चंडीगढ़। पंजाब यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर का पदभार संभालने के पहले दिन वीरवार को प्रो. रेणु विग की ओर से प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इस दौरान उन्होंने पीयू को लेकर अपने लक्ष्यों को साझा किया। उन्होंने बताया कि पीयू में शिक्षकों की भर्ती को लेकर प्रस्ताव बनाया जाएगा। बहुत से विभागों में नियमित शिक्षक नहीं होने के कारण विभाग लगभग खाली हो गए हैं। इसके साथ ही शिक्षकों प्रेरित किया जाएगा कि वे अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभाएं और छात्रों व शिक्षकों का आपस में बेहतर तालमेल रहे।
पीयू में छात्रों में बढ़ते तनाव और छेड़छाड़ इत्यादि मामलों के बारे में प्रो. रेणु ने बताया कि शिक्षक मेंटर के रूप में काम करेंगे और छात्रों के साथ एक ग्रुप बनाकर उनकी समस्याओं को सुनेंगे और उनकी मदद करेंगे। इसके साथ डीएसडब्ल्यू के साथ बैठक कर पीयू में नियमित काउंसलर के लिए बात की जाएगी। पीयू में प्रदर्शनों के मुद्दे पर वीसी रेणु विग ने बताया कि उनकी कोशिश रहेगी कि छात्रों और शिक्षकों व अन्य स्टाफ के साथ तालमेल बनाकर चला जा सके। पीयू लोकतांत्रिक रूप से स्वतंत्र है, यहां सब अपने मुद्दे उठाते हैं। पीयू में शिक्षकों और सीनेटर के राजनीतिक ग्रुपों के सवाल पर उन्होंने जवाब दिया कि वे स्वतंत्र होकर सबको साथ लेकर चलने का प्रयास करेंगी।
ईमानदारी के साथ बेहतर काम करने का रहेगा प्रयास
पीयू में पहली महिला वीसी होने के नाते प्रो. रेणु विग ने कहा कि परिवार में बच्चे घर के बड़ों से ही सीखते हैं। पीयू भी मेरा परिवार है, मेरी कोशिश रहेगी कि मैं बेहतर काम करूं और ईमानदारी से कार्यकाल को पूरा करूं। मेरा प्रयास रहेगा कि पीयू की छात्राओं और महिला कर्मचारियों के लिए रोल मॉडल बनूं और वे भी जिंदगी में कुछ बेहतर करने के लिए हमेशा प्रोत्साहित रहें। पीयू में पुराने वीसी के समय के भ्रष्टाचार के मामलों के बारे में उन्होंने कहा कि उनको लेकर कमेटी बनी है, जो जांच कर रही है। वहीं पीयू के अकादमिक सुधार के लिए सभी विभागों में कौशल आधारित कोर्स शुरू किए जाएंगे, जिससे छात्र नई तकनीक और बाजार की मांग के अनुसार खुद को बेहतर तैयार कर सकें।