चंडीगढ़। सेक्टर-37 के लॉ भवन में शनिवार को विशेष आयोजन हुआ। यहां तीन पीढि़यों के वकील रिपुदमन सिंह रूप, उनके बेटे रंजीवन सिंह और पोते रिशमराग सिंह की लिखी पुस्तकों का विमोचन हुआ। यह कार्यक्रम सरघी कला केंद्र मोहाली की ओर से हुआ। रिपुदमन सिंह रूप ने संस्थाओं में पनप रहे गैंगस्टर वाद के खिलाफ उपन्यास प्रीती, रंजीवन सिंह की सामाजिक समस्याओं को उजागर करते हुए काव्य संग्रह ‘सुर्ख हवावां’ और रिशमराग सिंह के साहित्यिक गीतों की पुस्तक ‘एकतरफा’ लिखी है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जस्टिस जसबीर सिंह, कहानीकार सुखजीत सिंह, शिरोमणि कवि मंजीत इंदिरा, सरघी कला केंद्र के प्रधान संजीवन सिंह, रंगकर्मी और फिल्म अदाकार संजीव दीवान कुकू ने तीनों किताबों के लेखकों के साथ विमोचन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सुखजीत सिंह ने कहा कि उनका जीवन कला के लिए है। रूप साहब, रंजीवन और रिशम की रचनाएं विचारधारा को धारण किए हैं। इस दौरान मोहाली के शिल्वी पार्क का नाम संतोष सिंह धीर के नाम पर रखने का एलान हुआ। जस्टिस जसबीर सिंह ने कहा कि यह अनोखी और विशेष बात है कि वकालत की व्यस्तता में भी यह तीनों लेखक जो तीन पीढि़यां भी हैं, साहित्यकारी में तनदेही के साथ सरगर्म हैं। कमाल की बात है कि यह तीनों ही एक ही छत के नीचे रहते भी हैं। इस मौके पर तीनों लेखकों ने अपनी रचनाओं के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर रंजीवन की कविताओं और रिशमराग के गीतों की स्क्रीनिंग भी हुई। इसके अलावा हिमांशु शर्मा द्वारा गीत पेश किए गए। परिवार की अदाकारा और कवयित्री ऋतुराग ने आए अतिथियों का धन्यवाद किय। इस मौके पर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोट बार काउंसिल के चेयरमैन सुबीर सिद्धू, एडवोकेट जोगिंदर सिंह तूर, दविंदर जटाणा, गुरनाम कंवर, डॉ. जसपाल सिंह, डॉ. सिंदरपाल सिंह, मोहाली के डिप्टी मेयर कुलजीत सिंह बेदी, डॉ. सुरिंदर सिंह गिल, सुशील दोसांझ, दीपक चनारथल सहित कई लोग उपस्थित रहे।