चंडीगढ़। प्रशासक शिवराज पाटिल ने सोमवार को यूटी सेक्रेट्रिएट में आयोजित जनता दरबार में करीब डेढ़ दर्जन लोगों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान किसी ने नौकरी की गुहार लगाई तो किसी ने घर व अन्य समस्याओं को लेकर दुखड़ा सुनाया। प्रशासक ने वहां मौजूद आला अधिकारियों को समस्याएं निपटाने के आदेश दिए।
जनता दरबार में दलजीत सिंह ने प्रशासक से 13 टाइप के मकानों की बदहाल दशा को लेकर शिकायत की। इस पर आईटी सचिव प्रेरणा पुरी ने प्रशासक को बताया कि पौने दो सौ से ज्यादा मकानों को रेनोवेट करा दिया गया है, जबकि दो सौ मकानों की जल्द ही रेनोवेशन की जाएगी। वहीं, अनुपमा ने अपने पति की जगह अनुकंपा पर नौकरी देने की प्रशासक से गुजारिश की। प्रशासक भरोसा दिलाया कि उन्हें जल्द ही नौकरी मिल जाएगी। इसके अलावा प्रशांत शर्मा भी अनुकंपा के आधार पर नौकरी के लिए प्रशासक से मिले।
सेक्टर-15 की रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान सुरिंदर शर्मा ने मौजूदा कम्यूनिटी सेंटर की जगह और बढ़ाने के लिए प्रशासक से मांग की। साथ ही इलाके में बंदरों की समस्याओं से परेशान लोगों के बारे में बताया। प्रशासक ने बताया कि जगह कम होने की वजह से एक्सपेंशन नहीं हो सकती। उधर, महिला फरियादी जेनी ली ने किराएदार द्वारा परेशान किए जाने और किराया नहीं देने की शिकायत की। प्रशासक ने अधिकारियों से कहा कि वह अपने-अपने विभाग से जुड़ी समस्याओं को निपटाने की प्रणाली को और मजबूत करें। जनता दरबार में प्रशासन के सभी प्रमुख विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
प्रशासक के जवाब से खुश नहीं एसोसिएशन
चंडीगढ़। सेक्टर-15 के सामुदायिक केंद्र के विस्तार को लेकर रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सोमवार को प्रशासक शिवराज पाटिल से मुलाकात की। प्रशासक के खुले दरबार में एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि इलाके के हिसाब से सामुदायिक केंद्र काफी छोटा है। ऐसे में इसके साथ लगती जमीन तक इसका फिर से निर्माण होना चाहिए, लेकिन प्रशासक ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। एसोसिएशन ने शहर में चल रहे पीजी का मामला भी उठाया। एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा का कहना है कि उन्हें प्रशासक शिवराज पाटिल से काफी उम्मीदें थी, लेकिन उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिया।