चंडीगढ़। ढाई वर्ष पहले एक साथ पुलिस विभाग में तैनाती, फिर लड़के-लड़की में नजदीकियां और दुराचार व ब्लैकमेलिंग जैसे संगीन आरोप, इसके बाद चंडीगढ़ पुलिस के आला अफसरों के हस्तक्षेप से हुई शादी। दो माह पहले इस हाईवोल्टेज ड्रामे में हुए विवाह का दुखद अंजाम रविवार को चंडीगढ़ पुलिस के कांस्टेबल मंजीत की खुदखुशी के रूप में सामने आया। यूटी पुलिस में तैनात महिला पुलिसकर्मी के पति हिम्मतगढ़ (जीरकपुर) निवासी कांस्टेबल मंजीत सिंह ने रविवार सुबह ट्रेन से कटकर जान दे दी। उससे मिले सुसाइड नोट में उसने अपनी मौत का जिम्मेदार मेरठ निवासी सास सुषमा देवी, ससुर मुकेश तंवर और पत्नी विशु तंवर को बताया है। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जीआरपी के मुताबिक रविवार सुबह 7:50 मिनट पर चंडीगढ़ सेक्टर 47 स्थित गुरुद्वारे के पास रेलवे ट्रैक पर जीरकपुर स्थित हिम्मतगढ़ निवासी मंजीत सिंह ने अंबाला-नंगल डैम पैसेंजर के आगे छलांग लगाई। आत्महत्या की। वह पीसीआर पर ड्राइवर के रूप में तैनात था। सूचना पर जीआरपी इंचार्ज महिला सब इंस्पेक्टर और रिजर्व फोर्स में तैनात मंजीत की पत्नी विशु मौके पर पहुंचीं। पति के शव को देख पत्नी दहाड़े मारकर रोने लगी। इतने मेेें मंजीत के पिता गुरदयाल सिंह, भाई परमिंदर सिंह और डीएसपी रोशनलाल घटनास्थल पर पहुंच गए।
शनिवार को ससुराल वालों ने किया था हंगामा
खुदकुशी करने वाले कांस्टेबल मंजीत के पिता गुरदयाल सिंह ने कहा कि मेरठ के कंकर खेड़ा, माडल टाउन निवासी ससुराल वालों की प्रताड़ना की वजह से उसके बेटे ने आत्महत्या की। शादी के बाद बेटा सेक्टर 29 में किराये पर रहता था। बेटे ने कई बार उन्हें बताया कि पत्नी और ससुराल वाले उसे बिना किसी कारण से तंग कर रहे हैं। मंजीत सिंह के भाई परमिंदर सिंह ने बताया कि शनिवार को सास और ससुर मेरठ से भाई के घर आए थे। वहां पर उन्होंने भाई को काफी परेशान किया। इसके बाद वे हिम्मतगढ़ भी आए और मंजीत को मारने की धमकी दी और चार लाख रुपये की मांग की। मंजीत ने भी शाम को फोन कर उन्हें जानकारी दी थी।
दबाव में आकर की थी शादी : गुरदयाल
पिता गुरदयाल सिंह ने बताया कि बेटे मंजीत सिंह ने दबाव में आकर बीती 30 मार्च को विशु से शादी की थी। विशु ने मंजीत के खिलाफ मेरठ में झूठी दुराचार की शिकायत की थी। इसके चलते उन्होंने विशु के खिलाफ चंडीगढ़ पुलिस के आला अफसरों को ब्लैकमेलिंग की शिकायत दी थी। यूटी पुलिस के आला अफसरों के हस्तक्षेप के बाद दोनों की शादी हो गई।
पिता ने दूसरे पुलिसकर्मी पर लगाए आरोप
पिता गुरदयाल सिंह ने बताया कि उसके बेटे का घर उजाड़ने में सेक्टर 29 ट्रैफिक लाइन में तैनात एक पुलिसकर्मी का भी हाथ है। वहीं विशु के परिजनों को भड़काता रहता था। वह मंजीत के घर भी घंटों बैठा रहता था और उनसे भी रुपये मांगता था।
संस्कार पर नहीं पहुंची पत्नी
पोस्टमार्टम के बाद कांस्टेबल मंजीत के शव का परिजनों ने जीरकपुर स्थित हिम्मतगढ़ में रविवार दोपहर बाद संस्कार कर दिया। संस्कार में कांस्टेबल मंजीत की पत्नी नहीं पहुंची। सूत्रों से पता चला है कि पति की मौत के बाद पत्नी भी खुद की नस काटने की धमकी दे रही है। वहीं मामला दर्ज होने के बाद मंजीत की सास और ससुर कहीं चले गए।
कोट
मृतक कांस्टेबल के पर्स से सुसाइड नोट मिला है, जिसके आधार पर पत्नी विशु, ससुर मुकेश और सास सुषमा देवी पर धारा 306 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
राजेश, सब इंस्पेक्टर, जीआरपी चौकी इंचार्ज
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मंजीत के पिता ने यूटी शिकायत दी थी कि कांस्टेबल विशु उनके बेटे को ब्लैकमेल और परेशान कर रही है। बाद में दोनों कांस्टेबल के परिजनों ने आपस में बैठकर शादी की तारीख तय की थी। उन्होंने समझौते की लिखित कापी मुझे दी थी।
- रोशनलाल, डीएसपी, पीसीआर