आईआरसीटीसी 10 माह बाद ट्रेनों में ई कैटरिंग सेवा शुरू करने जा रहा है। फिलहाल फूड ऑन ट्रैक मोबाइल एप के जरिये यह सेवा देश के 57 बड़े स्टेशनों पर 250 स्पेशल ट्रेनों के लिए उपलब्ध होगी।
कोरोना संकट के चलते आईआरसीटीसी ने पिछले साल 22 मार्च को यह सेवा बंद कर दी थी। ट्रेनों का संचालन शुरू होने के बाद कई यात्रियों ने रेल मंत्रालय और आईआरसीटीसी से इस सेवा को शुरू करने की मांग की थी।
आईआरसीटीसी के जनसंपर्क अधिकारी आनंद कुमार झा ने बताया कि यात्री अब फूड ऑन ट्रैक एप से ट्रेन में ही आने वाले स्टेशन पर भोजन मंगा सकेंगे। यह सेवा फरवरी के पहले सप्ताह से शुरू की जाएगी। 1323 नंबर डायल करके भी खाना मंगाया जा सकता है।
इन प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर मिलेगी सुविधा
पटना, राउरकेला, सियालदाह, हावड़ा, न्यू जलपाईगुड़ी, आसनसोल, गुवाहाटी, झांसी, मथुरा, उज्जैन, सुरेंद्रनगर, पुणे, पनवेल, नासिक, बलारशाह, अकोला, सतना, जबलपुर, रतलाम, कानपुर सेंट्रल, ग्वालियर, लखनऊ, अंबाला कैंट, प्रयागराज, नई दिल्ली, अजमेर, वाराणसी, जयपुर, विजयवाड़ा, सूरत, इटारसी, कोटा, अहमदाबाद, सोलापुर, बड़ोदरा, नागपुर, भोपाल समेत 57 बड़े स्टेशनों पर यह सुविधा शुरू की जाएगी।
कोरोना संकट के बीच रेलवे बोर्ड की ओर से संचालित स्पेशल ट्रेनों में अतिरिक्त किराया देने के बावजूद यात्रियों को वातानुकूलित कोच में कंबल, चादर, पर्दे आदि की सुविधा नहीं मिल पा रही है। इसके चलते यात्रियों को ठंड में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
यात्रियों का कहना है कि जब कोरोना को लेकर स्थितियां धीरे-धीरे सामान्य हो रही हैं तो रेलवे बोर्ड को स्पेशल ट्रेनों को निरस्त कर पहले की तरह सभी ट्रेनों का संचालन शुरू कर देना चाहिए। साथ ही वातानुकूलित कोच में कंबल, चादर के साथ ही पर्दे की भी सुविधा मुहैया करानी चाहिए।
बता दें कि कोरोना संकट के बीच रेलवे बोर्ड की ओर से स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। इनमें तमाम यात्री पूर्व की भांति यात्रा भी कर रहे हैं, लेकिन यात्रियों को दोहरे संकट का सामना करना पड़ रहा है।
एक तरफ तो यात्रियों को स्पेशल ट्रेनों में बहुत अधिक किराए का भुगतान करना पड़ रहा है। वहीं, यात्रियों को ठंड के मौसम में कंबल, चादर और पर्दे की सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। इसके चलते यात्रियों को दिक्कतेें हो रही हैं।
वहीं, रेलवे अधिकारियों का कहना है कि स्पेशल ट्रेनों के संचालन में रेलवे को काफी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसे में किराए में बढ़ोतरी की गई है। जहां तक वातानुकूलित कोच में कंबल, चादर मुहैया कराने का सवाल है तो कोरोना संक्रमण के मद्देनजर यह मुहैया नहीं कराए जा रहे हैं। जैसे ही स्थितियां सामान्य होंगी, किराए में कमी के साथ ही वातानुकूलित कोच में कंबल, चादर जैसी सुविधाएं भी मुहैया करा दी जाएंगी।
विस्तार
