चंडीगढ़। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) की ओर से शनिवार को घोषित आईसीएसई (10वीं) का परिणाम कुछ घंटों में ही बदल गया। शनिवार को परिणाम घोषित होने के करीब सात घंटे बाद सीआईएससीई की ओर से स्कूलों को भेजे गए निर्देश के बाद सभी स्कूलों के परिणाम बदल गए। नए निर्देशों के अनुसार अब स्टूडेंट कुल सात विषयों में से अंग्रेजी समेत टॉप फाइव विषयों के नंबरों को जोड़कर अपनी मेरिट निकाल सकते हैं।
अब आईसीएसई से संबद्ध स्कूलों के 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने वाले छात्रों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। नए निर्देशों के बाद चंडीगढ़ के सेक्टर-45 स्थित सेंट स्टीफंस स्कूल के छात्र विशाल राणा और पंचकूला के सेक्टर-14 स्थित लिटिल फ्लावर कान्वेंट स्कूल की छात्रा भव्या मौद्गिल 98 फीसदी अंक लेकर संयुक्त रूप से ट्राइसिटी में पहले स्थान पर हैं।
टॉप फाइव विषयाें के नंबर जोड़ें
सीआईएससीई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और महासचिव गैरी एराथून की ओर से शनिवार देर रात स्कूलों को निर्देश भेजा गया कि आईसीएसई के छात्रों का प्रतिशत सात विषयों की जगह बेस्ट पांच विषयों के अंकों को जोड़ कर निकाला जाए। निर्देश में सप्ष्ट किया गया है कि अंग्रेजी विषय के अंक जोड़ना अनिवार्य है। इसके अलावा चार उन विषयों के अंक जोड़े जाएं, जिनमें छात्रों ने सर्वाधिक अंक हासिल किए हैं।
अभिभावकों में रोष
सीआईएससीई के नए निर्देश के बाद ट्राइसिटी के सभी स्कूलों को नए सिरे से मेरिट सूची बनानी पड़ी। इस कदम से छात्रों और अभिभावकों में काफी नाराजगी है। उनका कहना है कि सीआईएससीई को परिणाम आने से पहले ही यह स्पष्ट कर देना चाहिए था कि सात की जगह पांच विषयों के अंक ही जोड़े जाएं।
90 प्रतिशत से अधिक लेने वालों की संख्या बढ़ी
सेंट स्टीफंस स्कूल सेक्टर-45 के हेडमास्टर जेराल्ड जैकब ने बताया कि उनके स्कूल में अब 90 फीसदी से अधिक अंक हासिल करने वालों की संख्या 39 से बढ़कर 71 हो गई है। सेक्टर-26 स्थित सेंट कबीर स्कूल के प्रशासनिक अधिकारी जीएस बख्शी ने बताया कि उनके स्कूल में यह संख्या 34 से बढ़कर 53 हो गई है। सेक्टर-44 स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल के चीफ कार्डिनेटर नरेश हांडा ने बताया कि उनके स्कूल में यह संख्या अब 8 से बढ़कर 24 हो गई है।
चंडीगढ़। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) की ओर से शनिवार को घोषित आईसीएसई (10वीं) का परिणाम कुछ घंटों में ही बदल गया। शनिवार को परिणाम घोषित होने के करीब सात घंटे बाद सीआईएससीई की ओर से स्कूलों को भेजे गए निर्देश के बाद सभी स्कूलों के परिणाम बदल गए। नए निर्देशों के अनुसार अब स्टूडेंट कुल सात विषयों में से अंग्रेजी समेत टॉप फाइव विषयों के नंबरों को जोड़कर अपनी मेरिट निकाल सकते हैं।
अब आईसीएसई से संबद्ध स्कूलों के 90 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने वाले छात्रों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। नए निर्देशों के बाद चंडीगढ़ के सेक्टर-45 स्थित सेंट स्टीफंस स्कूल के छात्र विशाल राणा और पंचकूला के सेक्टर-14 स्थित लिटिल फ्लावर कान्वेंट स्कूल की छात्रा भव्या मौद्गिल 98 फीसदी अंक लेकर संयुक्त रूप से ट्राइसिटी में पहले स्थान पर हैं।
टॉप फाइव विषयाें के नंबर जोड़ें
सीआईएससीई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और महासचिव गैरी एराथून की ओर से शनिवार देर रात स्कूलों को निर्देश भेजा गया कि आईसीएसई के छात्रों का प्रतिशत सात विषयों की जगह बेस्ट पांच विषयों के अंकों को जोड़ कर निकाला जाए। निर्देश में सप्ष्ट किया गया है कि अंग्रेजी विषय के अंक जोड़ना अनिवार्य है। इसके अलावा चार उन विषयों के अंक जोड़े जाएं, जिनमें छात्रों ने सर्वाधिक अंक हासिल किए हैं।
अभिभावकों में रोष
सीआईएससीई के नए निर्देश के बाद ट्राइसिटी के सभी स्कूलों को नए सिरे से मेरिट सूची बनानी पड़ी। इस कदम से छात्रों और अभिभावकों में काफी नाराजगी है। उनका कहना है कि सीआईएससीई को परिणाम आने से पहले ही यह स्पष्ट कर देना चाहिए था कि सात की जगह पांच विषयों के अंक ही जोड़े जाएं।
90 प्रतिशत से अधिक लेने वालों की संख्या बढ़ी
सेंट स्टीफंस स्कूल सेक्टर-45 के हेडमास्टर जेराल्ड जैकब ने बताया कि उनके स्कूल में अब 90 फीसदी से अधिक अंक हासिल करने वालों की संख्या 39 से बढ़कर 71 हो गई है। सेक्टर-26 स्थित सेंट कबीर स्कूल के प्रशासनिक अधिकारी जीएस बख्शी ने बताया कि उनके स्कूल में यह संख्या 34 से बढ़कर 53 हो गई है। सेक्टर-44 स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल के चीफ कार्डिनेटर नरेश हांडा ने बताया कि उनके स्कूल में यह संख्या अब 8 से बढ़कर 24 हो गई है।