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स्कूलों में किताबों का संकट : अब कोविड काल के फॉर्मूले पर होगी पढ़ाई

Dehradun Bureau देहरादून ब्यूरो
Updated Sat, 01 Apr 2023 01:38 AM IST
Books crisis in schools: Now studies will be done on the formula of covid era
-किताबें न होने पर शिक्षा विभाग ने स्कूलों में शुरू किया विद्या सेतु अभियान

-पाठ्यक्रम की बेसिक जानकारी के साथ पढ़ाया जाएगा अंग्रेजी, सामान्य ज्ञान

माई सिटी रिपोर्टर
देहरादून।
आज से स्कूलों में नया सत्र शुरू हो रहा है। स्कूल खुलने को लेकर बच्चे तो उत्साह में है लेकिन शिक्षा विभाग ने पहले से कोई तैयारी नहीं की। यही वजह है कि अभी तक नए सत्र की किताबें नहीं आई हैं। हालांकि, शिक्षा विभाग ने अपनी गलती को सुधारते हुए बच्चों की पढ़ाई के लिए मिशन कोशिश-2 शुरू किया है। इस अभियान को विद्या सेतु नाम भी दिया गया है।
मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि सभी सरकारी स्कूलोें में अभी नए सत्र की किताबें नहीं आई हैं। इसलिए मिशन कोशिश-2 के तहत बच्चों को शिक्षा देने का प्लान तैयार किया है। इसके तहत कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को शिक्षा दी जाएगी। साथ ही बच्चे पुरानी किताबें भी लाएंगे। वहीं, शिक्षक एनसीईआरटी के कोर्स को ऑनलाइन पढ़कर बच्चों को पढ़ाएंगे। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में पास हुए बच्चों का बेसिक मजबूत करने के लिए यह मिशन कोशिश शुरू किया था। इसके काफी सकारात्मक परिणाम देखने को मिले थे।

उन्होंने बताया कि जहां पर बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं, वहां पर प्रधानाचार्य अपने हिसाब से स्कूल का समय निर्धारित करेंगे। इसके अलावा बच्चों के दाखिले के लिए प्रवेशोत्सव भी मनाया जाएगा। इसके तहत शिक्षक बच्चों के घर जाएंगे और उनका सरकारी स्कूलों में दाखिला कराने के लिए अभिभावकों को प्रोत्साहित करेंगे। साथ ही
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इस तरह होगी मिशन कोशिश के तहत पढ़ाई
पटेलनगर स्थित राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह खत्री ने बताया कि मिशन कोशिश-2 के तहत बच्चों को उनकी कक्षा के अनुसार पाठ्यक्रम की बेसिक जानकारी दी जाएगी। साथ ही बच्चों को जोड़, घटाना, गुणा, भाग, हिंदी, अंग्रेजी और सामान्य ज्ञान की जानकारी दी जाएगी।
- दिल्ली से मंगा रहे किताबें -
प्रिंसिपल प्रोग्रेसिव स्कूल्स एसोसिएशन उत्तराखंड के अध्यक्ष प्रेम कश्यप ने बताया स्कूल तो खुल रहे हैं लेकिन बच्चों के पास किताबें नहीं हैं। कुछ अभिभावक देहरादून में किताबों के होलसेलर से बात करके दिल्ली से किताबें मंगवा रहे हैं।
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