आईआरसीटीसी 10 माह बाद ट्रेनों में ई कैटरिंग सेवा शुरू करने जा रहा है। फिलहाल फूड ऑन ट्रैक मोबाइल एप के जरिये यह सेवा देश के 57 बड़े स्टेशनों पर 250 स्पेशल ट्रेनों के लिए उपलब्ध होगी।
कोरोना संकट के चलते आईआरसीटीसी ने पिछले साल 22 मार्च को यह सेवा बंद कर दी थी। ट्रेनों का संचालन शुरू होने के बाद कई यात्रियों ने रेल मंत्रालय और आईआरसीटीसी से इस सेवा को शुरू करने की मांग की थी।
आईआरसीटीसी के जनसंपर्क अधिकारी आनंद कुमार झा ने बताया कि यात्री अब फूड ऑन ट्रैक एप से ट्रेन में ही आने वाले स्टेशन पर भोजन मंगा सकेंगे। यह सेवा फरवरी के पहले सप्ताह से शुरू की जाएगी।
1323 नंबर डायल करके भी खाना मंगाया जा सकता है।
इन प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर मिलेगी सुविधा
पटना, राउरकेला, सियालदाह, हावड़ा, न्यू जलपाईगुड़ी, आसनसोल, गुवाहाटी, झांसी, मथुरा, उज्जैन, सुरेंद्रनगर, पुणे, पनवेल, नासिक, बलारशाह, अकोला, सतना, जबलपुर, रतलाम, कानपुर सेंट्रल, ग्वालियर, लखनऊ, अंबाला कैंट, प्रयागराज, नई दिल्ली, अजमेर, वाराणसी, जयपुर, विजयवाड़ा, सूरत, इटारसी, कोटा, अहमदाबाद, सोलापुर, बड़ोदरा, नागपुर, भोपाल समेत 57 बड़े स्टेशनों पर यह सुविधा शुरू की जाएगी।
ट्रेनों में कंबल, चादर नहीं मिलने से यात्री परेशान
कोरोना संकट के बीच रेलवे बोर्ड की ओर से संचालित स्पेशल ट्रेनों में अतिरिक्त किराया देने के बावजूद यात्रियों को वातानुकूलित कोच में कंबल, चादर, पर्दे आदि की सुविधा नहीं मिल पा रही है। इसके चलते यात्रियों को ठंड में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
यात्रियों का कहना है कि जब कोरोना को लेकर स्थितियां धीरे-धीरे सामान्य हो रही हैं तो रेलवे बोर्ड को स्पेशल ट्रेनों को निरस्त कर पहले की तरह सभी ट्रेनों का संचालन शुरू कर देना चाहिए। साथ ही वातानुकूलित कोच में कंबल, चादर के साथ ही पर्दे की भी सुविधा मुहैया करानी चाहिए।
बता दें कि कोरोना संकट के बीच रेलवे बोर्ड की ओर से स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। इनमें तमाम यात्री पूर्व की भांति यात्रा भी कर रहे हैं, लेकिन यात्रियों को दोहरे संकट का सामना करना पड़ रहा है।
एक तरफ तो यात्रियों को स्पेशल ट्रेनों में बहुत अधिक किराए का भुगतान करना पड़ रहा है। वहीं, यात्रियों को ठंड के मौसम में कंबल, चादर और पर्दे की सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। इसके चलते यात्रियों को दिक्कतेें हो रही हैं।
वहीं, रेलवे अधिकारियों का कहना है कि स्पेशल ट्रेनों के संचालन में रेलवे को काफी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसे में किराए में बढ़ोतरी की गई है। जहां तक वातानुकूलित कोच में कंबल, चादर मुहैया कराने का सवाल है तो कोरोना संक्रमण के मद्देनजर यह मुहैया नहीं कराए जा रहे हैं। जैसे ही स्थितियां सामान्य होंगी, किराए में कमी के साथ ही वातानुकूलित कोच में कंबल, चादर जैसी सुविधाएं भी मुहैया करा दी जाएंगी।