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देहरादून में डीएवी पीजी कॉलेज में छात्रों की विभिन्न समस्याओं की सुनवाई न होने पर कई छात्र संगठनों ने प्राचार्य कक्ष को खाली करा दिया। छात्रों ने खुद को कक्ष में बंद कर देर रात तक जमकर हंगामा किया। देर शाम पुलिस बल भी कॉलेज पहुंचा, जिसके बाद देर रात छात्रों को शांत कराया जा सका।
छात्र संघर्ष समिति के बैनर तले एनएसयूआई, आर्यन, सत्यम आदि छात्र संगठनों के नेता डीएवी पीजी कॉलेज के प्राचार्य कक्ष में पहुंचे। उन्होंने कहा कि कई कक्षाओं के छात्रों को अनुपस्थित दर्शाया है। परिणाम में अंक नहीं जोड़े गए हैं।
आंतरिक व बाह्य परीक्षा में बैठने का अंतिम मौका देने की मांग की गई, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। इस दौरान संतोषजनक जवाब न मिलने पर छात्र भड़क गए और उन्होंने प्राचार्य कक्ष को खाली करवा दिया। कई छात्रों ने खुद को घंटों कक्ष में बंद भी रखा और जमकर हंगामा काटा। देर शाम को छात्र प्राचार्य को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए। देर शाम कॉलेज परिसर में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंचे। इसके घंटों बाद देर रात छात्रों को शांत कराया जा सका।
समिति के नेताओं ने कहा कि विवि स्तर पर कॉलेज की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। जब तक मांगें पूरी नहीं होती, उनका धरना जारी रहेगा। वहीं, मुख्य नियंता डॉ. अतुल सिंह ने कहा कि छात्रों की सभी मांगों का समाधान विवि स्तर पर होना है। सभी मांगों से विवि को अवगत कराया गया है, लेकिन छात्र संगठन बात सुनने को तैयार नहीं हैं।
प्रदर्शन में छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष निखिल शर्मा, पूर्व महासचिव नीरज चौहान, उदित थपलियाल, आशीष रावत, संजय चंद, आकिब अहमद, मनमोहन, हनी सिसौदिया व अन्य शामिल रहे।
सभी मांगें विवि स्तर पर लंबित हैं। छात्रों को यह समझना चाहिए। छात्र प्रदर्शन करने पर अड़ रहे हैं। अनावश्यक हंगामा करने से छात्रों को बचना चाहिए।
- डॉ. अजय सक्सेना, प्राचार्य, डीएवी पीजी कॉलेज
देहरादून में डीएवी पीजी कॉलेज में छात्रों की विभिन्न समस्याओं की सुनवाई न होने पर कई छात्र संगठनों ने प्राचार्य कक्ष को खाली करा दिया। छात्रों ने खुद को कक्ष में बंद कर देर रात तक जमकर हंगामा किया। देर शाम पुलिस बल भी कॉलेज पहुंचा, जिसके बाद देर रात छात्रों को शांत कराया जा सका।
छात्र संघर्ष समिति के बैनर तले एनएसयूआई, आर्यन, सत्यम आदि छात्र संगठनों के नेता डीएवी पीजी कॉलेज के प्राचार्य कक्ष में पहुंचे। उन्होंने कहा कि कई कक्षाओं के छात्रों को अनुपस्थित दर्शाया है। परिणाम में अंक नहीं जोड़े गए हैं।
आंतरिक व बाह्य परीक्षा में बैठने का अंतिम मौका देने की मांग की गई, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है। इस दौरान संतोषजनक जवाब न मिलने पर छात्र भड़क गए और उन्होंने प्राचार्य कक्ष को खाली करवा दिया। कई छात्रों ने खुद को घंटों कक्ष में बंद भी रखा और जमकर हंगामा काटा। देर शाम को छात्र प्राचार्य को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए। देर शाम कॉलेज परिसर में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी पहुंचे। इसके घंटों बाद देर रात छात्रों को शांत कराया जा सका।
समिति के नेताओं ने कहा कि विवि स्तर पर कॉलेज की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। जब तक मांगें पूरी नहीं होती, उनका धरना जारी रहेगा। वहीं, मुख्य नियंता डॉ. अतुल सिंह ने कहा कि छात्रों की सभी मांगों का समाधान विवि स्तर पर होना है। सभी मांगों से विवि को अवगत कराया गया है, लेकिन छात्र संगठन बात सुनने को तैयार नहीं हैं।
प्रदर्शन में छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष निखिल शर्मा, पूर्व महासचिव नीरज चौहान, उदित थपलियाल, आशीष रावत, संजय चंद, आकिब अहमद, मनमोहन, हनी सिसौदिया व अन्य शामिल रहे।
सभी मांगें विवि स्तर पर लंबित हैं। छात्रों को यह समझना चाहिए। छात्र प्रदर्शन करने पर अड़ रहे हैं। अनावश्यक हंगामा करने से छात्रों को बचना चाहिए।
- डॉ. अजय सक्सेना, प्राचार्य, डीएवी पीजी कॉलेज