चंडीगढ़। पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक शिवराज वी. पाटिल ने वीरवार को इंडियन रेवेन्यू सर्विसेज (आईआरएस) के 65वें बैच के 17 प्रशिक्षु अधिकारियों से बातचीत की। इस दौरान पाटिल ने उनसे पूछा कि सिविल सेवा में शामिल होने के लिए उन्हें किस चीज ने प्रेरित किया। उनके जवाब सुनने के बाद पाटिल ने कहा कि देश का भविष्य उज्ज्वल है और सुरक्षित हाथों में है।
आईआरएस प्रशिक्षुओं को बधाई देते हुए पाटिल ने कहा कि समय की मांग है कि हम लोगों की महत्वकांक्षाएं और उनकी ज़रूरतों को समझें और उसके अनुरूप कार्य करें। अगर आप इन बातों को बेहतर तरीके से समझेंगे तो आप समाज की अच्छे तरीके से सहायता कर पाएंगे। पाटिल ने कहा कि उन्हें राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर द्वारा बनाई नीतियों और योजनाओं को समझना चाहिए।
ट्रेनीज़ अफसरों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के जवाब देते हुए पाटिल ने उन्हें लोकाचार को समझने की सलाह दी। कहा कि आज के बदलते हुए परिवेश में अधिकारियों को तकनीकी रूप से जागरूक व सक्षम होना चाहिए ताकि वह अपने कार्य के साथ न्याय कर सकें। डीटीआरटीआई, चंडीगढ़ की आयकर आयुक्त श्रीमती पवन सिंह परमार जो कि आईआरएस परिवीक्षाधीन के 65 बैच का नेतृत्व कर रही थीं, ने बताया कि ये प्रशिक्षु नेशनल एकेडमी ऑफ डाइरेक्ट टेक्सीज़, नागपुर में इंडक्शन ट्रेनिंग ले रहे हैं। वर्तमान में ये अपने कार्य के प्रशिक्षण फेज़ 1 के लिए डाइरेक्ट टेक्सीज़ रीजनल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट चंडीगढ़ से संबद्ध हैं।