चंडीगढ़। जी-20 सम्मेलन में कृषि विभाग की दूसरी बैठक का तीसरा व अंतिम सत्र शुक्रवार को चंडीगढ़ में एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य की अवधारणा के साथ संपन्न हो गया। दिन की शुरुआत कम्युनिके यानी शासकीय मसौदे पर समावेशी चर्चा के साथ हुई। बैठक के पहले सत्र को भारत की ओर से संयुक्त सचिव (फसल) शुभा ठाकुर, अतिरिक्त सचिव डॉ. अभिलक्ष लिखी डीए एंड एफडब्ल्यू ने आगे बढ़ाया। अंतिम दिन लगातार दो सत्रों के साथ जारी रहा, जिसमें जी-20 के सदस्य देशों ने शासकीय मसौदा तैयार करने पर ध्यान केंद्रित किया और विस्तृत चर्चाओं से इसे चिह्नित किया। अन्य आमंत्रित देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी सत्र के दौरान अपने विचार रखे और कम्युनिके ड्राफ्टिंग अभ्यास पर एक समावेशी चर्चा में योगदान दिया। बैठक के दौरान मैक्सिको के प्रतिनिधि ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए।
सचिव, डीए एंड एफडब्ल्यू मनोज आहूजा ने कहा कि मसौदे पर विचार-विमर्श से फोकस क्षेत्रों पर समझौते का मार्ग प्रशस्त होगा, जिसमें खाद्य सुरक्षा व पोषण, जलवायु स्मार्ट कृषि, समावेशी कृषि मूल्य शृंखला व खाद्य प्रणाली और कृषि के लिए डिजिटलीकरण शामिल हैं। शुक्रवार को कृषि प्रतिनिधियों की बैठक का औपचारिक समापन किया गया। इसके बाद प्रतिनिधियों ने हरियाणा के पिंजौर स्थित यादविंदरा गार्डन का दौरा किया गया। यहां विदाई रात्रिभोज में लगभग 85 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।