चंडीगढ़। सीबीएसई-एआईपीएमटी में चंडीगढ़ में रहने वाले या यहां से कोचिंग लेने वाले तीन छात्र टॉप 100 में जगह बनाने में सफल रहे हैं। देशभर में तीसरी रैंक हासिल की है क्षितिज चौधरी ने तो सेक्टर-15 में रह रही नवांशहर निवासी इरा अग्रवाल ने देश भर में 62 वां स्थान हासिल कर ट्राइसिटी में पहला स्थान हासिल किया है। चंडीगढ़ के सेक्टर-16 निवासी लवकीरत सिंह देश भर में 94 वां स्थान हासिल कर ट्राइसिटी में दूसरे स्थान पर रहे हैं।
चंडीगढ़ से कोचिंग लेने वाले मालेरकोटला के छात्र हरून सिंह ने देश भर में 90 वां स्थान हासिल किया है। चंडीगढ़ से ही कोचिंग लेने वाले राजपुरा निवासी क्षितिज चौधरी ने देश भर में तीसरा स्थान हासिल किया है। सीबीएसई बारहवीं की परीक्षा में ट्राइसिटी में मेडिकल संकाय में दूसरे स्थान पर रही स्मृति शर्मा ने 212 वीं रैंक हासिल की है, जबकि दीक्षा की 272 वीं रैंक है। एसडी स्कूल, सेक्टर-32 की मेडिकल संकाय की टॉपर मधुरिमा की 361 वीं रैंक है। ट्राइसिटी के तीन दर्जन से अधिक छात्र परीक्षा क्लीयर करने में सफल रहे हैं।
सिविल सर्विसेज, आईआईटी-जेईई, क्लैट जैसी प्रवेश परीक्षाओं में टॉप फाइव में जगह बनाने वाले शहर के छात्र सीबीएसई-एआईपीएमटी में पिछड़ गए हैं। पिछले साल सीबीएसई-एआईपीएमटी में चंडीगढ़ के सेक्टर-43 निवासी हरसिमर कौर ने देश भर में पहला स्थान हासिल कर नया रिकार्ड बनाया था। पिछले साल टॉप टेन में चंडीगढ़ के तीन छात्र रहे थे, जबकि पांच छात्र टॉप 100 में रहे थे। वर्ष 2008 के बाद यह ऐसा साल है जब चंडीगढ़ का कोई छात्र टॉप 50 में जगह न बना सका हो।
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पहले भी छात्र हैं ट्राइसिटी के होनहार
वर्ष 2010 में चंडीगढ़ के छह छात्रों ने सीबीएसई-एआईपीएमटी में टॉप 100 में जगह बनाई थी। आरूषि सिंगला ने देश भर में छठा रैंक लेकर ट्राइसिटी में टॉप किया था। वर्ष 2009 में अभिनव ढींगरा ने देश भर में 5 वां स्थान हासिल किया था। इससे पहले वर्ष 2006 में ट्राइसिटी के छात्रों ने सीबीएसई पीएमटी में शानदार प्रदर्शन किया था। इस साल टॉप 10 में चार छात्रों ने जगह बनाई थी। अंकिता चक्रवर्ती ने देश भर में चौथा और रोहन खेड़ा ने पांचवां स्थान हासिल किया था। वर्ष 2005 में सेक्टर-15 निवासी कृति पुरी ने देश भर में सातवां स्थान हासिल किया था। वर्ष 2008 में चंडीगढ़ का परिणाम अच्छा नहीं आया था। इस साल करण छाबड़ा ने देश भर में 51 वां रैंक लेकर ट्राइसिटी में टॉप किया था।