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कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ट्रैक्टरों और कंबाइनों के साथ विशाल रैली निकाली। उन्होंने प्रधानमंत्री, केंद्रीय कृषि मंत्री और प्रदेश के शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका। किसानों ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के आवास के बाहर जमकर नारेबाजी भी की।
दिनेशपुर स्थित गुरुद्वारा माता साहिब कौर में सैकड़ों की संख्या में किसान और कांग्रेस कार्यकर्ता ट्रैक्टरों, कंबाइनों और कारों को लेकर पहुंचे थे। यहां पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रदेश के शिक्षामंत्री अरविंद पांडे का पुतला फूंका गया। इसके बाद क्षेत्र के वयोवृद्ध किसान नेता जोगिंदर सिंह ने झंडी दिखाकर ट्रैक्टर रैली को रवाना किया। रैली मुख्य मार्ग फिर संतोषनगर गूलरभोज में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के आवास के बाहर से होते हुए गदरपुर रवाना हुई। किसानों ने मंत्री के आवास के बाहर जमकर नारेबाजी की और उन्हें किसान विरोधी बताया।
किसान नेता तजिंदर सिंह विर्क, दिनेशपुर के पूर्व चेयरमैन काबल सिंह और डॉ. कुलवंत सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार पूंजीपतियों के इशारे पर कार्य कर रही है। सरकार को तीनों कृषि कानून हर हाल में वापस लेने होंगे। किसानों के विरोध को देखते हुए मंत्री आवास पर भारी पुलिस बल तैनात रहा।
रैली में पूर्व विधायक प्रेमानंद महाजन, मनोज देवराड़ी, त्रिलोचन सिंह, विनोद गुंबर, अशोक कुमार, हरविंदर सिंह, इंदरपाल सिंह, तारक बाछाड़, किशोर हाल्दार, ममता हाल्दार आदि मौजूद रहे। रैली के गदरपुर मुख्य मार्ग से गुजरने पर अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव महाजन ने कार्यकर्ताओं के साथ ट्रैक्टरों पर सवार किसानों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इसके बाद रैली वापस दिनेशपुर रवाना हुई और वहां पहुंचकर संपन्न हो गई।
किसानों की ट्रैक्टर रैली और मंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस चौकस थी। कोई बवाल न होने पर पुलिस ने राहत की सांस ली। मंत्री आवास पर सुरक्षा के लिहाज से एक प्लाटून पीएसी, आंसू गैस दस्ता और काशीपुर सेक्टर की फोर्स मौजूद थी।
पौन घंटे चला मंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन
शिक्षा मंत्री के आवास के बाहर किसानों की ट्रैक्टर रैली और प्रदर्शन पौन घंटे चला। दोपहर एक बजकर चालीस मिनट पर पहला ट्रैक्टर मंत्री आवास के बाहर पहुंचा था। किसानों ने एक ई-रिक्शे में लाउडस्पीकर लगाकर नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान रैली में शामिल ट्रैक्टर और कंबाइन चलती रही और ट्रैक्टर गुजरते रहे। दो बजकर बीस मिनट पर अंतिम ट्रैक्टर गुजर जाने पर नारेबाजी खत्म हुई। पूरी रैली के दौरान किसानों के निशाने पर पीएम मोदी के बाद शिक्षा मंत्री पांडेय ही रहे।
रैली से सड़क पर जाम
ट्रैक्टर रैली में बड़ी संख्या में किसान वाहनों के साथ पहुंचे थे। इसके चलते गदरपुर- मटकोटा राज्य राजमार्ग पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। मुख्य चौराहे के दोनों तरफ भारी जाम लग गया था। ट्रैक्टरों की संख्या अधिक होने के कारण लोग घंटों जाम में फंसे रहे। पुलिसकर्मी जाम खुलवाने के लिए मशक्कत करते रहे। (संवाद)
सियासी दल के नेता भी रहे सक्रिय
कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के साथ ही सियासी दलों के नेताओं की भी सक्रियता रही। रैली में कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रेमानंद महाजन, ममता हालदार, सुभाष बेहड़, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष काबल सिंह विर्क, शिल्पी अरोरा, तारक बाछाड़, विकास सरकार, प्रीत ग्रोवर, मनु चौधरी, किशोर हालदार के अलावा जरनैल सिंह काली, आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर, विजय वर्मा, भाजपा नेता त्रिनाथ विश्वास आदि थे। इसके अलावा हरपाल सिंह मनेस, सतनाम सिंह धारीवाल, लवली धारीवाल, रजत चिलाना, रेशम चंचल सिंह विर्क, दलजीत सिंह गोराया, कुलविंदर सिंह चीमा, बूटा सिंह, जगजीत सिंह, मलकीत सिंह चीमा, तीरथ सिंह गोराया आदि थे।
किसानों की बैठक में 26 जनवरी को दिल्ली में होने वाली ट्रैक्टर किसान परेड में शामिल होने के लिए बाजपुर क्षेत्र से एक हजार ट्रैक्टर ले जाने का लक्ष्य रखा गया। इस दौरान किसानों ने 23 जनवरी को विशाल ट्रैक्टरों का जत्था लेने की रणनीति बनाई।
इससे पहले किसान शहीद भगत सिंह चौक से गुरुद्वारा साहिब तक जुलूस के रूप में पहुंचे। बुधवार को गुरुद्वारा साहिब में आयोजित बैठक में किसानों ने 23 जनवरी को क्षेत्र से अधिक से अधिक ट्रैक्टर दिल्ली गाजीपुर बार्डर पर ले जाने की रणनीति बनाई। इसके लिए गांव गांव जाकर संपर्क अभियान चलाया जाएगा। किसानों ने कहा कि कृषि कानूनों को खारिज कराना ही अब मुख्य उद्देश्य है।
किसानों के हित में कानून : अनिल चौहान
भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार किसानों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है। छह वर्षों में सरकार ने किसान हित में अब तक की सभी सरकारों से अधिक कार्य किए हैं।
सरकार साफ नीयत के साथ काम कर रही है। सरकार पहले दिन से कह रही है कि वार्ता से मुद्दे का समाधान हो सकता है। मंशा थी कि किसान संगठन बिंदुवार चर्चा में जहां उचित संशोधन हो, उसे प्रस्तावित करें। सरकार उस पर अमल करने को तैयार है।
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ट्रैक्टरों और कंबाइनों के साथ विशाल रैली निकाली। उन्होंने प्रधानमंत्री, केंद्रीय कृषि मंत्री और प्रदेश के शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका। किसानों ने शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे के आवास के बाहर जमकर नारेबाजी भी की।
दिनेशपुर स्थित गुरुद्वारा माता साहिब कौर में सैकड़ों की संख्या में किसान और कांग्रेस कार्यकर्ता ट्रैक्टरों, कंबाइनों और कारों को लेकर पहुंचे थे। यहां पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रदेश के शिक्षामंत्री अरविंद पांडे का पुतला फूंका गया। इसके बाद क्षेत्र के वयोवृद्ध किसान नेता जोगिंदर सिंह ने झंडी दिखाकर ट्रैक्टर रैली को रवाना किया। रैली मुख्य मार्ग फिर संतोषनगर गूलरभोज में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के आवास के बाहर से होते हुए गदरपुर रवाना हुई। किसानों ने मंत्री के आवास के बाहर जमकर नारेबाजी की और उन्हें किसान विरोधी बताया।
किसान नेता तजिंदर सिंह विर्क, दिनेशपुर के पूर्व चेयरमैन काबल सिंह और डॉ. कुलवंत सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार पूंजीपतियों के इशारे पर कार्य कर रही है। सरकार को तीनों कृषि कानून हर हाल में वापस लेने होंगे। किसानों के विरोध को देखते हुए मंत्री आवास पर भारी पुलिस बल तैनात रहा।
रैली में पूर्व विधायक प्रेमानंद महाजन, मनोज देवराड़ी, त्रिलोचन सिंह, विनोद गुंबर, अशोक कुमार, हरविंदर सिंह, इंदरपाल सिंह, तारक बाछाड़, किशोर हाल्दार, ममता हाल्दार आदि मौजूद रहे। रैली के गदरपुर मुख्य मार्ग से गुजरने पर अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव महाजन ने कार्यकर्ताओं के साथ ट्रैक्टरों पर सवार किसानों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। इसके बाद रैली वापस दिनेशपुर रवाना हुई और वहां पहुंचकर संपन्न हो गई।
