पंचकूला। शहर में सक्रिय चोरों ने अपनी नजर फ्लैट्स पर टिका दी है। एक महीने के भीतर ही चोरों ने 12 फ्लैट्स को अपना निशाना बनाया। खास बात यह है कि चोरों ने उन्हीं सोसाइटियों के फ्लैट्स को निशाना बनाया गया है, जिनमें कड़ी सुरक्षा रही है। इससे यह संभावना बन रही है कि फ्लैट में रेगुलर आने-जाने वाले किसी जानकार ने ही चोरी की है। हालांकि हैरत वाली बात यह है कि पुलिस अब तक किसी भी वारदात को ट्रेस नहीं कर पाई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि चोरों का एक ग्रुप बंद फ्लैट पर नजर रखता है। जैसे ही उन्हें लगता है कि फ्लैट में कोई हलचल नहीं हो रही तो उन्हें निशाना बना लेते हैं। इससे ऐसा लगता है कि वारदात में अक्सर अंदर का कोई व्यक्ति मिला होता है।
कब-कब हुई चोरियां
मई के शुरुआती दिनों में सेक्टर 20 की ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी नंबर 44 में सबसे पहले एक रिटायर्ड कर्नल के फ्लैट में चोरों ने ज्वेलरी पर हाथ साफ किया। दो दिन बाद ही चोरों ने सेक्टर 20 में टाइल्स कंपनी में काम करने वाले सुनील गर्ग के फ्लैट से करीब पांच तोले सोने उड़ा लिए। कुछ ही दिन बाद ही सोसाइटी नंबर 79 के फ्लैटों के ताले टूट गए थे। 25 मई को सोसाइटी नंबर 33 और 34 रुपये के चार फ्लैटों में ताले टूट गए थे। एमडीसी में भी करीब दो हफ्ते पहले चोरों ने एक सरकारी कर्मचारी के फ्लैट से करीब एक लाख रुपये की ज्वेलरी पर हाथ साफ कर दिया था।
जब भी बाहर जाएं तो रखें ध्यान
1. अखबार और दूध वाले को मना कर दें।
2. फ्लैट की एक लाइट ऑन कर जाएं।
3. किसी संबंधी को फ्लैट पर नजर रखने को कहा जाए।
4. संबंधित पुलिस चौकी को एक बार जरूर सूचना दें।
5. पड़ोसियों को जरूर बताएं। उनसे बराबर संपर्क रखें।
पंचकूला। शहर में सक्रिय चोरों ने अपनी नजर फ्लैट्स पर टिका दी है। एक महीने के भीतर ही चोरों ने 12 फ्लैट्स को अपना निशाना बनाया। खास बात यह है कि चोरों ने उन्हीं सोसाइटियों के फ्लैट्स को निशाना बनाया गया है, जिनमें कड़ी सुरक्षा रही है। इससे यह संभावना बन रही है कि फ्लैट में रेगुलर आने-जाने वाले किसी जानकार ने ही चोरी की है। हालांकि हैरत वाली बात यह है कि पुलिस अब तक किसी भी वारदात को ट्रेस नहीं कर पाई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि चोरों का एक ग्रुप बंद फ्लैट पर नजर रखता है। जैसे ही उन्हें लगता है कि फ्लैट में कोई हलचल नहीं हो रही तो उन्हें निशाना बना लेते हैं। इससे ऐसा लगता है कि वारदात में अक्सर अंदर का कोई व्यक्ति मिला होता है।
कब-कब हुई चोरियां
मई के शुरुआती दिनों में सेक्टर 20 की ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी नंबर 44 में सबसे पहले एक रिटायर्ड कर्नल के फ्लैट में चोरों ने ज्वेलरी पर हाथ साफ किया। दो दिन बाद ही चोरों ने सेक्टर 20 में टाइल्स कंपनी में काम करने वाले सुनील गर्ग के फ्लैट से करीब पांच तोले सोने उड़ा लिए। कुछ ही दिन बाद ही सोसाइटी नंबर 79 के फ्लैटों के ताले टूट गए थे। 25 मई को सोसाइटी नंबर 33 और 34 रुपये के चार फ्लैटों में ताले टूट गए थे। एमडीसी में भी करीब दो हफ्ते पहले चोरों ने एक सरकारी कर्मचारी के फ्लैट से करीब एक लाख रुपये की ज्वेलरी पर हाथ साफ कर दिया था।
जब भी बाहर जाएं तो रखें ध्यान
1. अखबार और दूध वाले को मना कर दें।
2. फ्लैट की एक लाइट ऑन कर जाएं।
3. किसी संबंधी को फ्लैट पर नजर रखने को कहा जाए।
4. संबंधित पुलिस चौकी को एक बार जरूर सूचना दें।
5. पड़ोसियों को जरूर बताएं। उनसे बराबर संपर्क रखें।