चंडीगढ़। शहर की रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन अब अपने हिसाब से अपने इलाके के पार्कों का रखरखाव कर सकेंगी। 25 मई को होने वाली निगम की वित्त एवं अनुबंध कमेटी की बैठक में शहरवासियों को ही पार्कों का रखरखाव करने की जिम्मेदारी देेने का प्रस्ताव लाया जा रहा है। प्रस्ताव के अनुसार नगर निगम द्वारा एसोसिएशन को रखरखाव का खर्चा भी दिया जाएगा।
शहर में करीब 1300 छोटे-बड़े पार्क हैं। सभी पार्कों का रखरखाव नगर निगम नहीं कर पा रहा है। कमिश्नर विवेक प्रताप सिंह की राय से यह प्रस्ताव चर्चा के लिए लाया जा रहा है। बुधवार को सभी सदस्यों को अनुबंध कमेटी की बैठक का एजेंडा मिल गया है। इससे पहले जब कमिश्नर विवेक प्रताप सिंह मोहाली स्थित गमाडा में तैनात थे, तब वहां ऐसी योजना लागू की गई थी। कमिश्नर का कहना है कि वहां यह योजना काफी सफल हुई थी। अगर अनुबंध कमेटी यह प्रस्ताव पास कर देती है तो इच्छा जताने वाली रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के साथ पार्क सौंपने के लिए नगर निगम की ओर से एमओयू साइन किया जाएगा।
इसके साथ ही अनुबंध कमेटी में शहर में सामान बेचने वाले हॉकर्स (फड़ी वाले) के लाइसेंस के बायलाज में संशोधन करने के प्रस्ताव पर भी चर्चा होगी। अब किसी को भी नया लाइसेंस जारी नहीं किया जाता है, सिर्फ पुराने जारी लाइसेंस धारकों के बायलाज में संशोधन करना है।
सेक्टर-18 और 19 में नए झूले लगेंगे
सेक्टर-18 और 19 के विकास के प्रस्ताव पर भी इस बैठक में चर्चा की जाएगी। इस एरिया में नए झूले लगाने के अलावा नए बेंच और लैंड स्केपिंग का काम भी किया जाएगा। कई पार्कों में नई रेलिंग लगाई जाएगी। इन कामों पर लाखों रुपये खर्च किया जाएगा।
इन प्रस्तावों पर होगी चर्चा
. सेक्टर-15 में 34.26 लाख रुपये की लागत से पेवर ब्लाक लगाना।
. 34.9 लाख रुपये की लागत से सेक्टर-24 की वी-4 रोड की कारपेटिंग।
. 26.49 लाख रुपये की लागत से सेक्टर-44 डी में पेवर ब्लाक लगाना।
. गौशाला की गायों के लिए चारा खरीद।
. 30.77 लाख रुपये की लागत से सेक्टर-45 में पेवर ब्लाक लगाना।