पुलिस ने ली राहत की सांस
किसानों की ट्रैक्टर रैली और मंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस चौकस थी। कोई बवाल न होने पर पुलिस ने राहत की सांस ली। मंत्री आवास पर सुरक्षा के लिहाज से एक प्लाटून पीएसी, आंसू गैस दस्ता और काशीपुर सेक्टर की फोर्स मौजूद थी।
पौन घंटे चला मंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन
शिक्षा मंत्री के आवास के बाहर किसानों की ट्रैक्टर रैली और प्रदर्शन पौन घंटे चला। दोपहर एक बजकर चालीस मिनट पर पहला ट्रैक्टर मंत्री आवास के बाहर पहुंचा था। किसानों ने एक ई-रिक्शे में लाउडस्पीकर लगाकर नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान रैली में शामिल ट्रैक्टर और कंबाइन चलती रही और ट्रैक्टर गुजरते रहे। दो बजकर बीस मिनट पर अंतिम ट्रैक्टर गुजर जाने पर नारेबाजी खत्म हुई। पूरी रैली के दौरान किसानों के निशाने पर पीएम मोदी के बाद शिक्षा मंत्री पांडेय ही रहे।
रैली से सड़क पर जाम
ट्रैक्टर रैली में बड़ी संख्या में किसान वाहनों के साथ पहुंचे थे। इसके चलते गदरपुर- मटकोटा राज्य राजमार्ग पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। मुख्य चौराहे के दोनों तरफ भारी जाम लग गया था। ट्रैक्टरों की संख्या अधिक होने के कारण लोग घंटों जाम में फंसे रहे। पुलिसकर्मी जाम खुलवाने के लिए मशक्कत करते रहे। (संवाद)
सियासी दल के नेता भी रहे सक्रिय
कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के साथ ही सियासी दलों के नेताओं की भी सक्रियता रही। रैली में कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रेमानंद महाजन, ममता हालदार, सुभाष बेहड़, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष काबल सिंह विर्क, शिल्पी अरोरा, तारक बाछाड़, विकास सरकार, प्रीत ग्रोवर, मनु चौधरी, किशोर हालदार के अलावा जरनैल सिंह काली, आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर, विजय वर्मा, भाजपा नेता त्रिनाथ विश्वास आदि थे। इसके अलावा हरपाल सिंह मनेस, सतनाम सिंह धारीवाल, लवली धारीवाल, रजत चिलाना, रेशम चंचल सिंह विर्क, दलजीत सिंह गोराया, कुलविंदर सिंह चीमा, बूटा सिंह, जगजीत सिंह, मलकीत सिंह चीमा, तीरथ सिंह गोराया आदि थे।
बाजपुर से एक हजार ट्रैक्टर लेकर दिल्ली जाएंगे किसान
किसानों की बैठक में 26 जनवरी को दिल्ली में होने वाली ट्रैक्टर किसान परेड में शामिल होने के लिए बाजपुर क्षेत्र से एक हजार ट्रैक्टर ले जाने का लक्ष्य रखा गया। इस दौरान किसानों ने 23 जनवरी को विशाल ट्रैक्टरों का जत्था लेने की रणनीति बनाई।
इससे पहले किसान शहीद भगत सिंह चौक से गुरुद्वारा साहिब तक जुलूस के रूप में पहुंचे। बुधवार को गुरुद्वारा साहिब में आयोजित बैठक में किसानों ने 23 जनवरी को क्षेत्र से अधिक से अधिक ट्रैक्टर दिल्ली गाजीपुर बार्डर पर ले जाने की रणनीति बनाई। इसके लिए गांव गांव जाकर संपर्क अभियान चलाया जाएगा। किसानों ने कहा कि कृषि कानूनों को खारिज कराना ही अब मुख्य उद्देश्य है।
किसानों के हित में कानून : अनिल चौहान
भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार किसानों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है। छह वर्षों में सरकार ने किसान हित में अब तक की सभी सरकारों से अधिक कार्य किए हैं।
सरकार साफ नीयत के साथ काम कर रही है। सरकार पहले दिन से कह रही है कि वार्ता से मुद्दे का समाधान हो सकता है। मंशा थी कि किसान संगठन बिंदुवार चर्चा में जहां उचित संशोधन हो, उसे प्रस्तावित करें। सरकार उस पर अमल करने को तैयार है।