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जोशीमठ में सरकार ने ड्रेनेज, नालों की लाइनिंग और सीवरेज के काम को फिलहाल आगे बढ़ा दिया है। सरकार का कहना है कि यह सब काम अब तकनीकी संस्थाओं की रिपोर्ट आने के बाद जोशीमठ पुनर्निर्माण के साथ ही किए जाएंगे।
शुक्रवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा ने बताया कि जोशीमठ में पांच नालों की लाइनिंग और सीवरेज के काम के लिए सिंचाई विभाग की ओर से करीब 200 करोड़ रुपये की संभावित डीपीआर सौंपी गई थी। लेकिन फिलहाल इसे रोक दिया गया है।
सीवरेज के काम को भी तभी आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभी बहुत सी चीजें देखनी हैं। कौन सा घर टूटेगा, कौन सा रहेगा, ट्रीटमेंट का काम किस दिशा में आगे बढ़ेगा। यह सभी बातें रिपोर्ट मिलने के बाद ही आगे बढ़ पाएंगी। इसलिए तय किया गया है कि यह सभी काम तभी शुरू कराए जाएंगे, जब जोशीमठ के पुनर्निर्माण का काम शुरू होगा। उन्होंने कहा कि जोशीमठ में बिजली, पानी, ड्रेनेज, सीवरेज इत्यादि सभी बातों को ध्यान में रखते हुए पुनर्निर्माण के कामों में शामिल किया जाएगा।