देहरादून एयरपोर्ट से चंडीगढ़ और हिसार के लिए एयर टैक्सी चलाई जाएंगी। योजना के तहत छोटे विमान में तीन लोग यात्रा कर सकेंगे। इसका प्रति सवारी किराया करीब ढाई हजार रुपये होगा। यह खुलासा देहरादून हवाई अड्डा सलाहकार समिति की बैठक में एयरपोर्ट के निदेशक डीके गौतम ने किया।
बैठक में नागरिक उड्डयन मंत्रालय की संयुक्त सचिव उमा पाधी ने इस सेवा के लिए राज्य सरकार से एयर ट्रैफिक फ्यूल (एटीएफ) पर वैट में छूट देने को कहा। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) के सीईओ आशीष चौहान ने बताया कि यह प्रस्ताव राज्य सरकार के समक्ष रखा जाएगा।
बैठक केंद्रीय शिक्षा मंत्री व हरिद्वार के सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक की अध्यक्षता में हुई। देहरादून एयरपोर्ट पर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के राज्य अतिथिगृह में हुई इस बैठक में देहरादून एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की योजना पर मंथन हुआ। डॉ. निशंक ने फ्लाइट प्रबंधकों को देहरादून एयरपोर्ट से रात नौ बजे भी फ्लाइट शुरू करने का सुझाव दिया।
उन्होंने हवाई अड्डे पर निर्माण का पहला चरण मार्च 2021 तक पूरा होने की उम्मीद जताई। बैठक में एयर पोर्ट के निदेशक डीके गौतम ने हवाई अड्डे के विकास कार्यों, उपलब्धियों, भविष्य की योजनाओं के एजेंडे को समिति के समक्ष रखा। निशंक ने कहा कि देहरादून एयरपोर्ट को देश का नंबर वन एयरपोर्ट बनाने के लिए हर संभव मदद दी जाएगी।
केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने निर्देश दिए कि एयरपोर्ट विस्तारीकरण और विकास कार्य में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं होनी चाहिए। टिहरी बांध विस्थापित पहले ही अपना घर बार छोड़कर यहां विस्थापित हुए हैं। विस्तारीकरण में दोबारा टिहरी बांध के विस्थापितों के घरों को न छेड़ा जाए। अपरिहार्य होने पर अच्छे विकल्प पर विचार हो। उन्होंने एयरपोर्ट के सीएसआर फंड से एक हिमालय लाइब्रेरी स्थापित करने और स्थानीय स्कूलों का विकास में योगदान देने को भी कहा। निदेशक ने बताया कि माजरी इंटर कॉलेज गोद लिया गया है।
निशंक ने स्थानीय लोगों के रोजगार को संरक्षित रखने को भी कहा। निदेशक ने एयरपोर्ट भवन की रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसके बाद निशंक ने निर्माणाधीन नई टर्मिनल बिल्डिंग का निरीक्षण किया और कार्य को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक में केंद्रीय नागरिक उड्ड्यन मंत्रालय की संयुक्त सचिव उमा पाधी, सदस्य रविंद्र बेलवाल ,संजीव चौहान ,पूर्व मित्तल ,राजीव तलवार,आशीष चौहान, नगर निगम आयुक्त विनय शंकर पांडे व मनवीर चौहान आदि उपस्थित रहे।
हिमालय दर्शन योजना शुरू होनी चाहिए
केंद्रीय मंत्री ने सुझाव दिया कि उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण को हिमालय दर्शन जैसी योजनाएं शुरू करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं में हेली सेवा प्रदाताओं और जीएमवीएन व केएमवीएन की मदद लेनी चाहिए ताकि पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके।
एयरपोर्ट मार्ग चौड़ीकरण का मुद्दा भी उठा
बैठक में सलाहकार समिति सदस्य रविंद्र बेलवाल ने देहरादून से ऋषिकेश राष्ट्रीय मार्ग से जौलीग्रांट गांव होते हुए देहरादून हवाई अड्डे के आईटीसी बिल्डिंग, जौलीग्रांट, बागी, कोठारी मोहल्ला आने वाले मार्ग की चौड़ाई बढ़ाने का मुद्दा उठाया। केंद्रीय मंत्री ने मार्ग के चौड़ीकरण के निर्देश दिए। बैठक में एयरपोर्ट के कर्मचारियों ने मांग की कि लच्छीवाला टोल बैरियर पर एयरपोर्ट के कर्मचारियों का मासिक पास बनाए जाए। एयरपोर्ट पर बीएसएनल की कनेक्टिविटी में सुधार के लिए भी निशंक ने राज्यमंत्री संजय धोत्रे फोन पर बात की।
विस्तार
