अंग्रेज साम्राज्यवाद की गौरव गाथा बयां करने वाला ब्रिटेन का एकमात्र संग्रहालय ब्रिटिश एम्पायर ऐंड कॉमनवेल्थ म्यूजियम बंद कर दिया गया है। ब्रिस्टल में अवस्थित यह संग्रहालय 2002 में आम लोगों के लिए खोला गया था। ब्रिस्टल के ऐतिहासिक रेलवे स्टेशन को ही इस संग्रहालय का रूप दिया गया था, जिसे ब्रिटिश इंजीनियर इसम्बर्ड किंगडम ब्रूनेल ने बनाया था।
इस संग्रहालय में एक प्रकाशन विभाग भी था, जिसमें औपनिवेशिक शासन से संबंधित सामग्रियों का प्रकाशन किया जाता था। उत्तरी रोडेशिया पुलिस का इतिहास, ईस्ट इंडिया कंपनी और ईस्ट इंडियन आर्मी के रेजिमेंट के पदाधिकारियों के नामों से संबंधित रजिस्टर आदि इसके महत्वपूर्ण प्रकाशन रहे हैं। कॉमनवेल्थ इंस्टीट्यूट (कॉमनवेल्थ देशों से जुड़ी शैक्षिक चैरिटेबल संस्था) की कलाकृतियों को भी इस संग्रहालय में समेटा गया था। पर ये चीजें आम लोगों को आकर्षित नहीं कर सकीं।
नतीजतन 23 नवंबर, 2007 को यह घोषणा करना पड़ा कि 2008 से म्यूजियम को लंदन स्थानांतरित किया जा रहा है। हालांकि यह काम भी संभव नहीं हो सका और 2008 में संग्रहालय को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया। चूंकि अन्य संग्रहालयों से ठीक विपरीत इसका निबंधन बतौर चैरिटी किया गया था, इसलिए यह सरकारी नियंत्रण से मुक्त था और इसकी आय यहां आने वाले दर्शकों की संख्या पर टिकी थी।
दर्शकों की संख्या घटने पर पहले इसे आम लोगों के लिए बंद किया गया, फिर 2009 में इसे स्कूली बच्चों के लिए भी बंद कर दिया गया। अब इस संग्रहालय का भवन स्थानीय प्रशासन को सौंप दिया गया है और अनुमान है कि आने वाले दिनों में इस भवन का इस्तेमाल एक बार फिर रेलवे कार्यों में होगा।