चंडीगढ़। अगर आप पार्किंग के प्रवेश द्वार पर टोकन लेने में कामयाब हो गए तो समझिए आपकी टेंशन दूर हो गई। पार्किंग के भीतर आपको इधर-उधर जगह तलाश करने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। अभी तक होता यह रहा है कि परची लेकर चालक को खुद ही जगह तलाश करनी पड़ती है।
नगर निगम द्वारा जल्द ही साहिब सिंह और एपांयर स्टोर पार्किंगों में मार्किंग की जा रही है। नई व्यवस्था में क्षमता के अनुसार पार्किंगों में क्रमानुसार नंबर के हिसाब से जगह तय की जाएगी। टोकन पर लिखा नंबर पार्किंग के अंदर प्रिंट होगा। टोकनधारक को उसके नंबर की जगह खाली मिलेगी, जहां वह आराम से वाहन पार्क कर सकेगा। अगर अलाट नंबर पर कोई अन्य वाहन पार्क करेगा तो ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम द्वारा कार्रवाई का प्रावाधान रखा जाएगा। साहिब सिंह में 350 और एपांयर स्टोर में 110 वाहनों की क्षमता तय की गई है जबकि इससे पहले यहां पर एक हजार से अधिक वाहन पार्क होते थे।
इन दोनों पार्किंगों के बाद पूरे शहर की पेड पार्किंगों में इस तरह की मार्किंग की जाएगी। नगर निगम के अनुसार ऐसा होने से पार्किंग की दिक्कत काफी हद तक दूर हो जाएगी। मालूम हो कि इस समय सेक्टर-17 की साहिब सिंह और एपांयर स्टोर के पार्किंग स्थलों में टोकन सिस्टम जारी है। इन दोनों पार्किंग स्थलों में आटोमेटिक सिस्टम भी लगाया जाना है। जब यह सिस्टम चालू हो जाएगा तब प्रवेश द्वार पर ही एलसीडी पर अंदर की स्थिति के बारे में चालक को पता चल जाएगा।
इस समय ये दिक्कतें हैं पार्किंगों में
. कोई व्यवस्था न होने के कारण पेड पार्किंग सिर्फ टोल टैक्स इकट्ठा करने का ही साधन बन गई हैं। प्रवेश द्वार पर परची काटने के बाद चालक को खुद ही जगह तलाश करने के लिए भटकना पड़ता है।
. पार्किंगों में मुनाफा कमाने के लिए ठेकेदारों द्वारा वाहनों की क्षमता से दोगुने वाहन पार्क करवाए जाते हैं।
. पेड पार्किंगों के भीतर वाहनों की सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में कई बार वाहनों का नुकसान हो चुका है।
. पार्किंग ओवरलोड होने पर प्रवेश द्वार पर वाहनों की लंबी कतारें लगने से जाम की स्थिति बन जाती है।
व्यापारी पार्क नहीं कर रहे वाहन
जब से टोकन सिस्टम चालू हुआ है, तब से सेक्टर-17 के अधिकतर व्यापारी यहां पर वाहन पार्क करने से परहेज कर रहे हैं। व्यापारियों और उनके कर्मचारियों के वाहन कई घंटे तक वाहन पार्क करते हैं। व्यापारी नीलम सिनेमा के पिछली तरफ वाहन पार्क कर रहे हैं। मालूम हो कि कोर्ट ने पिछले दिनों इन दोनों पार्किंगों को नो व्हीकल जोन बनाने के लिए कहा था। मामला कोर्ट में विचाराधीन है।
कोट....
अभी फिलहाल सेक्टर-17 की दो पार्किंगों में ही सुविधाओं का इजाफा करके व्यवस्था परखी जा रही है। सफलता मिलने पर अन्य पेड पार्किंगों में भी भी ऐसा ही किया जाएगा।
अवतार सिंह
एसडीओ, पार्किंग विंग, नगर निगम