सिटी ब्यूटीफुल बुखार की चपेट में है। अस्पतालों में वायरल व डेंगू के सैकड़ों मरीज पहुंच रहे हैं। शहर के सभी अस्पतालों की इमरजेंसी फुल चल रही हैं। जीएमसीएच -32 में एक-एक बेड पर दो-दो मरीज लिटाए जा रहे हैं। सेक्टर 16 मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल (जीएमएसएच) में मरीजों को स्ट्रेचर तक नहीं मिल रहे। वहां रविवार को इमरजेंसी में 400 से ज्यादा मरीज पहुंचे।
कारिडोर मरीजों से खचाखच भरा है। जगह नहीं मिलने के कारण कुछ लोग अस्पताल के बाहर स्ट्रेचर पर हैं। पिछले एक हफ्ते से यही स्थिति बनी हुई है। मरीजों को राहत देने की दिशा में अब तक न तो अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई कदम उठाया गया और न ही चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग की ओर से। किसी तरह के इंतजाम नहीं होने से मरीजों व उनके परिजनों में काफी गुस्सा है।
हमारे पास जगह कम है और मरीज ज्यादा। दूसरे शहरों से भी कई मरीज आ रहे हैं। जितने भी संसाधन है, उन सभी का इस्तेमाल किया जा रहा है। जल्द ही कुछ न कुछ इंतजाम किए जाएंगे। -डा. वंदना गुप्ता, मेडिकल सुपरीटेंडेंट जीएमएसएच 16
सिटी ब्यूटीफुल बुखार की चपेट में है। अस्पतालों में वायरल व डेंगू के सैकड़ों मरीज पहुंच रहे हैं। शहर के सभी अस्पतालों की इमरजेंसी फुल चल रही हैं। जीएमसीएच -32 में एक-एक बेड पर दो-दो मरीज लिटाए जा रहे हैं। सेक्टर 16 मल्टीस्पेशलिटी हास्पिटल (जीएमएसएच) में मरीजों को स्ट्रेचर तक नहीं मिल रहे। वहां रविवार को इमरजेंसी में 400 से ज्यादा मरीज पहुंचे।
कारिडोर मरीजों से खचाखच भरा है। जगह नहीं मिलने के कारण कुछ लोग अस्पताल के बाहर स्ट्रेचर पर हैं। पिछले एक हफ्ते से यही स्थिति बनी हुई है। मरीजों को राहत देने की दिशा में अब तक न तो अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई कदम उठाया गया और न ही चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग की ओर से। किसी तरह के इंतजाम नहीं होने से मरीजों व उनके परिजनों में काफी गुस्सा है।
हमारे पास जगह कम है और मरीज ज्यादा। दूसरे शहरों से भी कई मरीज आ रहे हैं। जितने भी संसाधन है, उन सभी का इस्तेमाल किया जा रहा है। जल्द ही कुछ न कुछ इंतजाम किए जाएंगे।
-डा. वंदना गुप्ता, मेडिकल सुपरीटेंडेंट जीएमएसएच 16