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मकर संक्रांति पर वैदिक रीति-रिवाज के साथ धूमधाम से स्वामी कैलाशानंद गिरि को दशनामी नागा संन्यासी परंपरा के सबसे प्रतिष्ठित श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े का आचार्य महामंडलेश्वर बनाया गया। पट्टाभिषेक समारोह में हेलीकॉप्टर से स्वामी कैलाशानंद गिरि और संतों पर पुष्प वर्षा की गई। हर-हर महादेव के जयकारों के साथ संतों ने आचार्य महामंडलेश्वर को तिलक लगाकर चादर ओढ़ाकर उनका सम्मान किया।
बृहस्पतिवार को पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी से सटे पार्किंग स्थल में स्वामी कैलाशानंद गिरि के पट्टाभिषेक कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। देशभर से प्रमुख संतगण, राजनीतिक, उद्योगपति और हजारों की संख्या में अनुयायी कार्यक्रम के साक्षी बने। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत नरेंद्र गिरि, मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी और रमता पंचों की उपस्थिति में स्वामी कैलाशानंद गिरि को आचार्य महामंडलेश्वर पद पर सुशोभित किया गया।
सभी 13 अखाड़ों के महामंडलेश्वर, श्रीमहंत और महंतों ने भगवा चादर ओढ़ाकर स्वामी कैलाशानंद गिरि का सम्मान किया। अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर पद पर आसीन हुए स्वामी कैलाशानंद गिरि जैसा युवा और दिव्य संत, संत समाज और हिंदू समाज को एक नई दिशा देगा।
अखाड़ों की सर्वोच्च परिषद रमता पंच और अखाड़े के पदाधिकारियों ने सर्वसम्मति से कैलाशानंद को सर्वोच्च पद पर स्थापित किया है। निरंजनी पंचायती अखाड़ा के सचिव और श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि श्री निरंजनी पंचायती अखाड़ा हमेशा समाज निर्माण और मानव सेवा के लिए कार्य करता रहा है।
स्वामी कैलाशानंद गिरि ने कहा श्री निरंजनी पंचायती अखाड़ा के श्रीमहंत रविंद्र पुरी, श्रीमहंत नरेंद्र गिरि और रमता पंचों ने उनके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी रख दी है। वे जिम्मेदारी का पूरी निष्ठा से पालन करेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार प्राथमिकता में रहेगा। हरिद्वार महाकुंभ मेले को निर्विघ्न, दिव्य और भव्य रूप से संपन्न कराने के लिए वे कार्य करेंगे। अखाड़ा और संतों की परंपरा से कभी समझौता नहीं करेंगे।
‘भारतीय संस्कृति के सच्चे संवाहक हैं कैलाशानंद’
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि भारतीय संस्कृति के सच्चे संवाहक हैं। उन्होंने हमेशा भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए कार्य किया है। उनका जीवन मानव सेवा और संत समाज की सेवा में समर्पित है, ऐसे संत विरले ही होते हैं।
कैलाशानंद ने समाज को दी नई दिशा
शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने हमेशा समाज को नई दिशा दी है। वे एक महान संत हैं और उन्होंने हमेशा मानव सेवा को ही अपना धर्म माना है।
पिछले साल 31 दिसंबर को कनखल स्थित श्री जगद्गुरु आश्रम में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज ने स्वामी कैलाशानंद गिरि को संन्यास दीक्षा दी थी। एक जनवरी को कैलाशानंद गिरि ने जन्मदिन के साथ संन्यास दिवस भी मनाया।
भजन की प्रस्तुति देकर दी बधाई
पट्टाभिषेक कार्यक्रम के दौरान भाजपा सांसद एवं भोजपुरी गायक मनोज तिवारी, प्रसिद्ध भजन गायिका अनुराधा पौडवाल ने भजन गाकर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि को बधाई दी।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, भाजपा राष्ट्रीय संगठन मंत्री शिवप्रकाश, भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेखा वर्मा, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, प्रदेश संगठन मंत्री अजेय कुमार, विधायक आदेश चौहान, सुरेश राठौर, प्रदीप बत्रा, यूपी के कैबिनेट मंत्री सुरेश पासी, राज्य मंत्री सुनील भराला, हरियाणा के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा, राज्यमंत्री कपिल देव, मेयर अनीता शर्मा, रुड़की मेयर गौरव गोयल, महंत राम रतन गिरि आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर बालकानंद गिरि, महंत दुर्गादास, महंत दामोदर दास, महंत देवानंद, महंत प्रेम गिरि, महंत रविंद्र पुरी, महंत जसविंदर सिंह, महंत जगजीत सिंह, ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी, सतपाल ब्रह्मचारी, बाबा हठयोगी, पूर्व विधायक अंबरीष कुमार।
