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छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में 13 नक्सलियों ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।। दंतेवाड़ा पुलिस के मुताबिक, इनमें से तीन एक-एक लाख के इनामी नक्सली थे।
छत्तीसगढ़ में दो महिलाओं समेत 13 इनामी नक्सलियों ने किया समर्पण
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में बुधवार को 13 इनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। जिले के पुलिस कप्तान अभिषेक पल्लव ने बताया कि पुलिस ने नक्सलियों को मुख्य धारा में लौटाकर लाने का अभियान चलाया था जिसके सार्थक परिणाम दिखे हैं।
बड़ी संख्या में अल्ट्रा अपने नक्सलवादी विचारधारा को छोड़कर समाज की मुख्य धारा में लौटे हैं। समर्पण करने वालों में तीन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था। ये सभी हत्या, हत्या के प्रयास और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के अपराध में लिप्त थे।
पुलिस की ओर से इन सभी को समर्पण करने के लिए सरकारी नीति के तहत 10-10 हजार रुपये दिए गए। पिछले आठ महीनों में दंतेवाड़ा जिले में 310 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं जिनमें 77 के सिर पर इनाम था।
बता दें, छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों को मुख्य धारा में लाने के लिए प्रशासन ने ‘लोन वर्राटू’ यानी घर वापसी अभियान शुरू किया है। इसके तहत नक्सलियों को आत्मसमर्पण का मौका दिया जा रहा है। नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले की पुलिस ने नक्सलियों को हथियार छोड़ मुख्य धारा में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए उनके गांवों में पोस्टर और बैनर भी लगाए हैं। पुलिस ने नक्सलियों से कहा है कि वे हथियार छोड़कर वापस गांव लौट आएं।
वहीं इन पोस्टरों में वरिष्ठ अधिकारियों का फोन नंबर भी दिया गया है जिससे नक्सली उनसे संपर्क कर सकें। दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि क्षेत्र में 'लोन वर्राटू' नाम से एक अभियान चलाया गया है। 'लोन वर्राटू' स्थानीय गोंडी बोली का शब्द है तथा इसका अर्थ होता है 'अपने गांव लौट आओ।'
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में 13 नक्सलियों ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।। दंतेवाड़ा पुलिस के मुताबिक, इनमें से तीन एक-एक लाख के इनामी नक्सली थे।
छत्तीसगढ़ में दो महिलाओं समेत 13 इनामी नक्सलियों ने किया समर्पण
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में बुधवार को 13 इनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। जिले के पुलिस कप्तान अभिषेक पल्लव ने बताया कि पुलिस ने नक्सलियों को मुख्य धारा में लौटाकर लाने का अभियान चलाया था जिसके सार्थक परिणाम दिखे हैं।
बड़ी संख्या में अल्ट्रा अपने नक्सलवादी विचारधारा को छोड़कर समाज की मुख्य धारा में लौटे हैं। समर्पण करने वालों में तीन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम था। ये सभी हत्या, हत्या के प्रयास और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के अपराध में लिप्त थे।
पुलिस की ओर से इन सभी को समर्पण करने के लिए सरकारी नीति के तहत 10-10 हजार रुपये दिए गए। पिछले आठ महीनों में दंतेवाड़ा जिले में 310 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं जिनमें 77 के सिर पर इनाम था।
बता दें, छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों को मुख्य धारा में लाने के लिए प्रशासन ने ‘लोन वर्राटू’ यानी घर वापसी अभियान शुरू किया है। इसके तहत नक्सलियों को आत्मसमर्पण का मौका दिया जा रहा है। नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले की पुलिस ने नक्सलियों को हथियार छोड़ मुख्य धारा में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए उनके गांवों में पोस्टर और बैनर भी लगाए हैं। पुलिस ने नक्सलियों से कहा है कि वे हथियार छोड़कर वापस गांव लौट आएं।
वहीं इन पोस्टरों में वरिष्ठ अधिकारियों का फोन नंबर भी दिया गया है जिससे नक्सली उनसे संपर्क कर सकें। दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि क्षेत्र में 'लोन वर्राटू' नाम से एक अभियान चलाया गया है। 'लोन वर्राटू' स्थानीय गोंडी बोली का शब्द है तथा इसका अर्थ होता है 'अपने गांव लौट आओ।'