चंडीगढ़। खुद पर विश्वास हो तो मंजिल पाना मुश्किल नहीं है। ट्राइसिटी में टॉपर बनना मेरा सपना था और अब मेरा लक्ष्य आईएएस बनकर पापा के सपने को पूरा करना है। यह कहना है आईसीएसई (10वीं) में 97.3 प्रतिशत अंक लेकर ट्राइसिटी में टॉप करने वाले विशाल राणा का। सेक्टर-45 स्थित सेंट स्टीफन के छात्र ने अमर उजाला से विशेष बातचीत में कहा कि परिवार और शिक्षकों के सहयोग से यह सब मुमकिन हो पाया। म्यूजिक सुनने और किताबें पढ़ने (नॉवेल) के शौकीन विशाल स्कूल प्रिंसिपल हेरोल्ड कारवर को अपना आदर्श मानते हैं। विशाल ने आईआईटी बीटेक में दाखिले की तैयारी शुरू कर दी है। विशाल का परिवार मूल रुप से हरियाणा के जींद जिले के मुआना गांव का निवासी है। इनके पिता कांस्टेबल भीम सिंह राणा सेक्टर-26 स्थित पुलिस स्टेशन में तैनात हैं, जबकि इनका परिवार सेक्टर 49 के मकान नंबर 2928 में रहता है। विशाल बास्केटबाल का अच्छा खिलाड़ी है। उसने बताया कि रूटीन में वह 5 से 6 घंटे तक पढ़ाई करता था। टॉपर बनने पर विशाल ने कहा कि उन्हें ऐसी ही रिजल्ट की उम्मीद थी।
पोलैंड की करेगा सैर
विशाल शुरू से ही पढ़ाई में तेज रहा है। 2011 में उसने एनटीएसई की प्रतिष्ठित स्कालरशिप हासिल की है, जिसकी कोचिंग सेक्टर-35 स्थित फिटजी कोचिंग सेंटर से ली थी। फिटजी हेड मोहित सरदाना ने अपने होनहार स्टूडेंट की कामयाबी पर बधाई दी। वह इसी साल दिल्ली में आयोजित नेशनल साइंस सेमिनार में 12 हजार का कैश अवार्ड और पोलैंड की ट्रिप भी जीता है। विशाल ने बताया कि सितंबर में वह करीब हफ्ते भर के टूर पर पोलैंड जाने की तैयारी कर रहा है।
टॉपर के टिप्स
-पढ़ाई में अनुशासन का बहुत महत्व है।
-बिना लक्ष्य के कभी सफलता नहीं मिलती।
-कठिन लक्ष्य का कोई विकल्प नहीं।
-अपनी मेहनत पर पूरा विश्वास रखना चाहिए।
-संसाधनों की कमी का रोना नहीं होना चाहिए।
-पैरेंट्स के सहयोग से ही सफलता मिलती है।
-शिक्षकों से हमेशा सही राय मिलती है।
पुलिस विभाग भी करेगा सम्मानित
टॉपर विशाल के पिता को चंडीगढ़ पुलिस के आला अधिकारियों ने भी बधाई दी। आईजी पुलिस पीके श्रीवास्तव ने कहा कि उन्हें विशाल की सफलता पर गर्व है। पुलिस विभाग उसे विशेष तौर पर सम्मानित करेगा।