई बोर्ड की ओर से कुछ स्कूलों को इसकी चेतावनी भी जारी की गई है। जिसमें छात्र-छात्राओं के प्रवेश पत्र रोकने की बात कही गई है। जिससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि स्कूलों में संविदा शिक्षकों की तैनाती की जा सके, इसके लिए विद्यालय प्रबंधन समिति को अधिकृत करने के लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया गया है।
प्रदेश में 13 राजीव गांधी नवोदय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। जिसमें शिक्षकों के 29 फीसदी से अधिक पद रिक्त हैं। इनमें सबसे अधिक पद पर्वतीय जनपदों के स्कूलों के खाली हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इन स्कूलों में छात्र अनुपात में शिक्षकों की तैनाती नहीं हो पा रही है। जिससे सीबीएसई बोर्ड बच्चों के प्रवेश पत्र जारी न कर परीक्षाओं पर रोक लगा सकता है।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि सीबीएसई बोर्ड यह मानता है कि यदि मानकों के अनुरूप शिक्षक नहीं हैं तो उन विद्यालयों में विषय संचालित नहीं हो रहा है। जिसे देखते हुए विभाग की ओर से अब एक प्रस्ताव तैयार कर इसे शासन को भेज दिया गया है। इस प्रस्ताव में कहा गया है कि वीएमसी के स्तर से अनुबंध के आधार पर इन स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती की जाए।
चमोली जिले के राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में टीजीटी के आठ और पीजीटी के चार पद रिक्त हैं। जबकि पिथौरागढ़ में टीजीटी के आठ और पीजीटी के दो, बागेश्वर में टीजीटी के आठ और पीजीटी के दो, टिहरी में टीजीटी के छह और पीजीटी के दो, रुद्रप्रयाग जिले में टीजीटी के नौ और पीजीटी के पांच, उत्तरकाशी जिले में टीजीटी के सात और पीजीटी के दो, नैनीताल में टीजीटी के पांच, देहरादून जिले में टीजीटी के दो, हरिद्वार में टीजीटी के दो और पीजीटी के चार, खटीमा ऊधमसिंह नगर में टीजीटी के चार और पीजीटी के दो, अल्मोड़ा में पीजीटी का एक और टीजीटी का भी एक पद खाली है। चंपावत जिले में पीजीटी का दो और टीजीटी के भी दो पद खाली हैं।
सीबीएसई बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय ने दी है चेतावनी
राजीव गांधी नवोदय विद्यालय शिकारपुर लंढौरा जनपद हरिद्वार के प्राचार्य ने शिक्षा निदेशक को लिखे पत्र में कहा है कि सीबीएसई बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय ने चेतावनी दी है कि यदि विद्यालय द्वारा छात्र अनुपात में शिक्षकों का पूर्ण ब्योरा 17 नवंबर 2019 तक उपलब्ध नहीं कराया जाता तो ऐसी स्थिति में छात्र-छात्राओं के प्रवेश पत्र जारी नहीं किए जाएंगे। पत्र में कहा गया है कि विद्यालय में शिक्षकों की कमी है ऐसे में शिक्षकों का डाटा सीबीएसई पोर्टल पर अपलोड किया जाना संभव नहीं है।
सीबीएसई बोर्ड के चेतावनी पत्र की मुझे जानकारी नही है, मैं इसका पता करूंगा, नवोदय विद्यालयों में संविदा शिक्षकों की तैनाती की व्यवस्था की जाएगी। हम इन स्कूलों में प्रतिनियुक्ति पर शिक्षकों की इस वजह से तैनाती नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि विभाग में पहले ही शिक्षकों के पद रिक्त हैं, यदि इन शिक्षकों को नवोदय विद्यालयों में प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया गया तो विभाग में शिक्षक और कम हो जाएंगे।
-आर मीनाक्षी सुंदरम, शिक्षा सचिव
खास बातें
- सीबीएसई बोर्ड छात्र-छात्राओं के प्रवेश पत्र जारी करने पर लगा सकता है रोक
प्रदेश के एक भी राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में मानक के अनुरूप शिक्षक नहीं हैं। स्कूलों में शासन की ओर से प्रतिनियुक्ति पर शिक्षकों की तैनाती का शासनादेश हुआ, लेकिन सीबीएसई बोर्ड से संचालित इन स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती नहीं हो सकी। ऐसे में सीबीएसई बोर्ड छात्र अनुपात में शिक्षक न होने पर स्कूलों में छात्र-छात्राओं के प्रवेश पत्र जारी करने पर रोक लगा सकता है।
सीबीएसई बोर्ड की ओर से कुछ स्कूलों को इसकी चेतावनी भी जारी की गई है। जिसमें छात्र-छात्राओं के प्रवेश पत्र रोकने की बात कही गई है। जिससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि स्कूलों में संविदा शिक्षकों की तैनाती की जा सके, इसके लिए विद्यालय प्रबंधन समिति को अधिकृत करने के लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया गया है।
प्रदेश में 13 राजीव गांधी नवोदय विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। जिसमें शिक्षकों के 29 फीसदी से अधिक पद रिक्त हैं। इनमें सबसे अधिक पद पर्वतीय जनपदों के स्कूलों के खाली हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इन स्कूलों में छात्र अनुपात में शिक्षकों की तैनाती नहीं हो पा रही है। जिससे सीबीएसई बोर्ड बच्चों के प्रवेश पत्र जारी न कर परीक्षाओं पर रोक लगा सकता है।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि सीबीएसई बोर्ड यह मानता है कि यदि मानकों के अनुरूप शिक्षक नहीं हैं तो उन विद्यालयों में विषय संचालित नहीं हो रहा है। जिसे देखते हुए विभाग की ओर से अब एक प्रस्ताव तैयार कर इसे शासन को भेज दिया गया है। इस प्रस्ताव में कहा गया है कि वीएमसी के स्तर से अनुबंध के आधार पर इन स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती की जाए।
पर्वतीय जनपदों के स्कूलों में शिक्षकों के अधिकतर पद खाली
चमोली जिले के राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में टीजीटी के आठ और पीजीटी के चार पद रिक्त हैं। जबकि पिथौरागढ़ में टीजीटी के आठ और पीजीटी के दो, बागेश्वर में टीजीटी के आठ और पीजीटी के दो, टिहरी में टीजीटी के छह और पीजीटी के दो, रुद्रप्रयाग जिले में टीजीटी के नौ और पीजीटी के पांच, उत्तरकाशी जिले में टीजीटी के सात और पीजीटी के दो, नैनीताल में टीजीटी के पांच, देहरादून जिले में टीजीटी के दो, हरिद्वार में टीजीटी के दो और पीजीटी के चार, खटीमा ऊधमसिंह नगर में टीजीटी के चार और पीजीटी के दो, अल्मोड़ा में पीजीटी का एक और टीजीटी का भी एक पद खाली है। चंपावत जिले में पीजीटी का दो और टीजीटी के भी दो पद खाली हैं।
सीबीएसई बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय ने दी है चेतावनी
राजीव गांधी नवोदय विद्यालय शिकारपुर लंढौरा जनपद हरिद्वार के प्राचार्य ने शिक्षा निदेशक को लिखे पत्र में कहा है कि सीबीएसई बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय ने चेतावनी दी है कि यदि विद्यालय द्वारा छात्र अनुपात में शिक्षकों का पूर्ण ब्योरा 17 नवंबर 2019 तक उपलब्ध नहीं कराया जाता तो ऐसी स्थिति में छात्र-छात्राओं के प्रवेश पत्र जारी नहीं किए जाएंगे। पत्र में कहा गया है कि विद्यालय में शिक्षकों की कमी है ऐसे में शिक्षकों का डाटा सीबीएसई पोर्टल पर अपलोड किया जाना संभव नहीं है।
सीबीएसई बोर्ड के चेतावनी पत्र की मुझे जानकारी नही है, मैं इसका पता करूंगा, नवोदय विद्यालयों में संविदा शिक्षकों की तैनाती की व्यवस्था की जाएगी। हम इन स्कूलों में प्रतिनियुक्ति पर शिक्षकों की इस वजह से तैनाती नहीं कर पा रहे हैं, क्योंकि विभाग में पहले ही शिक्षकों के पद रिक्त हैं, यदि इन शिक्षकों को नवोदय विद्यालयों में प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया गया तो विभाग में शिक्षक और कम हो जाएंगे।
-आर मीनाक्षी सुंदरम, शिक्षा सचिव