यूपी डेस्क, अमर उजाला, चित्रकूट
Updated Tue, 19 Nov 2019 09:55 PM IST
चित्रकूट के शंकर बाजार स्थित बीआरसी भवन से एक शिक्षक का दिनदहाड़े अपहरण होने से हड़कंप मच गया है। 24 घंटे बाद तक शिक्षक का कुछ पता न चलने से पुलिस प्रशासन समेत परिजन परेशान हैं। पुलिस ने अपहरण की आशंका से इंकार किया है। कहा, यह आपसी रंजिश का मामला लगता है। शिक्षक गायब हो गया।
वहीं, शिक्षक के परिजनों ने कोतवाली में तहरीर देकर अपहरण व हत्या करने की आशंका जताई है। शिक्षक की बाइक व हेलमेट बीआरसी भवन के पास खड़ी पाई गई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल की। बीआरसी भवन के पास बनी दुकानों के सीसी कैमरे से शिक्षक के लोकेशन का पता लगाने का प्रयास किया गया।
भरतकूप क्षेत्र खम्हरिया गांव के प्राथमिक स्कूल में तैनात शिक्षक धर्मेंद्र कुमार प्रभाकर पुत्र सीताराम वर्तमान में बांदा जिले के अतर्रा कस्बे में मां के साथ रहते हैं। रोजाना बाइक से स्कूल में पढ़ाने के लिए आते थे। वह 18 नवंबर को दोपहर बाद शहर के बीआसी भवन से गायब हैं।
शिक्षक की बाइक बीआसी भवन के सामने सड़क किनारे खड़ी मिली हैं। देर शाम तक घर न लौटने पर परिजनों ने मोबाइल व अन्य दोस्तों से बातचीत कर पता करने का प्रयास किया। रातभर घर नहीं लौटे तो मंगलवार की सुबह परिजन पुलिस के साथ बीआरसी भवन पहुंचे। शिक्षक की मां सावित्री देवी ने तहरीर में कहा कि उसकी अपने पुत्र से 18 नवंबर को तीन बजे के लगभग बात हुई थी।
धर्मेंद्र ने बताया कि वह बीआसी भवन कर्वी में है। इसके 30 मिनट बाद फिर कॉल करने पर मोबाइल बंद पाया गया। तब से आज तक उसका मोबाइल बंद है। मां ने आशंका जताई कि एक महिला प्रधानाचार्य से विवाद हो गया था। इससे उसके परिजन रंजिश मानते हुए आए दिन मारने की धमकी दे रहे थे। आशंका है कि अपहरण इन्हीं लोगों ने कराया है और हत्या भी कर सकते है।
पुलिस ने पहुंचकर की जांच पड़ताल
कोतवाल अनिल सिंह सहित पुलिस फोर्स शहर के शंकर बाजार स्थित बीआरसी भवन गए। जांच पड़ताल किया। शिक्षक की बाइक खड़ी पाए जाने पर उसको बीआसी भवन के अंदर खड़ी करा दिया। इसके बाद आसपास की दुकानों में लगे सीसी कैमरे के माध्यम से जानकारी जुटाने का प्रयास किया।
छमाही परीक्षा की जांची जा रही कापियां
चित्रकूट के शंकर बाजार स्थित बीआसी भवन में परिषदीय स्कूलों की छमाही परीक्षा की कापियां जांच ने का कार्य इस समय चल रहा है। जहां आधा दर्जन शिक्षक की ड्यटी भी लगी हुई है। लेकिन जो शिक्षक गायब हुआ उसक कोई ड्यूटी नहीं लगी थी। वह किस कार्य के लिए बीआरसी भवन आया पता नहीं चला।
चित्रकूट के शंकर बाजार स्थित बीआरसी भवन से एक शिक्षक का दिनदहाड़े अपहरण होने से हड़कंप मच गया है। 24 घंटे बाद तक शिक्षक का कुछ पता न चलने से पुलिस प्रशासन समेत परिजन परेशान हैं। पुलिस ने अपहरण की आशंका से इंकार किया है। कहा, यह आपसी रंजिश का मामला लगता है। शिक्षक गायब हो गया।
वहीं, शिक्षक के परिजनों ने कोतवाली में तहरीर देकर अपहरण व हत्या करने की आशंका जताई है। शिक्षक की बाइक व हेलमेट बीआरसी भवन के पास खड़ी पाई गई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल की। बीआरसी भवन के पास बनी दुकानों के सीसी कैमरे से शिक्षक के लोकेशन का पता लगाने का प्रयास किया गया।
भरतकूप क्षेत्र खम्हरिया गांव के प्राथमिक स्कूल में तैनात शिक्षक धर्मेंद्र कुमार प्रभाकर पुत्र सीताराम वर्तमान में बांदा जिले के अतर्रा कस्बे में मां के साथ रहते हैं। रोजाना बाइक से स्कूल में पढ़ाने के लिए आते थे। वह 18 नवंबर को दोपहर बाद शहर के बीआसी भवन से गायब हैं।
शिक्षक की बाइक बीआसी भवन के सामने सड़क किनारे खड़ी मिली हैं। देर शाम तक घर न लौटने पर परिजनों ने मोबाइल व अन्य दोस्तों से बातचीत कर पता करने का प्रयास किया। रातभर घर नहीं लौटे तो मंगलवार की सुबह परिजन पुलिस के साथ बीआरसी भवन पहुंचे। शिक्षक की मां सावित्री देवी ने तहरीर में कहा कि उसकी अपने पुत्र से 18 नवंबर को तीन बजे के लगभग बात हुई थी।
धर्मेंद्र ने बताया कि वह बीआसी भवन कर्वी में है। इसके 30 मिनट बाद फिर कॉल करने पर मोबाइल बंद पाया गया। तब से आज तक उसका मोबाइल बंद है। मां ने आशंका जताई कि एक महिला प्रधानाचार्य से विवाद हो गया था। इससे उसके परिजन रंजिश मानते हुए आए दिन मारने की धमकी दे रहे थे। आशंका है कि अपहरण इन्हीं लोगों ने कराया है और हत्या भी कर सकते है।
पुलिस ने पहुंचकर की जांच पड़ताल
कोतवाल अनिल सिंह सहित पुलिस फोर्स शहर के शंकर बाजार स्थित बीआरसी भवन गए। जांच पड़ताल किया। शिक्षक की बाइक खड़ी पाए जाने पर उसको बीआसी भवन के अंदर खड़ी करा दिया। इसके बाद आसपास की दुकानों में लगे सीसी कैमरे के माध्यम से जानकारी जुटाने का प्रयास किया।
छमाही परीक्षा की जांची जा रही कापियां
चित्रकूट के शंकर बाजार स्थित बीआसी भवन में परिषदीय स्कूलों की छमाही परीक्षा की कापियां जांच ने का कार्य इस समय चल रहा है। जहां आधा दर्जन शिक्षक की ड्यटी भी लगी हुई है। लेकिन जो शिक्षक गायब हुआ उसक कोई ड्यूटी नहीं लगी थी। वह किस कार्य के लिए बीआरसी भवन आया पता नहीं चला।