देहरादून। रुड़की में जेल गेट पर हुई डिप्टी जेलर नरेंद्र सिंह की हत्या के सदमे से उनकी पत्नी गंगोत्री सिंह अब तक नहीं उबर पाई हैं। आज भी सामने से तेज रफ्तार बाइक आते देख वे चीख पड़ती हैं। कई मौके पर तो परिजनों ने बड़ी मुश्किल से उन्हें संभाला।
शुक्रवार को उनके पति को मरणोपरांत राष्ट्रपति से गैलेंटरी पुरस्कार मिलना है। गंगोत्री पिछले एक साल से अपनी बहन यशोदा ग्वाल के साथ दून में रह रही हैं। 12 सिंतबर 2011 को हुई घटना का जिक्र आते ही वह कहीं खो जाती हैं और देखते-देखते उनकी आंखों से आंसू बहने लगते हैं। खुद को संभलाने के बाद वे बस इतना बोलीं ‘जो होना था हो गया, अब हम क्या कर सकते हैं...’। उन्होंने बताया कि जेल गेट पर घटना उनकी आंखों के सामने हुई। बाइक सवार तीन लोगों ने उनके पति पर गोली चलाई थी।
पता नहीं कहां जाएं अवार्ड लेने
देहरादून। उन्होंने बताया कि गुरुवार को उन्हें गृह सचिव आरके सिंह की ओर भेजे गया पत्र मिला है। इसमें 26 जनवरी को गैलेंटरी पुरस्कार दिए जाने की जानकारी है। गंगोत्री देवी ने खुद गैलेंटरी अवार्ड लेने की इच्छा जाहिर की है। लेकिन पत्र में नहीं लिखा गया कि पुरस्कार मिलेगा कहां। शुक्रवार देरशाम तक यह भी निश्चित नहीं हो पाया था कि उन्हें दिल्ली जाना है कि या दून में अवार्ड प्रदान किया जाएगा।