न्यूज डेस्क, अमर उजाला, छत्तीसगढ़
Updated Thu, 15 Nov 2018 04:44 PM IST
इश्क में पागल एक महिला ने इश्क को परवान पर चढ़ाने के लिए पहले अपने पति को धोखा दिया और अपना घर छोड़ कर चली गई। मामला छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले का है। महिला प्रेम में इतनी पागल हुई कि उसने पति को छोड़ दिया लेकिन उसे उसके प्रेमी ने धोखा दिया। मामला करीब पांच महीने पुराना है। पुलिस ने बताया कि महिला की कई वर्ष पहले ही शादी हो चुकी है। लेकिन पति के काम पर निकलने के बाद वह अपने एक पड़ोसी के प्यार के चक्कर में पड़ गई। प्रेमी का नाम शिवदयाल यादव है उसने महिला को प्रेम जाल में फंसाकर उसे शादी का झांसा दिया।
25 जून को शिवदयाल महिला को यह कहते हुए अपने साथ ले गया कि वह उससे शादी करेगा और पत्नी का दर्जा देगा। यही नहीं आरोपी ने महिला को रायपुर नाका क्षेत्र में अपने एक जीजा के मकान में भी रखा। उससे शारीरिक संबंध भी बनाए। लेकिन बाद में वह महिला को छोड़ कर भाग गया। जब वह कई दिनों तक वापस नहीं लौटा तब उसने पुलिस का दरवाजा खटखटाया।
महिला की शिकायत पर पद्नाभपुर पुलिस चौकी में दुष्कर्म के आरोप में शिवदयाल को गिरफ्तार कर लिया है। महिला के वापस लौटने पर उसे ससुराल वालों ने भी स्वीकार नहीं किया है और न ही परिवार वालों ने।
इश्क में पागल एक महिला ने इश्क को परवान पर चढ़ाने के लिए पहले अपने पति को धोखा दिया और अपना घर छोड़ कर चली गई। मामला छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले का है। महिला प्रेम में इतनी पागल हुई कि उसने पति को छोड़ दिया लेकिन उसे उसके प्रेमी ने धोखा दिया। मामला करीब पांच महीने पुराना है। पुलिस ने बताया कि महिला की कई वर्ष पहले ही शादी हो चुकी है। लेकिन पति के काम पर निकलने के बाद वह अपने एक पड़ोसी के प्यार के चक्कर में पड़ गई। प्रेमी का नाम शिवदयाल यादव है उसने महिला को प्रेम जाल में फंसाकर उसे शादी का झांसा दिया।
25 जून को शिवदयाल महिला को यह कहते हुए अपने साथ ले गया कि वह उससे शादी करेगा और पत्नी का दर्जा देगा। यही नहीं आरोपी ने महिला को रायपुर नाका क्षेत्र में अपने एक जीजा के मकान में भी रखा। उससे शारीरिक संबंध भी बनाए। लेकिन बाद में वह महिला को छोड़ कर भाग गया। जब वह कई दिनों तक वापस नहीं लौटा तब उसने पुलिस का दरवाजा खटखटाया।
महिला की शिकायत पर पद्नाभपुर पुलिस चौकी में दुष्कर्म के आरोप में शिवदयाल को गिरफ्तार कर लिया है। महिला के वापस लौटने पर उसे ससुराल वालों ने भी स्वीकार नहीं किया है और न ही परिवार वालों ने।