मकर संक्रांति पर वैदिक रीति-रिवाज के साथ धूमधाम से स्वामी कैलाशानंद गिरि को दशनामी नागा संन्यासी परंपरा के सबसे प्रतिष्ठित श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े का आचार्य महामंडलेश्वर बनाया गया। पट्टाभिषेक समारोह में हेलीकॉप्टर से स्वामी कैलाशानंद गिरि और संतों पर पुष्प वर्षा की गई। हर-हर महादेव के जयकारों के साथ संतों ने आचार्य महामंडलेश्वर को तिलक लगाकर चादर ओढ़ाकर उनका सम्मान किया।
बृहस्पतिवार को पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी से सटे पार्किंग स्थल में स्वामी कैलाशानंद गिरि के पट्टाभिषेक कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। देशभर से प्रमुख संतगण, राजनीतिक, उद्योगपति और हजारों की संख्या में अनुयायी कार्यक्रम के साक्षी बने। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़ा के सचिव महंत नरेंद्र गिरि, मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी और रमता पंचों की उपस्थिति में स्वामी कैलाशानंद गिरि को आचार्य महामंडलेश्वर पद पर सुशोभित किया गया।
सभी 13 अखाड़ों के महामंडलेश्वर, श्रीमहंत और महंतों ने भगवा चादर ओढ़ाकर स्वामी कैलाशानंद गिरि का सम्मान किया। अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर पद पर आसीन हुए स्वामी कैलाशानंद गिरि जैसा युवा और दिव्य संत, संत समाज और हिंदू समाज को एक नई दिशा देगा।
अखाड़ों की सर्वोच्च परिषद रमता पंच और अखाड़े के पदाधिकारियों ने सर्वसम्मति से कैलाशानंद को सर्वोच्च पद पर स्थापित किया है। निरंजनी पंचायती अखाड़ा के सचिव और श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने कहा कि श्री निरंजनी पंचायती अखाड़ा हमेशा समाज निर्माण और मानव सेवा के लिए कार्य करता रहा है।
महाकुंभ के निर्विघ्न आयोजन के लिए कार्य करूंगा : कैलाशानंद
स्वामी कैलाशानंद गिरि ने कहा श्री निरंजनी पंचायती अखाड़ा के श्रीमहंत रविंद्र पुरी, श्रीमहंत नरेंद्र गिरि और रमता पंचों ने उनके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी रख दी है। वे जिम्मेदारी का पूरी निष्ठा से पालन करेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार प्राथमिकता में रहेगा। हरिद्वार महाकुंभ मेले को निर्विघ्न, दिव्य और भव्य रूप से संपन्न कराने के लिए वे कार्य करेंगे। अखाड़ा और संतों की परंपरा से कभी समझौता नहीं करेंगे।
‘भारतीय संस्कृति के सच्चे संवाहक हैं कैलाशानंद’
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि भारतीय संस्कृति के सच्चे संवाहक हैं। उन्होंने हमेशा भारतीय संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए कार्य किया है। उनका जीवन मानव सेवा और संत समाज की सेवा में समर्पित है, ऐसे संत विरले ही होते हैं।
कैलाशानंद ने समाज को दी नई दिशा
शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने हमेशा समाज को नई दिशा दी है। वे एक महान संत हैं और उन्होंने हमेशा मानव सेवा को ही अपना धर्म माना है।
31 दिसंबर जगद्गुरु शंकराचार्य ने दी थी दीक्षा
पिछले साल 31 दिसंबर को कनखल स्थित श्री जगद्गुरु आश्रम में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज ने स्वामी कैलाशानंद गिरि को संन्यास दीक्षा दी थी। एक जनवरी को कैलाशानंद गिरि ने जन्मदिन के साथ संन्यास दिवस भी मनाया।
भजन की प्रस्तुति देकर दी बधाई
पट्टाभिषेक कार्यक्रम के दौरान भाजपा सांसद एवं भोजपुरी गायक मनोज तिवारी, प्रसिद्ध भजन गायिका अनुराधा पौडवाल ने भजन गाकर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि को बधाई दी।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत, भाजपा राष्ट्रीय संगठन मंत्री शिवप्रकाश, भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेखा वर्मा, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, प्रदेश संगठन मंत्री अजेय कुमार, विधायक आदेश चौहान, सुरेश राठौर, प्रदीप बत्रा, यूपी के कैबिनेट मंत्री सुरेश पासी, राज्य मंत्री सुनील भराला, हरियाणा के कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा, राज्यमंत्री कपिल देव, मेयर अनीता शर्मा, रुड़की मेयर गौरव गोयल, महंत राम रतन गिरि आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर बालकानंद गिरि, महंत दुर्गादास, महंत दामोदर दास, महंत देवानंद, महंत प्रेम गिरि, महंत रविंद्र पुरी, महंत जसविंदर सिंह, महंत जगजीत सिंह, ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी, सतपाल ब्रह्मचारी, बाबा हठयोगी, पूर्व विधायक अंबरीष कुमार।