अब पंजाब नेशनल बैंक ने डिफाल्टरों को राह पर लाने के लिए नया रास्ता चुन लिया है। समय रहते संभल जाएं तो अच्छा है, वरना पछताएंगे। गांधीगीरी का रास्ता अपना लिया है। बैंक के करोड़ों का बकाया न चुकाने वाले डिफाल्टरों को नोटिस देने के बाद बैंक को कोई खास फायदा नहीं हुआ है।
इसी मुहिम के तहत पीएनबी मोहाली फेज-1 की टीम तीन डिफाल्टरों के घर के सामने बैनर के साथ खड़ी होगी। इसका उद्देश्य डिफाल्टरों को उनकी गलती का अहसास दिलाना है। पीएनबी, मोहाली फेज-1 के चीफ मैनेजर उमेश कुमार शर्मा ने कहा कि बैंक के कई ऐसे कर्जदार हैं जो कि बैंक का पैसा वापस नहीं करना चाहते हैं।
ऐसी स्थिति में बैंक सभी के सामने इन डिफाल्टरों का नाम लाना चाहता है। एनपीए में पड़ने वाली इस राशि को बैंक वापस लाना चाहता है। शर्मा ने कहा कि फिलहाल पटियाला सर्कल के मोहाली से रोपड़ तक करीब एक हजार डिफाल्टर हैं। जिनके लिए गांधीगीरी का रास्ता अपनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इसके अंतर्गत न डिफाल्टरों के घरों के सामने बैनर के साथ टीम पंद्रह से बीस मिनट तक खड़ी रहेगी। जिससे डिफाल्टरों को उनकी गलती का अहसास हो। उन्होंने बताया कि इसके अंतर्गत पहले चरण में चंडीगढ़ सेक्टर-28 स्थित एक घर और सेक्टर-35 और पंचकूला सेक्टर-3 के एक होटल के सामने टीम खड़ी होगी।