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देहरादून। युवकों से दोस्ती और विश्वास में आए दिन युवतियां छलीं जा रही हैं। कभी उन्हें अस्मत गंवानी पड़ रही है तो कहीं उनकी जिंदगी ही तबाह हो रही है। युवतियों पर अत्याचार की घटनाएं राजधानी में भी लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन इसके बावजूद रोकथाम के लिए प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। वहीं पुलिस अधिकारी अभिभावकों की जवाबदेही बताते हुए जागरूकता पर जोर दे रहे हैं।
केस नंबर-एक
लॉग टर्म वीजा पर रह रहे पाकिस्तानी युवक की दगाबाजी ही कांवली रोड़ की लड़की की बर्बादी का कारण बनी है। नशीला पदार्थ खिलाकर पहले तो उसे हवश का शिकार बनाया गया और फिर उसे ब्लैकमेल किया जाता रहा। विरोध करने पर आरोपी ने मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी। मामला पुलिस तक पहुंचा तो खुलासा हुआ कि दुराचारी पाक में जन्मा है। यही नहीं वह पीड़िता के नाम पर पल्सर मोटर साइकिल भी ले चुका था।
केस नंबर-दो
कैंट कोतवाली क्षेत्र में युवती ऐसे ही एक युवक के जाल में फंसकर अपनी इज्जत गंवा बैठी। पहले तो आरोपी शादी का झांसा देकर उसके शरीर से खेलता रहा। बाद में उसे अपमानित कर जिंदगी भर के लिए छोड़कर चला गया। मामला पुलिस तक पहुंचा तो मुकदमा दर्ज हो सका। पीड़िता अब दोषी को सजा दिलाने के लिए अदालत की शरण में है।
केस नंबर-3
पटेलनगर क्षेत्र की युवती भी ऐसी ही कपट भरी दोस्ती में छली गई है। सब्जबाग दिखाकर आरोपी युवक उसकी अस्मत से खेलता रहा। असलियत सामने आने के बाद लड़की को अपनी गलती का अहसास हुआ। अब वह भी न्याय पाने केलिए पुलिस की शरण में है।
जागरूकता ने टाल दी अनहोनी
देहरादून। दून कोतवाली क्षेत्र में लड़की की जागरूकता की वजह से बड़ी अनहोनी टल गई। दोस्ती में ही लड़की घूमने के इरादे से कार में सवार हुई थी, लेकिन नशे में दोस्त बदतमीजी पर उतर आया। गनीमत रही कि विरोध के चलते आरोपी अपने इरादों में कामयाब नहीं हो सका।
अभिभावकों को सजग रहने की जरूरत
देहरादून। एसएसपी केवल खुराना का कहना है कि अभिभावकाें को बेटियों की प्रति अपनी जिम्मेदारी को लेकर जागरूक होना चाहिए। उन्हें यह जानकारी होनी चाहिए कि बेटियों के संपर्क में कौन-कौन लोग हैं और वह कहां आती-जाती हैं। खासतौर से लड़कियों को अकेले पार्टी या निजी स्थानों पर जाने से बचना चाहिए। यही नहीं आवश्यकता पड़ने पर पुलिस की मदद लेनी चाहिए।
देहरादून। युवकों से दोस्ती और विश्वास में आए दिन युवतियां छलीं जा रही हैं। कभी उन्हें अस्मत गंवानी पड़ रही है तो कहीं उनकी जिंदगी ही तबाह हो रही है। युवतियों पर अत्याचार की घटनाएं राजधानी में भी लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन इसके बावजूद रोकथाम के लिए प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। वहीं पुलिस अधिकारी अभिभावकों की जवाबदेही बताते हुए जागरूकता पर जोर दे रहे हैं।
केस नंबर-एक
लॉग टर्म वीजा पर रह रहे पाकिस्तानी युवक की दगाबाजी ही कांवली रोड़ की लड़की की बर्बादी का कारण बनी है। नशीला पदार्थ खिलाकर पहले तो उसे हवश का शिकार बनाया गया और फिर उसे ब्लैकमेल किया जाता रहा। विरोध करने पर आरोपी ने मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी। मामला पुलिस तक पहुंचा तो खुलासा हुआ कि दुराचारी पाक में जन्मा है। यही नहीं वह पीड़िता के नाम पर पल्सर मोटर साइकिल भी ले चुका था।
केस नंबर-दो
कैंट कोतवाली क्षेत्र में युवती ऐसे ही एक युवक के जाल में फंसकर अपनी इज्जत गंवा बैठी। पहले तो आरोपी शादी का झांसा देकर उसके शरीर से खेलता रहा। बाद में उसे अपमानित कर जिंदगी भर के लिए छोड़कर चला गया। मामला पुलिस तक पहुंचा तो मुकदमा दर्ज हो सका। पीड़िता अब दोषी को सजा दिलाने के लिए अदालत की शरण में है।
केस नंबर-3
पटेलनगर क्षेत्र की युवती भी ऐसी ही कपट भरी दोस्ती में छली गई है। सब्जबाग दिखाकर आरोपी युवक उसकी अस्मत से खेलता रहा। असलियत सामने आने के बाद लड़की को अपनी गलती का अहसास हुआ। अब वह भी न्याय पाने केलिए पुलिस की शरण में है।
जागरूकता ने टाल दी अनहोनी
देहरादून। दून कोतवाली क्षेत्र में लड़की की जागरूकता की वजह से बड़ी अनहोनी टल गई। दोस्ती में ही लड़की घूमने के इरादे से कार में सवार हुई थी, लेकिन नशे में दोस्त बदतमीजी पर उतर आया। गनीमत रही कि विरोध के चलते आरोपी अपने इरादों में कामयाब नहीं हो सका।
अभिभावकों को सजग रहने की जरूरत
देहरादून। एसएसपी केवल खुराना का कहना है कि अभिभावकाें को बेटियों की प्रति अपनी जिम्मेदारी को लेकर जागरूक होना चाहिए। उन्हें यह जानकारी होनी चाहिए कि बेटियों के संपर्क में कौन-कौन लोग हैं और वह कहां आती-जाती हैं। खासतौर से लड़कियों को अकेले पार्टी या निजी स्थानों पर जाने से बचना चाहिए। यही नहीं आवश्यकता पड़ने पर पुलिस की मदद लेनी चाहिए।