चंडीगढ़। जी-20 की बैठक के लिए विभिन्न देशों के प्रतिनिधि सिटी ब्यूटीफुल पहुंच गए हैं। मंगलवार को आईटी पार्क स्थित होटल ललित में बैठक की तैयारियों को अंतिम
रूप दिया गया। साथ ही कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने प्रेसवार्ता कर बैठक से जुड़ी प्रमुख जानकारियां दीं। कृषि आधारित यह बैठक 29 मार्च से 31 मार्च तक चलेगी।
इस दौरान 19 देशों के करीब 150 प्रतिनिधि चंडीगढ़ और आसपास के क्षेत्रों का दौरा करेंगे।
प्रेसवार्ता में भारत सरकार के कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव रितेश चौहान ने बताया कि इस सम्मेलन में जी-20 देशों के तहत शेरपा ट्रैक के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
फाइनांस ट्रैक की बैठक पहले आयोजित हो चुकी है। उन्होंने बताया कि कृषि प्रतिनिधियों की दूसरी बैठक में कृषि से जुड़े चार अहम मसलों खाद्य सुरक्षा एवं पोषण, जलवायु
के साथ स्थायी कृषि, समावेशी कृषि मूल्य शृंखला एवं खाद्य सुरक्षा और कृषि परिवर्तन के लिए डिजिटलीकरण पर चर्चा की जाएगी।
बुधवार को बैठक के पहले दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खाद्य बाजार के विकास पर विभिन्न देशों के प्रतिनिधि अपने विचार रखेंगे। आगामी दो दिनों में खाद्य सुरक्षा और पोषण
जैसे विषयों पर सदस्य देशों के बीच विस्तृत चर्चा होगी। रितेश चौहान ने बताया कि विदेश से आए प्रतिनिधियों को इन तीन दिनों में चंडीगढ़ और इसके आसपास के क्षेत्र की
विरासत से रूबरू करवाया जाएगा। बैठक में दूसरे और तीसरे दिन सदस्य देशों के बीच शासकीय सूचना (कम्यूनिकेशन) का ड्राफ्ट तैयार किया जाएगा जो कृषि से जुड़े चारों
मुद्दों पर केंद्रित होगा।
इनसेट
रॉक गार्डन में लगेगा मोटे अनाज का फूड फेस्टिवल
जी-20 समिट के दौरान चंडीगढ़ स्थित रॉक गार्डन में 30 मार्च को मोटे अनाज का फूड फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा। इसमें देश में पैदा होने वाले मोटे अनाज और
इसके लाभ से प्रतिनिधियों को रूबरू करवाया जाएगा। सुखना लेक पर गाला डिनर रखा गया है। इसके बाद 31 मार्च को पिंजौर स्थित यादवेंद्र गार्डन में प्रतिनिधियों के लिए
रात्रिभोज का आयोजन होगा।
इनसेट
शेरपा ट्रैक के प्रतिनिधि कर रहे चंडीगढ़ में मंथन
जी-20 समिट की इस बैठक में शेरपा ट्रैक के प्रतिनिधि मंथन कर रहे हैं। जी-20 में दो समानांतर ट्रैक होते हैं। वित्त ट्रैक और शेरपा ट्रैक। शेरपा पक्ष की ओर से जी-20
प्रक्रिया का समन्वय सदस्य देशों के शेरपाओं द्वारा किया जाता है जो नेताओं के निजी प्रतिनिधि होते हैं। वित्त ट्रैक का नेतृत्व सदस्य देशों के वित्त मंत्री और सेंट्रल बैंक के
गवर्नर करते हैं। दोनों ट्रैक के अंदर कार्य समूह हैं, जिनमें सदस्यों के संबंधित मंत्रालयों के साथ आमंत्रित/अतिथि देशों और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भाग
लेते हैं। वित्त ट्रैक मुख्य रूप से वित्त मंत्रालय के नेतृत्व में है। यह कार्य समूह हर अध्यक्षता के पूरे कार्यकाल में नियमित बैठकें करते हैं। शेरपा पूरे साल के दौरान हुई वार्ताओं
का पर्यवेक्षण करते हैं और शिखर सम्मेलन के लिए एजेंडे पर चर्चा करते हैं।