प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खून से लिखा खत भेजा है। जी, हां नौकरी की मांग पर धरना दे रहे बेरोजगार एलोपैथिक डिप्लोमा फार्मासिस्टों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम खून से खत लिखा।
बेरोजगार एलोपैथिक फार्मासिस्ट 9 दिन से पुराना रायपुर बस स्टैंड पर धरने पर बैठे हैं। शनिवार को उन्होंने रक्तदान भी किया था। इसी क्रम में मंगलवार को अपना खून निकालकर प्रधानमंत्री से राज्य सरकार को निर्देशित करने की अपील की है।
मंगलवार को धरने में परमेश्वर दत्त रोहित ध्यानी, मनोज त्रिपाठी, विनय रतूड़ी, रमेश भंडारी, कृष्णा डबराल, प्रियंका, योगेश सकलानी आदि रहे। उधर, बेरोजगार होम्योपैथी फार्मासिस्टों का पुराना रायपुर बस स्टैंड पर चल रह धरना 22वें में प्रवेश कर गया है।
बेरोजगार फार्मासिस्टों ने पूर्व दर्जाधारी राज्य मंत्री रविंद्र जुगरान से मिलकर सरकार पर भाजपा की तरफ से दबाव बनाने की बात कही।
जुगरान ने उनकी मांग को मुख्यमंत्री के समक्ष पुरजोर तरीके से रखने की बात कही है। धरने में प्रवेश उनियाल, नीलम रावत, उन्नति, सरिता, श्रवण आदि मौजूद थे।
नियुक्ति समेत छह मांगों पर आंदोलनरत 40 बेरोजगार योग प्रशिक्षितों को देहरादून पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वे सीएम आवास कूच करने की कोशिश में थे।
देर शाम इनमें से 18 को रिहा कर दिया गया, जबकि 22 को सुद्धोवाला स्थित जिला जेल भेज दिया गया। गुस्साए प्रशिक्षितों ने आंदोलन और तेज करने की चेतावनी दी है।
परेड ग्राउंड में कई दिन से धरने पर बैठे प्रशिक्षित मंगलवार को सीएम आवास कूच करने की तैयारी में जुट गए।
जानकारी पर डालनवाला कोतवाल अनिल जोशी पहुंचे और बताया कि सिटी मजिस्ट्रेट ने एक दिन रुकने और बुधवार को सीएम तक बात पहुंचाने का भरोसा दिलाया है। लेकिन प्रशिक्षितों ने सिटी मजिस्ट्रेट से बात करने से इनकार कर दिया।
वे नारेबाजी कर सीएम आवास कूच करने निकलने लगे। इस पर सीओ डालनवाला प्रमोद कुमार और कोतवाल जोशी ने सड़क पर पहुंचते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
प्रशिक्षितों ने पुलिस कार्रवाई का विरोध नहीं किया और नारे लगाते हुए पुलिस वाहन में बैठ गए। देर रात 18 को पुलिस लाइन से रिहा कर दिया गया, जबकि 22 को तीन दिन के लिए जेल भेजा गया।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद सिंह राणा ने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के घोषणापत्र में योग शिक्षकों को नियमित नियुक्ति देने की घोषणा की थी, लेकिन आज तक यह वादा पूरा नहीं किया।
उन्होंने योग पाठ्यक्रम लागू कर शिक्षकों को नियमित नियुक्ति देने और कक्षा छह से 12 तक योग को अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाने की मांग की।
इस मौके पर नवीन सिंह पटवाल, भास्करानांद मिश्रा, आलम सिंह तोमर, नरेश कुमार, मनीषा पंवार, नरेश भट्ट, सीमा चौहान, अंजुमन खान, रणवीर चौहान आदि मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खून से लिखा खत भेजा है। जी, हां नौकरी की मांग पर धरना दे रहे बेरोजगार एलोपैथिक डिप्लोमा फार्मासिस्टों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम खून से खत लिखा।
बेरोजगार एलोपैथिक फार्मासिस्ट 9 दिन से पुराना रायपुर बस स्टैंड पर धरने पर बैठे हैं। शनिवार को उन्होंने रक्तदान भी किया था। इसी क्रम में मंगलवार को अपना खून निकालकर प्रधानमंत्री से राज्य सरकार को निर्देशित करने की अपील की है।
मंगलवार को धरने में परमेश्वर दत्त रोहित ध्यानी, मनोज त्रिपाठी, विनय रतूड़ी, रमेश भंडारी, कृष्णा डबराल, प्रियंका, योगेश सकलानी आदि रहे। उधर, बेरोजगार होम्योपैथी फार्मासिस्टों का पुराना रायपुर बस स्टैंड पर चल रह धरना 22वें में प्रवेश कर गया है।
बेरोजगार फार्मासिस्टों ने पूर्व दर्जाधारी राज्य मंत्री रविंद्र जुगरान से मिलकर सरकार पर भाजपा की तरफ से दबाव बनाने की बात कही।
जुगरान ने उनकी मांग को मुख्यमंत्री के समक्ष पुरजोर तरीके से रखने की बात कही है। धरने में प्रवेश उनियाल, नीलम रावत, उन्नति, सरिता, श्रवण आदि मौजूद थे।
आंदोलनरत 22 योग प्रशिक्षित भेजे गए जेल
नियुक्ति समेत छह मांगों पर आंदोलनरत 40 बेरोजगार योग प्रशिक्षितों को देहरादून पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वे सीएम आवास कूच करने की कोशिश में थे।
देर शाम इनमें से 18 को रिहा कर दिया गया, जबकि 22 को सुद्धोवाला स्थित जिला जेल भेज दिया गया। गुस्साए प्रशिक्षितों ने आंदोलन और तेज करने की चेतावनी दी है।
परेड ग्राउंड में कई दिन से धरने पर बैठे प्रशिक्षित मंगलवार को सीएम आवास कूच करने की तैयारी में जुट गए।
जानकारी पर डालनवाला कोतवाल अनिल जोशी पहुंचे और बताया कि सिटी मजिस्ट्रेट ने एक दिन रुकने और बुधवार को सीएम तक बात पहुंचाने का भरोसा दिलाया है। लेकिन प्रशिक्षितों ने सिटी मजिस्ट्रेट से बात करने से इनकार कर दिया।
कुछ को किया रिहा कुछ को भेजा जेल
वे नारेबाजी कर सीएम आवास कूच करने निकलने लगे। इस पर सीओ डालनवाला प्रमोद कुमार और कोतवाल जोशी ने सड़क पर पहुंचते ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
प्रशिक्षितों ने पुलिस कार्रवाई का विरोध नहीं किया और नारे लगाते हुए पुलिस वाहन में बैठ गए। देर रात 18 को पुलिस लाइन से रिहा कर दिया गया, जबकि 22 को तीन दिन के लिए जेल भेजा गया।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद सिंह राणा ने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के घोषणापत्र में योग शिक्षकों को नियमित नियुक्ति देने की घोषणा की थी, लेकिन आज तक यह वादा पूरा नहीं किया।
उन्होंने योग पाठ्यक्रम लागू कर शिक्षकों को नियमित नियुक्ति देने और कक्षा छह से 12 तक योग को अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाने की मांग की।
इस मौके पर नवीन सिंह पटवाल, भास्करानांद मिश्रा, आलम सिंह तोमर, नरेश कुमार, मनीषा पंवार, नरेश भट्ट, सीमा चौहान, अंजुमन खान, रणवीर चौहान आदि मौजूद रहे।