न्यूज डेस्क, अमर उजाला, लुधियाना (पंजाब)
Updated Wed, 04 Dec 2019 12:26 AM IST
तेलंगाना में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म व हत्या के मामले के बाद पंजाब सरकार ने रात को महिलाओं का सुरक्षित घर पहुंचना यकीनी बनाने को अहम कदम उठाया है। अब रात नौ से सुबह छह बजे तक अगर किसी महिला को उपयुक्त साधन नहीं मिलता है तो पंजाब पुलिस उसे घर तक पहुंचाएगी। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह एलान किया।
राज्य भर में यह सुविधा 100, 112, 181 नंबरों पर मिलेगी। इन पर संपर्क करने वाली महिला पुलिस कंट्रोल रूम (पीसीआर) से जुड़ जाएगी। सीएम ने डीजीपी दिनकर गुप्ता को राज्य भर में यह सुविधा लागू करने के निर्देश दिए हैं। घर से ले जाने या छोड़ने की सुविधा उन महिलाओं को मिलेगी जिनके पास टैक्सी या थ्री व्हीलर जैसे सुरक्षित वाहन उपलब्ध न हों। सीएम ने निर्देश दिए कि महिला को घर छोड़ते समय कम से कम एक महिला पुलिस अधिकारी जरूर साथ होनी चाहिए।
तेलंगाना की घटना पर रोष जाहिर करते हुए सीएम ने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं की सुरक्षा यकीनी बनाएगी। इस संबंध में हरसंभव कदम उठाए जाएंगे। डीजीपी गुप्ता ने कहा कि पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के लिए अन्य स्कीमों पर भी काम कर रही है।
मोहाली-पटियाला समेत अन्य शहरों में अलग से पीसीआर वाहन
डीजीपी गुप्ता ने बताया कि मोहाली, पटियाला, बठिंडा समेत अन्य शहरों में महिलाओं को छोड़ने के लिए अलग से पीसीआर वाहन मौजूद रहेंगे। हर जिले में स्कीम को अमल लाने में डीएसपी/एसीपी (महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों से निपटने वाले विंग) नोडल अफसर होंगी। इन महिला अधिकारियों के फोन नंबर पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस की वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे। एडीजीपी (क्राइम) गुरप्रीत कौर दिओ इस सुविधा की प्रांतीय नोडल अफसर होंगी।
तेलंगाना में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म व हत्या के मामले के बाद पंजाब सरकार ने रात को महिलाओं का सुरक्षित घर पहुंचना यकीनी बनाने को अहम कदम उठाया है। अब रात नौ से सुबह छह बजे तक अगर किसी महिला को उपयुक्त साधन नहीं मिलता है तो पंजाब पुलिस उसे घर तक पहुंचाएगी। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह एलान किया।
राज्य भर में यह सुविधा 100, 112, 181 नंबरों पर मिलेगी। इन पर संपर्क करने वाली महिला पुलिस कंट्रोल रूम (पीसीआर) से जुड़ जाएगी। सीएम ने डीजीपी दिनकर गुप्ता को राज्य भर में यह सुविधा लागू करने के निर्देश दिए हैं। घर से ले जाने या छोड़ने की सुविधा उन महिलाओं को मिलेगी जिनके पास टैक्सी या थ्री व्हीलर जैसे सुरक्षित वाहन उपलब्ध न हों। सीएम ने निर्देश दिए कि महिला को घर छोड़ते समय कम से कम एक महिला पुलिस अधिकारी जरूर साथ होनी चाहिए।
तेलंगाना की घटना पर रोष जाहिर करते हुए सीएम ने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं की सुरक्षा यकीनी बनाएगी। इस संबंध में हरसंभव कदम उठाए जाएंगे। डीजीपी गुप्ता ने कहा कि पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के लिए अन्य स्कीमों पर भी काम कर रही है।
मोहाली-पटियाला समेत अन्य शहरों में अलग से पीसीआर वाहन
डीजीपी गुप्ता ने बताया कि मोहाली, पटियाला, बठिंडा समेत अन्य शहरों में महिलाओं को छोड़ने के लिए अलग से पीसीआर वाहन मौजूद रहेंगे। हर जिले में स्कीम को अमल लाने में डीएसपी/एसीपी (महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों से निपटने वाले विंग) नोडल अफसर होंगी। इन महिला अधिकारियों के फोन नंबर पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस की वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे। एडीजीपी (क्राइम) गुरप्रीत कौर दिओ इस सुविधा की प्रांतीय नोडल अफसर होंगी।