चंडीगढ़। शहर में अब मरीजों को और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी। लंबे समय से प्रतीक्षारत शहर के तीन प्रमुख अस्पतालों का विस्तार किया जाएगा। इसके अलावा जीएमसीएच में नए ब्लॉक के साथ इनडोर मरीजों को भरती करने की संख्या बढ़ाई जाएगी। आयुर्वेदिक और होम्योपैथी डिस्पेंसरी को अपग्रेड किया जाएगा। साथ ही कुछ नए हेल्थ सेंटर खोलकर विशेष तरह के मरीजों को इलाज दिया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने 23 मई को दिल्ली में आयोजित योजना आयोग की बैठक में यूटी प्रशासन को इस वित्त वर्ष के लिए 85 करोड़ रुपये स्वीकृत कर लिए हैं।
इस वित्त वर्ष में मिले बजट से मनीमाजरा के अस्पताल को 100 बेड का बनाया जाएगा। सेक्टर-22 के अस्पताल को भी सौ बेड और बुडैल के पॉलीक्लीनिक को पचास बेड का बनाया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने इस साल साढ़े आठ करोड़ स्वीकृत किए हैं। इसके अलावा जनरल अस्पताल में बनने वाले ओपीडी ब्लॉक में सुविधाओं के लिए 13 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। सूत्रों का कहना है कि मिलने वाले फंड से इन अस्पतालों में रेडियोलॉजी की तमाम जांचों को शुरू कराया जाएगा जो कि अभी तक यहां पर नहीं होती हैं। इस साल बजट में आयुर्वेदिक और होम्योपैथी के लिए 75 लाख रुपये मिले हैं। प्रशासन की योजना है कि इस बजट से होम्योपैथी और आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी में मरीजों के लिए और बेहतर सुविधाएं शुरू की जाएं।
विशेष बीमारी के लिए नए सेंटर भी खुलेंगे
मानसिक रूप से कमजोर बच्चों तथा मानसिक बीमार अन्य रोगियों के लिए दो सेंटर खोले जाएंगे। मेंटली रिटार्डेड चिल्ड्रेन के लिए बनने वाले इंस्टीट्यूट के लिए सवा छह करोड़ रुपये से ज्यादा, जबकि मेंटल हेल्थ इंस्टीट्यूट के लिए ढाई करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं।
ये भी सुविधाएं बेहतर होंगी
- शहरी और ग्रामीण डिस्पेंसरियों की हालत सुधारी जाएगी। कुछ डिस्पेंसरी को विशेषज्ञता वाली डिस्पेंसरी के तौर पर विकसित किया जाएगा। इसके लिए इस वित्त वर्ष में सवा एक करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होंगे।
- ईएसआई के तहत मरीजों को और बेहतर इलाज दिया जाएगा। इसके तहत इस साल ढाई करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया है।
- जनरल अस्पताल में वेंटिलेटर यूनिट, डायलीसिस यूनिट, रेडियोलॉजी विभाग, नियोनेटल यूनिट समेत गाइनी विभाग की सुविधाओं को अपग्रेड किया जाएगा।
- कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए मोबाइल क्लीनिक शुरू होगा।
- डेंटल इंप्लांट सेंटर को शुरू किया जाएगा।
- ओरल कैंसर स्क्रीनिंग सेंटर के अलावा चंडीगढ़ आर्थोडोंटिक सेंटर को भी बनाया जाएगा।
कोट
बेहतर इलाज के लिए नई सुविधाओं को शुरू किया जाएगा। इस साल बजट में स्वास्थ्य सेवाओं में बहुत कुछ नया होगा। अस्पतालों मेें मरीजों को दाखिल करने जैसी सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं।
केके शर्मा, प्रशासक के सलाहकार
चंडीगढ़। शहर में अब मरीजों को और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी। लंबे समय से प्रतीक्षारत शहर के तीन प्रमुख अस्पतालों का विस्तार किया जाएगा। इसके अलावा जीएमसीएच में नए ब्लॉक के साथ इनडोर मरीजों को भरती करने की संख्या बढ़ाई जाएगी। आयुर्वेदिक और होम्योपैथी डिस्पेंसरी को अपग्रेड किया जाएगा। साथ ही कुछ नए हेल्थ सेंटर खोलकर विशेष तरह के मरीजों को इलाज दिया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने 23 मई को दिल्ली में आयोजित योजना आयोग की बैठक में यूटी प्रशासन को इस वित्त वर्ष के लिए 85 करोड़ रुपये स्वीकृत कर लिए हैं।
इस वित्त वर्ष में मिले बजट से मनीमाजरा के अस्पताल को 100 बेड का बनाया जाएगा। सेक्टर-22 के अस्पताल को भी सौ बेड और बुडैल के पॉलीक्लीनिक को पचास बेड का बनाया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने इस साल साढ़े आठ करोड़ स्वीकृत किए हैं। इसके अलावा जनरल अस्पताल में बनने वाले ओपीडी ब्लॉक में सुविधाओं के लिए 13 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। सूत्रों का कहना है कि मिलने वाले फंड से इन अस्पतालों में रेडियोलॉजी की तमाम जांचों को शुरू कराया जाएगा जो कि अभी तक यहां पर नहीं होती हैं। इस साल बजट में आयुर्वेदिक और होम्योपैथी के लिए 75 लाख रुपये मिले हैं। प्रशासन की योजना है कि इस बजट से होम्योपैथी और आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी में मरीजों के लिए और बेहतर सुविधाएं शुरू की जाएं।
विशेष बीमारी के लिए नए सेंटर भी खुलेंगे
मानसिक रूप से कमजोर बच्चों तथा मानसिक बीमार अन्य रोगियों के लिए दो सेंटर खोले जाएंगे। मेंटली रिटार्डेड चिल्ड्रेन के लिए बनने वाले इंस्टीट्यूट के लिए सवा छह करोड़ रुपये से ज्यादा, जबकि मेंटल हेल्थ इंस्टीट्यूट के लिए ढाई करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं।
ये भी सुविधाएं बेहतर होंगी
- शहरी और ग्रामीण डिस्पेंसरियों की हालत सुधारी जाएगी। कुछ डिस्पेंसरी को विशेषज्ञता वाली डिस्पेंसरी के तौर पर विकसित किया जाएगा। इसके लिए इस वित्त वर्ष में सवा एक करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होंगे।
- ईएसआई के तहत मरीजों को और बेहतर इलाज दिया जाएगा। इसके तहत इस साल ढाई करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया है।
- जनरल अस्पताल में वेंटिलेटर यूनिट, डायलीसिस यूनिट, रेडियोलॉजी विभाग, नियोनेटल यूनिट समेत गाइनी विभाग की सुविधाओं को अपग्रेड किया जाएगा।
- कैंसर के मरीजों के इलाज के लिए मोबाइल क्लीनिक शुरू होगा।
- डेंटल इंप्लांट सेंटर को शुरू किया जाएगा।
- ओरल कैंसर स्क्रीनिंग सेंटर के अलावा चंडीगढ़ आर्थोडोंटिक सेंटर को भी बनाया जाएगा।
कोट
बेहतर इलाज के लिए नई सुविधाओं को शुरू किया जाएगा। इस साल बजट में स्वास्थ्य सेवाओं में बहुत कुछ नया होगा। अस्पतालों मेें मरीजों को दाखिल करने जैसी सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं।
केके शर्मा, प्रशासक के सलाहकार