चंडीगढ़। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की फटकार के बाद चंडीगढ़ प्रशासन रिहायशी इलाकों के मोबाइल टावर्स के बिजली कनेक्शन काटने की तैयारी कर चुका है। चंडीगढ़ प्रशासन ने इसके लिए बाकायदा एक कमेटी बनाई है। यह कमेटी वीरवार से रिहायशी इलाकोें में लगे मोबाइल टावर्स के बिजली कनेक्शन को डिसकनेक्ट करना शुरू कर देगी। मोबाइल टावर्स को हटाने का काम बाद में किया जाएगा।
चंडीगढ़ प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार इसके लिए गठित कमेटी में शहर के तीन एडीएम, एस्टेट आफिस के अधिकारियों समेत हाउसिंग बोर्ड और नगर निगम अधिकारियों को भी शामिल किया गया है। सुरक्षा के लिए टीम के साथ चंडीगढ़ पुलिस का दल भी रहेगा। चंडीगढ़ के रिहायशी इलाकों में कुल 174 टावर्स हैं। एक अधिकारी के अनुसार मोबाइल टावर्स को रिमूव करने के लिए बनाई गई कमेटी की बैठक वीरवार को शाम 3.30 बजे बुलाई गई है जिसमें कई बातें तय की जाएंगी। प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि इन टावर्स को एकदम से हटाना संभव नहीं है, ऐसी स्थिति में इसका कनेक्शन ही काटा जाएगा। जानकार बताते हैं कि मोबाइल टावर्स लगाने वाली कंपनियों से ही मोबाइल टावर्स को घरों के ऊपर से हटाने को कहा जाएगा।
लैंडलाइन है तो बनी रहेगी कनेक्टिविटी
रिहायशी इलाकों में मोबाइल टावर्स के हटने के बाद भी आपकी कनेक्टिविटी बनी रह सकती है बशर्ते आपके घर में लैंडलाइन फोन हो। चंडीगढ़ में अभी भी चार लाख लैंडलाइन कनेक्शन हैं। लैंडलाइन कनेक्शन का संपर्क केबल से है। शहरवासियों की मानें तो मोबाइल टावर्स हटने का अंदाजा कंपनियों को काफी पहले ही हो गया था। लोगों का कहना है कि कंपनियों ने वैकल्पिक व्यवस्था क्यों नहीं की, यह समझ से परे है।