दून की शान मानी जाने वाली चार प्रमुख नदियां अतिक्रमण के चलते दम तोड़ रही हैं। नदियों के मुहाने अपनी मनमर्जी से मोड़ दिए गए हैं।
पढ़े, उत्तराखंड आपदा की खबरों की विशेष कवरेजकई जगह ऐसी भी हैं जहां नदी का 80 प्रतिशत हिस्सा निर्माण की जद में आ गया है। कल तक कल-कल करती यह नदियां धीरे-धीरे नालियों में तब्दील हो रही हैं। डीबीएस पीजी कालेज के जियोलॉजी विभाग के सर्वेक्षण में अतिक्रमण का यह सच सामने आया है।
प्रोजेक्ट तैयारजियोलॉजी विभाग के एचओडी डा. एके बियानी के दिशा निर्देशन में छात्राओं रश्मि तोमर, सरीता रानी और जया श्रीवास्तव ‘एंथ्रोपोलॉजेनिक इंपैक्ट्स ऑन रिवर्स ऑफ दून वैली’ विषय पर यह प्रोजेक्ट तैयार किया। इसमें सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा दून की नदियों के नक्शे से तुलनात्मक अध्ययन किया गया।
अध्ययन में दून के आसपास फैली नदियों की अलग-अलग जगहों पर पैमाईश की गई। पैमाईश में इन नदियों में भारी अतिक्रमण सामने आया। छात्राओं ने कई महीने की कड़ी मेहनत के बाद यह प्रोजेक्ट तैयार किया।
इन नदियों का किया सर्वेक्षणरिस्पना नदी, नून नदी, आसन नदी और टौंस नदी।
अतिक्रमण की स्थितिस्थान पहले(मीटर) अब(मीटर) प्रतिशत अतिक्रमण
रायपुर पेट्रोल पंप 160 25 85
बॉडीगार्ड(बारीघाट) 100 20.2 80
विधानसभा 200 43.6 78
केदारपुरम 244 49 75
बडोवाला 70 21 70
टपकेश्वर मंदिर 17 5.8 66
नंदा की चौकी 120 41 66
नालापानी 30 9 62
गोबर बस्ती 60 24 60
दून विवि के निकट 100 42 58
मयूर विहार 50 25 50
बीजापुर डैम 59 30 50
उत्तर सिंगनीवाला 450 225 50
नून नदी, सिंगनीवाला 450 250 44.4
सुद्धोवाला 100 62 38
राजावाला 100 62 38
प्रेमनगर 114 97 30
दून की शान मानी जाने वाली चार प्रमुख नदियां अतिक्रमण के चलते दम तोड़ रही हैं। नदियों के मुहाने अपनी मनमर्जी से मोड़ दिए गए हैं।
पढ़े, उत्तराखंड आपदा की खबरों की विशेष कवरेज
कई जगह ऐसी भी हैं जहां नदी का 80 प्रतिशत हिस्सा निर्माण की जद में आ गया है। कल तक कल-कल करती यह नदियां धीरे-धीरे नालियों में तब्दील हो रही हैं। डीबीएस पीजी कालेज के जियोलॉजी विभाग के सर्वेक्षण में अतिक्रमण का यह सच सामने आया है।
प्रोजेक्ट तैयार
जियोलॉजी विभाग के एचओडी डा. एके बियानी के दिशा निर्देशन में छात्राओं रश्मि तोमर, सरीता रानी और जया श्रीवास्तव ‘एंथ्रोपोलॉजेनिक इंपैक्ट्स ऑन रिवर्स ऑफ दून वैली’ विषय पर यह प्रोजेक्ट तैयार किया। इसमें सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा दून की नदियों के नक्शे से तुलनात्मक अध्ययन किया गया।
अध्ययन में दून के आसपास फैली नदियों की अलग-अलग जगहों पर पैमाईश की गई। पैमाईश में इन नदियों में भारी अतिक्रमण सामने आया। छात्राओं ने कई महीने की कड़ी मेहनत के बाद यह प्रोजेक्ट तैयार किया।
इन नदियों का किया सर्वेक्षण
रिस्पना नदी, नून नदी, आसन नदी और टौंस नदी।
अतिक्रमण की स्थिति
स्थान पहले(मीटर) अब(मीटर) प्रतिशत अतिक्रमण
रायपुर पेट्रोल पंप 160 25 85
बॉडीगार्ड(बारीघाट) 100 20.2 80
विधानसभा 200 43.6 78
केदारपुरम 244 49 75
बडोवाला 70 21 70
टपकेश्वर मंदिर 17 5.8 66
नंदा की चौकी 120 41 66
नालापानी 30 9 62
गोबर बस्ती 60 24 60
दून विवि के निकट 100 42 58
मयूर विहार 50 25 50
बीजापुर डैम 59 30 50
उत्तर सिंगनीवाला 450 225 50
नून नदी, सिंगनीवाला 450 250 44.4
सुद्धोवाला 100 62 38
राजावाला 100 62 38
प्रेमनगर 114 97 30