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बठिंडा के सबसे सुरक्षित माना जाने वाले क्षेत्र में सोमवार शाम को उस समय हड़कप मच गया, जब बठिंडा जोन के आईजी और जिला सेशन जज की कोठी के समीप स्थित लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन की सरकारी कोठी के बाहर एक लावारिस बैग मिला। बैग में बम होने की सूचना पुलिस को दी गई। इसके बाद पुलिस विभाग में अफरा-तफरी मच गई और एसपी अजय गांधी व डीएसपी सिटी टू गुरप्रीत सिंह की अगुआई में पुलिस टीमें और बम निरोधक दस्ते की टीमें मौके पर पहुंची और सभी रास्ते सील कर बैग की जांच शुरू कर दी है। हालांकि, बैग में बम होने की सूचना एक अफवाह निकाली।
इसके बाद पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली। वहीं बैग एक बिहार के रहने वाले प्रवासी मजदूर का निकाला। इसके बाद पुलिस ने बैग को अपने कब्जे में लेकर उसके मालिक की तलाश शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि जिस स्थान पर उक्त बैग पड़ा था, उसके समीप ही आईजी एवं सत्र न्यायाधीश का आवास स्थित है। जहां पर 24 घंटे पुलिस कर्मी तैनात रहे है। ऐसे में उनकी कोठी के समीप लावारिस बैग मिलने से पुलिस के सुरक्षा के प्रबंधों की असल सच सामने आ गया है।
इतना ही नहीं जिस जगह पर बैग पड़ा था, उसके चंद कदमों की दूरी पर पीसीआर प्वाइंट और ट्रैफिक पुलिस तैनात रहती है। इसके बाद भी किसी भी पुलिस कर्मी को यह पता नहीं चल सका कि किस व्यक्ति ने यह बैग रखा है, जबकि यह बैग दोपहर 12 बजे के बाद से उक्त जगह पर पड़ा हुआ था।
जानकारी अनुसार सिविल लाइन इलाके में आईजी व जिला सेशन जज की कोठी के पास एक लाल रंग का बैग लावारिस पड़ा था। काफी देर तक जब उक्त बैग लेने कोई नहीं आया तो वहां मौजूद लोगों को शक हुआ कि इस बैग में बम होने की आशंका जताते हुए इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम पर दी गई।
सूचना मिलते ही एसपी अजय गांधी और डीएसपी सिटी 2 गुरप्रीत सिंह पुलिस पार्टी के साथ मौके पर पहुंचे और पूरे इलाके को सील कर दिया। बम निरोधक दस्ते ने बैग की तलाशी ली तो उसमें से कपड़े और चप्पल बरामद हुई। उक्त बैग के अंदर से बिहार निवासी हरि राउत नामक व्यक्ति का आधार कार्ड बरामद किया गया है।
पुलिस ने बैग को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। डीएसपी सिटी 2 गुरप्रीत सिंह ने बताया कि बैग से मिले आधार कार्ड के तहत व्यक्ति की तलाश की जा रही है। उसके मिलने के बाद ही पता चल सकेगा कि उक्त बैग जहां पर कैसे पहुंचा।