चंडीगढ़। बिजली निगम की लापरवाही की वजह से हर रोज उद्योगों को करोड़ों रुपये का फटका लग रहा है। इंडस्ट्रियल एरिया में अघोषित पावर कटों की वजह से एक घंटा में लगभग एक करोड़ का नुकसान उद्योगपतियों को झेलना पड़ता है। हर रोज इंडस्ट्रियल एरिया का 10 करोड़ का टर्न ओवर है, जो बिजली कटों की वजह से प्रभावित हो रहा है।
चैंबर ऑफ चंडीगढ़ इंडस्ट्रीज के सलाहकार बोर्ड के सदस्य नवीन मंगलानी का कहना है कि गरमी शुरू होने से पहले प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि कोई कट नहीं लगेगा। इसके बावजूद लगातार अघोषित कट लग रहे हैं। चंडीगढ़ स्क्रू मेन्यूफ्रेक्चर एसोसिएशन के महासचिव भूपिंदर सिंह सैनी ने कहा कि चंडीगढ़ के इंडस्ट्रियल एरिया में चार सौ स्क्रू मेन्यू फैक्चर यूनिट हैं। एक घंटे के पावर कट में एक यूनिट को कम से कम पांच हजार रुपये का नुकसान हो जाता है, जिसे किसी भी हालत में पूरा नहीं किया जा सकता। हर रोज अघोषित पावर कट लग रहे हैं। बुधवार को दो घंटे का बिना पूर्व सूचना के बिजली कट लगा। प्रशासन के मुख्य अभियंता एसके चडढा ने बताया कि कभी कभी टेक्निकल फाल्ट के कारण कट लग जाते हैं, उसे तुरंत ठीक किया जाता है।
पॉश सेक्टरों में भी आती-जाती रही बिजली
शहर के अधिकांश भागों में पावर कट लगता रहा। कई जगहों पर तीन से चार घंटे तक। इंडस्ट्रियल एरिया हो या पॉश सेक्टर। सभी ओर लोगों को परेशान होना पड़ा। शहर के लोगों को अभी और परेशान होना पड़ेगा। इसका कारण है कि सेक्टर-18 स्थित 66 केवी पावर स्टेशन अभी तक ठीक नहीं हुआ है। बिजली निगम के अनुसार वीरवार तक इसके ठीक होने की संभावना है। ऐसे में सेक्टर-52 के फीडर से बिजली ली जा रही है। इसके कारण उस फीडर पर लोड पड़ गया है, जिससे इससे संबंधित एरिया के लोगों को परेशानी हो रही है। 17, 22, 24, 25, 16, 15, 19, 7, 9, 26, मनीजारजा, 40, 38, 39 में दिन भर बिजली आती जाती रही। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।