देहरादून एयरपोर्ट से चंडीगढ़ और हिसार के लिए एयर टैक्सी चलाई जाएंगी। योजना के तहत छोटे विमान में तीन लोग यात्रा कर सकेंगे। इसका प्रति सवारी किराया करीब ढाई हजार रुपये होगा। यह खुलासा देहरादून हवाई अड्डा सलाहकार समिति की बैठक में एयरपोर्ट के निदेशक डीके गौतम ने किया।
बैठक में नागरिक उड्डयन मंत्रालय की संयुक्त सचिव उमा पाधी ने इस सेवा के लिए राज्य सरकार से एयर ट्रैफिक फ्यूल (एटीएफ) पर वैट में छूट देने को कहा। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) के सीईओ आशीष चौहान ने बताया कि यह प्रस्ताव राज्य सरकार के समक्ष रखा जाएगा।
बैठक केंद्रीय शिक्षा मंत्री व हरिद्वार के सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक की अध्यक्षता में हुई। देहरादून एयरपोर्ट पर भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के राज्य अतिथिगृह में हुई इस बैठक में देहरादून एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की योजना पर मंथन हुआ। डॉ. निशंक ने फ्लाइट प्रबंधकों को देहरादून एयरपोर्ट से रात नौ बजे भी फ्लाइट शुरू करने का सुझाव दिया।
उन्होंने हवाई अड्डे पर निर्माण का पहला चरण मार्च 2021 तक पूरा होने की उम्मीद जताई। बैठक में एयर पोर्ट के निदेशक डीके गौतम ने हवाई अड्डे के विकास कार्यों, उपलब्धियों, भविष्य की योजनाओं के एजेंडे को समिति के समक्ष रखा। निशंक ने कहा कि देहरादून एयरपोर्ट को देश का नंबर वन एयरपोर्ट बनाने के लिए हर संभव मदद दी जाएगी।
हवाई अड्डे के विस्तारीकरण में टिहरी बांध के विस्थापितों के घरों को न छेड़ा जाए : निशंक
केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने निर्देश दिए कि एयरपोर्ट विस्तारीकरण और विकास कार्य में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं होनी चाहिए। टिहरी बांध विस्थापित पहले ही अपना घर बार छोड़कर यहां विस्थापित हुए हैं। विस्तारीकरण में दोबारा टिहरी बांध के विस्थापितों के घरों को न छेड़ा जाए। अपरिहार्य होने पर अच्छे विकल्प पर विचार हो। उन्होंने एयरपोर्ट के सीएसआर फंड से एक हिमालय लाइब्रेरी स्थापित करने और स्थानीय स्कूलों का विकास में योगदान देने को भी कहा। निदेशक ने बताया कि माजरी इंटर कॉलेज गोद लिया गया है।
निशंक ने स्थानीय लोगों के रोजगार को संरक्षित रखने को भी कहा। निदेशक ने एयरपोर्ट भवन की रिपोर्ट प्रस्तुत की। इसके बाद निशंक ने निर्माणाधीन नई टर्मिनल बिल्डिंग का निरीक्षण किया और कार्य को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। बैठक में केंद्रीय नागरिक उड्ड्यन मंत्रालय की संयुक्त सचिव उमा पाधी, सदस्य रविंद्र बेलवाल ,संजीव चौहान ,पूर्व मित्तल ,राजीव तलवार,आशीष चौहान, नगर निगम आयुक्त विनय शंकर पांडे व मनवीर चौहान आदि उपस्थित रहे।
हिमालय दर्शन योजना शुरू होनी चाहिए
केंद्रीय मंत्री ने सुझाव दिया कि उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण को हिमालय दर्शन जैसी योजनाएं शुरू करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं में हेली सेवा प्रदाताओं और जीएमवीएन व केएमवीएन की मदद लेनी चाहिए ताकि पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके।
एयरपोर्ट मार्ग चौड़ीकरण का मुद्दा भी उठा
बैठक में सलाहकार समिति सदस्य रविंद्र बेलवाल ने देहरादून से ऋषिकेश राष्ट्रीय मार्ग से जौलीग्रांट गांव होते हुए देहरादून हवाई अड्डे के आईटीसी बिल्डिंग, जौलीग्रांट, बागी, कोठारी मोहल्ला आने वाले मार्ग की चौड़ाई बढ़ाने का मुद्दा उठाया। केंद्रीय मंत्री ने मार्ग के चौड़ीकरण के निर्देश दिए। बैठक में एयरपोर्ट के कर्मचारियों ने मांग की कि लच्छीवाला टोल बैरियर पर एयरपोर्ट के कर्मचारियों का मासिक पास बनाए जाए। एयरपोर्ट पर बीएसएनल की कनेक्टिविटी में सुधार के लिए भी निशंक ने राज्यमंत्री संजय धोत्रे फोन पर बात की।