ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप में चार महीने बचे हैं और ऐसे में भारतीय टीम प्रबंधन अंतिम-15 खिलाड़ियों के सभी खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर निगाह रखे है। फिनिशर के रूप में 37 साल के दिनेश कार्तिक ने खासा प्रभावित किया है। यहां तक कि भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का मानना है कि दिनेश कार्तिक ने अंतिम ओवरों की अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से पहले कई विकल्प मुहैया करा दिए हैं।
कार्तिक ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चार टी-20 मैचों में 46.00 की औसत से 94 रन बनाए हैं जिनमें उनकी स्ट्राइक रेट 158.62 की रही है, जोकि डेविड मिलर (165.61) के बाद दूसरी श्रेष्ठ है। कार्तिक ने राजकोट में खेले गए चौथे टी-20 मैच में 27 गेंदों पर 55 रन की पारी खेली जिसकी बदौलत भारतीय टीम सीरीज में बराबरी करने में सफल रही थी।
द्रविड़ ने कहा है कि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के आखिर तक विश्व कप के लिए मुख्य टीम निर्धारित कर देना चाहते हैं और उन्होंने साफ किया कि अंतिम 15 खिलाड़ियों में जगह बनाने के लिए किसी को भी विशिष्ट प्रदर्शन करना होगा।
आईपीएल ने दिखाई वापसी की राह
अपने करियर की शुरुआत में ऊपरी क्रम में खेलने वाले दिनेश कार्तिक ने हाल में आईपीएल में भी शानदार प्रदर्शन किया। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए उन्होंने 16 पारियों में 183.33 की स्ट्राइक रेट से 330 रन बनाए। 37 साल के दिनेश टी-20 में अर्धशतक बनाने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं।
ऋषभ पंत पर दबाव
कार्तिक ने राजकोट में 27 गेंदों पर 55 रन की पारी खेली। वह इस साल होने वाले टी-20 विश्व कप से पहले कदम दर कदम बेहतर कर रहे हैं। ऐसे में अन्य विकेटकीपर बल्लेबाजों पर दबाव होगा और सबसे ज्यादा दबाव ऋषभ पंत पर होगा।
पंत पांच पारियों में 58 रन बना पाए, लेकिन मुख्य कोच द्रविड़ का कहना है कि टी-20 विश्व कप से पहले पंत हमारी योजनाओं का अहम हिस्सा हैं। निजी तौर पर वह कुछ और रन करना पसंद करते, लेकिन उनकी फॉर्म हमारे लिए चिंता का सबब नहीं है।
टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने कहा- यह देखकर वास्तव में अच्छा लगा कि कार्तिक को जिस भूमिका के लिए चुना गया था, उन्होंने उसे बखूबी निभाया। इससे हमें बहुत अधिक विकल्प मिल जाते हैं। उन्हें पिछले दो या तीन वर्षों में (आईपीएल में) असाधारण प्रदर्शन करने के कारण चुना गया था और सीरीज में विशेषकर राजकोट में उन्होंने ऐसी पारी खेली।
फिनिशर के रूप में दिनेश और हार्दिक
द्रविड़ के अनुसार कार्तिक और हार्दिक पंड्या दो ऐसे बल्लेबाज हैं जो डेथ ओवरों में मैच के समीकरण बदल सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमें अच्छा स्कोर बनाने के लिए आखिरी पांच ओवरों में इस तरह के बड़े प्रदर्शन की जरूरत थी और कार्तिक ने और हार्दिक ने बहुत अच्छी बल्लेबाजी की। दोनों ही आखिरी ओवरों में हमारी मुख्य ताकत हैं।
कार्तिक ने छठे क्रम पर टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 16 मैचों में 42.00 की औसत से 252 रन बनाए हैं जिसमें करियर का पहला अर्धशतक शामिल है। सातवें क्रम पर उन्होंने पांच मैचों में 110 रन बनाए हैं। हार्दिक ने गुजरात टाइटंस को कप्तान और एक ऑलराउंडर के रूप में खिताब जीतने में अहम योगदान दिया। वह टाइटंस के लिए नंबर तीन और चार पर खेले जिसमें चार में से तीन पारियों में उन्होंने 30 से ज्यादा रन की पारियां खेलीं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनकी स्ट्राइक रेट 153.94 की रही। गेंद से उनकी इकोनॉमी रेट 12.20 की रही।
18-20 का कोर ग्रुप जरूरी
द्रविड़ ने कहा, ‘आप जैसे ही प्रतियोगिता के करीब जाते हैं आप अपनी अंतिम टीम को लेकर सुनिश्चित होना चाहते हैं। आप आज जिस तरह की दुनिया में जी रहे हैं उसमें अकस्मात बदलाव की भी संभावनाएं हैं। आप विश्व कप में 15 खिलाड़ियों के साथ जाएंगे लेकिन 18 से 20 शीर्ष खिलाड़ियों की पहचान करना जरूरी है।’
गायकवाड़ के खिलाफ ईशान का पलड़ा भारी
लोकेश राहुल इस सीरीज में चोटिल होने के कारण नहीं खेले। रोहित शर्मा सीरीज में आराम कर रहे थे। ईशान किशन और ऋतुराज गायकवाड़ ने ओपनिंग की। ईशान किशन ने 41 की औसत से सर्वाधिक 206 रन बनाए जिसमें उनकी स्ट्राइक रेट 150.36 की रही। गायकवाड़ ने कुल 96 रन बनाए जिसमें 57 एक पारी में थे। बैकअप या रिजर्व ओपनर के रूप में उनका पलड़ा भारी नजर आता है। वैसे भी बाएं हाथ के बल्लेबाज के रूप में उन्हें प्राथमिकता दी जा सकती है।
भुवी की इकोनॉमी रेट रही श्रेष्ठ
बुमराह की अनुपस्थिति में भुवनेश्वर कुमार ने भारतीय तेज आक्रमण की कमान संभाली। पहले मैच में उन्होंने जरूर 43 रन दिए लेकिन उसके बाद के मैचों में प्रति ओवर छह रन से कम रन दिए और छह विकेट लिए जोकि सीरीज का दूसरा श्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। उनकी ओवरऑल इकोनॉमी रेट 6.07 की रही जोकि सीरीज में पांच से ज्यादा ओवर फेंकने वाले गेंदबाजों में श्रेष्ठ है।
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ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप में चार महीने बचे हैं और ऐसे में भारतीय टीम प्रबंधन अंतिम-15 खिलाड़ियों के सभी खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर निगाह रखे है। फिनिशर के रूप में 37 साल के दिनेश कार्तिक ने खासा प्रभावित किया है। यहां तक कि भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का मानना है कि दिनेश कार्तिक ने अंतिम ओवरों की अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से पहले कई विकल्प मुहैया करा दिए हैं।
कार्तिक ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चार टी-20 मैचों में 46.00 की औसत से 94 रन बनाए हैं जिनमें उनकी स्ट्राइक रेट 158.62 की रही है, जोकि डेविड मिलर (165.61) के बाद दूसरी श्रेष्ठ है। कार्तिक ने राजकोट में खेले गए चौथे टी-20 मैच में 27 गेंदों पर 55 रन की पारी खेली जिसकी बदौलत भारतीय टीम सीरीज में बराबरी करने में सफल रही थी।
द्रविड़ ने कहा है कि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के आखिर तक विश्व कप के लिए मुख्य टीम निर्धारित कर देना चाहते हैं और उन्होंने साफ किया कि अंतिम 15 खिलाड़ियों में जगह बनाने के लिए किसी को भी विशिष्ट प्रदर्शन करना होगा।